यूपी विधानसभा चुनावों में महिला वोटर्स को लुभाने में सभी पार्टियां जुटी हुई है। इसी सिलसिले में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी RSS भी मुस्लिम महिलाओं तक पहुंचने की कोशिशों में जुटी है। इसके लिए बड़े पैमाने पर एक अभियान भी शुरू किया गया। दरअसल, बुधवार को RSS नेता इंद्रेश कुमार ने संघ से संबद्ध मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की महिला इकाई की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े तमाम मुद्दों पर बातचीत की। साथ ही साथ इस दौरान सीएम योगी की आत्मकथा ‘‘दास्तान ए योगी’का विमोचन भी हुआ। इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, अदालत और मोदी सरकार को तीन तलाक के लिए शुक्रिया भी कहा।
संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कुमार ने PTI-भाषा से बातचीत करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम और बैठकों के जरिए मुस्लिम महिलाएं संदेश देंगी, जिससे लोगों तक संघ और बीजेपी की सही तस्वीर दिखाने की कोशिश होगी।
गौरतलब है कि यूपी में उत्तर प्रदेश में लगभग 15 करोड़ महिला वोटर्स है। इसलिए चुनावों में महिला वोटर्स का भी एक बहुत बड़ा रोल माना जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं राज्य में हुए 2017 के विधानसभा चुनावों में महिलों का वोट फीसदी पुरुषों से ज्यादा था। इस दौरान जहां 63 प्रतिशत महिलाओं ने जहां अपने मत का इस्तमाल किया, तो वहीं पुरुषों का वोट फ़ीसदी 60 था।
ऐसा देखने को मिल रहा है कि पिछले कई चुनावों से प्रदेश के वो पार्टियां सत्ता में आ रही हैं, जो महिलाओं के हितों की बातकरती है। 2012 में सपा ने लड़कियों को मुफ्त शिक्षा और महिलाओं को साड़ी बांटने जैसे कई वादे किए थे, उस समय पड़े कुल वोटों में से आधे से ज्यादा महिलाओं के थे। इसके बाद सपा ने पूर्ण बहुमत के साथ राज्य में सरकार बनाई। वहीं बात 2017 की करें तो इस दौरान बीजेपी ने ग्रेजुएशन तक लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देने का वादे किया। साथ ही साथ ट्रिपल तलाक को भी खत्म करने की बात कही। इसके अलावा हर घर में शौचालय और गैस कनेक्शन देने का वादा किया। इसके बाद बीजेपी 300 से भी ज्यादा सीटों सत्ता में आई।
अब इन चुनावों में कांग्रेस भी महिला वोटर्स को लुभाने की पूरी कोशिशों में जुटी है। पार्टी की तरफ से 40 प्रतिशत सीटों को महिलों के लिए आरक्षित करने का फैसला लिया गया।