अरविंद केजरीवाल के बाद अगर राघव चड्डा को आप पार्टी का दूसरा ब्रांड फेस कहा जाए तो गलत नहीं होगा। राघव आम आदमी पार्टी की रीढ़ हैं। उन्हें एक मुखर वक्ता के रूप में जाना जाता है, जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ पंजाबी में भी बेबाकी से भाषण दे सकते हैं, जिसके चलते उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में पंजाब में चुनाव प्रचार में अहम भूमिका निभाई। पंजाब की बात करें तो भले ही आप पार्टी के भगवंत मान इस समय मुख्यमंत्री के पद पर हैं, लेकिन असल में पंजाब की कमान राघव चड्डा के हाथों में है। आइए आपको बताते हैं कि पंजाब की राजनीति में राघव चड्डा की भूमिका कितनी अहम है।
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दिल्ली से पंजाब तक का सफर
11 नवंबर 1988 को नई दिल्ली में जन्मे राघव चड्ढा 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन से जुड़े। इसी दौरान उनकी मुलाकात अरविंद केजरीवाल से हुई। अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती दिनों में राघव चड्ढा आम आदमी पार्टी की ड्राफ्टिंग कमेटी का हिस्सा थे। इसके बाद धीरे-धीरे पार्टी में उनका कद बढ़ता गया। 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने राजेंद्र नगर सीट से राघव चड्ढा को मैदान में उतारा। राघव चड्ढा भाजपा नेता आरपी सिंह को 20 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचे।
इसके बाद उन्हें दिल्ली जल बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। वहीं, पंजाब में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में राघव चड्ढा काफी सक्रिय रहे। आम आदमी पार्टी की जीत में भी उनका बड़ा योगदान रहा। पंजाब में आप की सरकार बनने के बाद चड्ढा ने दिल्ली से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और पंजाब से राज्यसभा सदस्य बन गए।
राघव के इशारे पर चलती है पंजाब सरकार!
फिलहाल राघव चड्ढा पंजाब के प्रभारी हैं। साल 2022 में आप पार्टी ने पंजाब में राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए राज्य सरकार की सलाहकार समिति का चेयरमैन बनाया। जिससे पंजाब की राजनीति में उनका दबदबा और बढ़ गया है। इस पद के जरिए वह भगवंत मान प्रशासन को जन सरोकार के मामलों पर सलाह देंगे। इसके अलावा चड्ढा सरकार को वित्तीय सलाह भी देंगे।
In the new role, Raghav Chadha will shoulder the responsibility of overseeing the conception and implementation of pro-people initiatives of the AAP government in Punjab and advise the government on matters of Finance accordingly: Chief Minister’s Office, Punjab
— ANI (@ANI) July 11, 2022
जानकारी के अनुसार शुरूआत में पंजाब सरकार में चड्ढा का खासा हस्तक्षेप रहा। कहा तो यहां तक जाता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान केवल राघव चड्ढा के कहने पर ही पार्टी और सरकार के लिए फैसले लेते हैं। सीधे तौर पर कहें तो राघव चड्ढा आम आदमी पार्टी के सबसे अहम सदस्य हैं।
राघव पंजाब के वर्किंग सीएम
वहीं जब पंजाब सरकार द्वारा राघव चड्ढा को सलाहकार समिति का चेयरमैन घोषित किया था तब कांग्रेस और भाजपा ने आम आदमी पार्टी और सीएम भगवंत मान पर जमकर निशाना साधा। पंजाब विधानसभा में कांग्रेस विपक्षी दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब सरकार पर बात करते हुए कहा था कि अरविंद केजरीवाल सुपर सीएम हैं। राघव चड्ढा वर्किंग सीएम हैं और भगवंत मान शो-पीस सीएम हैं।
हालांकि इन सभी आरोपों का जवाब देते हुए मान सरकार ने दलील दी थी कि राघव चड्ढा पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार की वित्तीय स्थिति सुधारने में अहम योगदान दिया है। उनके चेयरमैन बनने से सरकार को काफी फायदा होगा।