देश की सियासत अभी 4 राज्यों में हुए 16 राज्यसभा (Rajya Sabha) की सीटों के जारी परिणाम के कारण गरमाई हुई हैं। बता दें, महाराष्ट्र समेत चार राज्य राजस्थान, हरियाणा और कर्नाटक में चुनाव हुए थे। राजस्थान से कांग्रेस (Congress) के तीनों उम्मीदवार प्रमोद तिवारी, मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला को जबरदस्त जीत हासिल हुई, जबकि बीजेपी (BJP) के पूर्व मंत्री घनश्याम तिवारी ही मात्र राज्यसभा का चुनाव जीते। वहीं हरियाणा की दो सीट में BJP ने एक सीट पर कब्जा कर लिया, दूसरी सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने जीत का स्वाद चखा। हरियाणा में Congress को बड़ा झटका लगा क्यूंकि वरिष्ठ नेता अजय माकन को करारी शिकस्त मिली। BJP के कृष्ण लाल पंवार ने जीत हासिल की।
आखिर में महाराष्ट्र के राज्य सभा (Rajya Sabha) के नतीजे आए। महाराष्ट्र में BJP को जहां तीन सीटें मिलीं वहीं शिवसेना, कांग्रेस और NCP ने क्रमश एक-एक सीट पर जीत के साथ संतोष करना पड़ा। महाराष्ट्र में काउंटिंग के साथ ही शिवसेना को बड़ा झटका लगा। पार्टी के दूसरे कैंडिडेट संजय पवार भाजपा के धनंजय महाडिक से हार गए। चुनाव परिणाम आने के बाद BJP के 3, शिवसेना, NCP और कांग्रेस से एक-एक सांसद बने हैं।
वोटिंग के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि ‘चुनाव आयोग ने हमारे एक वोट को अमान्य कर दिया।’ हमने दो वोटों का विरोध किया, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। BJP का साथ चुनाव आयोग ने दिया है।
हार पर प्रफुल्ल पटेल का बयान
गठबंधन के उम्मीदवार की हार पर एनसीपी (NCP) नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी (MVA) सरकार 200 सीटों के साथ नहीं आई। चुनाव बाद गठबंधन के साथ सरकार बनी थी। संख्या आधे से ज्यादा जरूर है, लेकिन हमारे पास 200 विधायक नहीं हैं, नहीं तो नतीजा कुछ और होता। उन्होंने कहा कि कुछ अपवादों को छोड़कर, उम्मीदवार पार्टी की ताकत के आधार पर ‘राज्यसभा चुनावों में’ जीतते हैं। यह स्वाभाविक है कि किसी राज्य की विधानसभा में बहुमत वाली पार्टी के पास राज्यसभा में अधिक जीतने वाले उम्मीदवार होंगे। कर्नाटक में भाजपा की सरकार, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार उदाहरण हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस बनें ‘गेम चेंजर’
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार के ‘पावर’ को ध्वस्त करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सूबे की सियासत के ‘गेम चेंजर ‘ साबित हुए हैं। उनकी सधी हुई रणनीति की वजह से महाविकास आघाडी सरकार के कुल 10 वोट फूटे, जिसकी वजह से BJP की तरफ से राज्यसभा चुनाव में खड़े किए गए तीसरे उम्मीदवार धनंजय महाडिक की शानदार विजय हुई है। राज्यसभा चुनाव में संख्या बल के आधार पर BJP के कोटे से सिर्फ दो उम्मीदवारों की जीत पक्की मानी जा रही थी, लेकिन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कोल्हापुर के धनंजय महाडिक को पार्टी के तीसरे प्रत्याशी के रूप में चुनाव में उतारकर सभी को चौंका दिया था।
कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई पार्टी से हो सकते हैं, निलंबित
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई को जल्द कांग्रेस पार्टी से निलंबन मिलेगा। हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में पार्टी लाइन से हट कर क्रॉस वोट करने वाले कुलदीप बिश्नोई को CWUS (विशेष आमंत्रित) की सदस्यता से हटा दिया जाएगा। इनकी विधानसभा से सदस्यता रद्द कराने के लिए अध्यक्ष को पत्र भी लिखा जाएगा।