संसद सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बीते दिन संसद में जोरदार बयानबाजी करते नजर आए। अपने ढाई घंटे के भाषण में राहुल अग्निवीर से लेकर हिंदुत्व तक मोदी सरकार पर काफी तीखी टिप्पणियां करते नजर आए, जिसके चलते संसद में भारी हंगामा हुआ। हद तो तब हो गई जब राहुल के भाषण के दौरान खुद पीएम मोदी को जवाब देने के लिए दो बार अपनी सीट से उठना पड़ा। इसी बीच अब खबर आ रही है कि राहुल ने जिस जोश में बयानबाजी की उसी जोश में उनके भाषण के कई विवादित हिस्सों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है। जी हां, लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल गांधी के करीब 100 मिनट के भाषण को काट दिया है। राहुल गांधी के बयान पर इतना बवाल मचा कि अमित शाह से लेकर किरेन रिजिजू तक ने लोकसभा अध्यक्ष से इसकी शिकायत कर दी। जिसके बाद खुद स्पीकर ओम बिरला ने इसके लिए निर्देश दिए हैं। लोकसभा सचिवालय के प्रेस एवं जनसंपर्क शाखा के संयुक्त निदेशक बैकुंठनाथ महापात्रा ने पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी।
दरअसल, सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी के पदाधिकारियों पर लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया। राहुल गांधी के इस हमले की सत्ताधारी पार्टी ने कड़ी निंदा की। राहुल गांधी के संबोधन के बीच में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी सीट से उठना पड़ा। उन्होंने राहुल गांधी पर पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के भाषण में दो बार हस्तक्षेप किया। उनके अलावा कम से कम पांच कैबिनेट मंत्रियों ने राहुल गांधी के संबोधन में हस्तक्षेप किया।
राहुल के भाषण के विवादित हिस्से हटाए
इसके बाद भाषण के कुछ हिस्से, जिसमें हिंदुओं पर उनका बयान भी शामिल है, अब सदन की कार्यवाही से हटा दिए गए हैं। जनसंपर्क शाखा के संयुक्त निदेशक बैकुंठनाथ महापात्रा (लोकसभा सचिवालय) ने अपने पत्र में लिखा है कि इन विवादास्पद हिस्सों को माननीय सर/मैडम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा रद्द/रिकॉर्ड नहीं किया गया है।
हिंदुस्तान डर का देश नहीं है।
हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा की बात की, डर मिटाने की बात की।
नरेंद्र मोदी, भाजपा और RSS पूरा हिंदू समाज नहीं हैं- जो हिंसा और नफ़रत फैलाता है, वो हिंदू हो ही नहीं सकता। pic.twitter.com/v2BaEcQRTS
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 1, 2024
नरेंद्र मोदी 10 वर्षों से ‘भय का राज’ चला रहे हैं!
सभी एजेंसियों, संस्थाओं और मीडिया पर कब्ज़ा कर समाज के हर वर्ग में भाजपा ने सिर्फ डर फैलाने का काम किया है।
– किसानों को काले कानूनों का डर
– स्टूडेंट्स को पेपर लीक का डर
– युवाओं को बेरोज़गारी का डर
– छोटे व्यापारियों को… pic.twitter.com/gHNHq3xJkA— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 1, 2024
संसद के रिकॉर्ड से हटाए गए राहुल गांधी के ये 6 बड़े बयान
1. “खुद को हिंदू कहने वाले लोग सिर्फ़ हिंसा, नफ़रत, असत्य की बात करते हैं… आप हिंदू ही नहीं हैं…”
2. “जब भाजपा ने राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अडानी-अंबानी को आमंत्रित किया, लेकिन स्थानीय लोगों को नहीं, तो अयोध्या के लोग नाराज़ हो गए।”
3. “अग्निवीर जवान लैंडमाइन विस्फोट में मर गया। उसे ‘शहीद’ नहीं कहा गया। अग्निवीर एक इस्तेमाल करके फेंकने वाला मजदूर है…”
4. “अग्निवीर योजना का विचार भारतीय सेना से नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय से आया था। यह प्रधानमंत्री के दिमाग की उपज थी।”
5. “पूरी परीक्षा कोटा में केंद्रीकृत कर दी गई है। यह व्यवस्था अमीरों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए की गई है।”
6. राहुल गांधी के भाषण का वह हिस्सा संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा और आरएसएस अल्पसंख्यकों, किसानों, दलितों और पिछड़े वर्गों के खिलाफ़ नफ़रत फैलाने में लगे हुए हैं।
राहुल के खिलाफ उठी माफी की मांग
राहुल गांधी के हिंदुओं और हिंसा पर दिए गए बयान और अग्निवीर सेना के विवादित भाषण की कुछ पंक्तियों पर आपत्ति जताने वाले भाजपा नेताओं ने उनसे माफी मांगने की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, अश्विनी वैष्णव और एनडीए नेता चिराग पासवान समेत सत्ताधारी पार्टी के कई सांसदों ने राहुल से माफी मांगने को कहा।
“हिंसा को किसी भी धर्म से जोड़ना गलत है, राहुल गाँधी को माफी मांगनी चाहिए”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा…. #AmitShah #RahulGandhi #BJP #Congress #Loksabha #ParliamentSession #Nedricknews @AmitShah @RahulGandhi… pic.twitter.com/mdzPIpgbIj— Nedrick News (@nedricknews) July 1, 2024
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