उत्तर प्रदेश में चारों ओर इस वक्त चुनावी शोर सुनाई दे रहा है। यूपी चुनाव के लिए अगले महीने से मतदान भी शुरू हो जाएंगे। ऐसे में सभी पार्टियां इस वक्त जोर-शोर से चुनाव प्रचार करने में जुटी हैं। हालांकि इस बार प्रचार का तरीका कोरोना की वजह से बदल गया। चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के हिसाब से ही सभी पार्टियां फिलहाल प्रचार कर रही है।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी हाल ही में कैराना से यूपी चुनाव प्रचार की शुरुआत की। इस दौरान अमित शाह कैराना पहुंचे और यहां उन्होंने डोर-टू-डोर प्रचार किया। हालांकि इसको लेकर ही अब समाजवादी पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह की शिकायत निर्वाचन आयोग में दर्ज कराई है।
सपा ने इस शिकायत में आरोप लगाया है कि शाह अपने समर्थकों के साथ शनिवार को कैराना में घर-घर पहुंच कर चुनाव का प्रचार कर रहे थे। इस दौरान वो पर्चे भी बांट रहे थे। तब वो भी बिना मास्क के थे। साथ ही इस दौरान शाह ने सरेआम कोरोना के नियमों का उल्लंघन किया है।
शिकायत में ये भी कहा गया है कि आयोग ने डोर-टू-डोर कैंपेन के लिए पहले सिर्फ सिर्फ 5 लोगों की टोली को ही इजाजत दी गई थी। बाद में आयोग ने इसे बढ़ाकर 10 कर दिया। जब कैराना में शाह के डोर-टू-डोर कैंपेन में लोगों की 10 से कहीं ज्यादा भीड़ उमड़ी हुई थी। इसको लेकर सपा ने चुनाव आयोग को दिए गए शिकायत पत्र में बीजेपी और शाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
वहीं सपा के इस शिकायत पत्र पर बीजेपी का भी जवाब आया है। बीजेपी के मंत्री मोहिसिन रजा ने कहा कि पहले सपा उस नोटिस का जवाब दें, जिसमे हजारों लोग कार्यालय पर मौजूद थे। ये सपा की होने वाली हार का नतीजा है जो अब ईवीएम पर भी ठीकरा फोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता पर सवाल उठाने वाले पहले खुद के गिरेबान में झांकें।
बता दें कि रविवार को ही समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि मुझे जानकारी मिली कि पंजाब में जिस तरह से खाली कुर्सियां थीं, बीजेपी अगर रैली करती तो भीड़ नहीं होती, इसलिए बीजेपी ने जानबूझकर पाबंदी लगवाई है। BJP की चार पहिए की गाड़ी भोंपू लगाकर घूम रही है, LED लगा हुआ है। क्या ऐसी गाड़ियां 10 दिन में तैयार हो जाती हैं? उन्हें कैसे पता था कि चुनाव डिजिटली होगा। चुनाव आयोग की गाइडलाइन से पहले कैसे बीजेपी नेताओं के घर मे डिजिटल वॉर रुम तैयार था। मैं इस संबंध में चुनाव आयोग को शिकायत करुंगा।