बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रो. राजेश शर्मा सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को लेकर सक्रिय रहते है। वे हमेशा अपने विचार साझा करते दिखते है। एक बार फिर प्रो. राजेश शर्मा ने चारधाम यात्रा, ज्ञानवापी मामला और जम्मू-कश्मीर जैसे तमाम मसलों को लेकर बड़ी बात कही है।
दरअसल, प्रो. राजेश शर्मा ने नेड्रिक न्यूज को इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने चारधाम यात्रा में सुंदरकांड के पाठ होने को लेकर कहा कि इस पाठ का केवल एक ही उद्देश्य है कि इससे देश में शांति, प्रेम और भाईचारा बना रहे। इसके अलावा हर फैसला आपसी समझौते से लेने पर जोर दिया। उन्होंने ये भी कहा कि हिंसा से किसी का कोई फायदा नहीं होने वाला। इसके अलावा प्रो. राजेश शर्मा ने ज्ञानवापी मामले को लेकर भी अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद है या मंदिर ये मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। उन्होंने आगे कहा कि ‘हमारी (बीजेपी) सरकार ने जो कहा करके दिखाया, धारा 370 खत्म की, रामजन्भूमि बनाने की बात कही थी और अब भव्य राम मंदिर बनने जा रहा है’।
प्रो. राजेश शर्मा ने कानपुर हिंसा को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ‘शुक्रवार को पीएम मोदी के कानपुर दौरे के दौरान जो हिंसा हुई वो इसलिए हुई, क्योकि जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम पक्ष के लोगों ने वहां जबरन दुकान बंद करवाने की कोशिश की। जो किसी भी तरह से उचित नहीं है और मैं हिंसा के किसी भी रूप को ज़ायज नही मानता। इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उपद्रवियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। अब तक 28 से ज्यादा लोगों के गिरफ्तार कर चुके है। हालांकि अब भी अपराधियों की जांच कर गिरफ्तारी जारी है’।
उन्होंने आगे कहा कि ‘हमारे प्रधानमंत्री, योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश सुरक्षित है। इस दौरान प्रो. राजेश शर्मा ने ये भी बताया कि कई मीडियाकर्मी पूछ रहे है कि आपने धारा 370 तो हटा दी है, लेकिन इसके बावजूद कश्मीरी पंडितों का पलायन जारी है। मै इस पर केवल यहीं कहना चाहता हूं कि सरकार कोई काम तभी कर सकती है जब जनता उसमें सरकार का पूरी तरह से साथ दें। सरकार तभी जनता का साथ दे पाएगी, जब जनता एकजुट होकर सरकार का सपोर्ट करे। मुझे भी आतंकवादियों की धमकियां कई बार मिल चुकी है, लेकिन मैं नहीं डरा, क्योंकि आतंकवादी किसी का कुछ नहीं बिगाड़ सकते। मैंने भी कुरान पढ़ी है, वहां जिहाद जैसे किसी भी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है। किसी भी धर्म में लड़ना नहीं सिखाया जाता। बल्कि सभी को प्यार और आपसी विचार-विमर्ष के साथ रहना चाहिए, तभी किसी समस्या का समाधान होता है’।
प्रो. राजेश शर्मा ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ‘मोहन भागवत ने कहा था कि हिंसा से कोई फायदा नहीं होता, आपसी समझौते से ही किसी भी समस्या का समाधान होता हैं। मोहना भागवत ने ये बात केवल अशांति फैलाने वाले लोगों के लिए कही, किसी भी विशेष धर्म को उन्होंने टारगेट नहीं किया’।
इसके अलावा प्रो. राजेश शर्मा ने प्रेस से भी निवेदन किया। उन्होंने कहा कि ‘प्रेस का काम चौथे स्तंभ के रूप में होता है। प्रेस का काम है कि मुद्दों को जनता तक सही तरीके से पहुंचाना। जनता तक सही तरीके से बात न पहुंचने से ही जनता भड़क जाती है। कश्मीर में जो घटना घट रही है या जो समस्या पैदा हो रही है वो पीएम मोदी नहीं कर रहे। बल्कि हम (बीजेपी) तो कश्मीर की समस्या को खत्म करने के लिए काम कर रहे है। हमने धारा 370 और 35A खत्म किया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा लगातार समस्या को सुलझाने का काम कर रहे है। और कश्मीर में जो स्थिती आज बनी हुई है, वो आज से नहीं है, कांग्रेस के समय से है। कांग्रेस ने हमें यही दिया है। लेकिन हम (बीजेपी) कश्मीर में शांति लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे है। अगर हम जम्मू-कश्मीर को अपने देश का अभिन्न अंग मान लें, तो आतंकवादी किसे मारेगा? समस्या को छोड़कर भागना किसी समस्या का समाधान है क्या? अगर अभी देश में युद्ध हो जाए और सैनिक पीछे हट जाए, तो क्या समस्या का समाधान होगा? इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि आतंकवादियों के हौसले तभी तक बुलंद है जब तक हमारी सरकार कोई सख्त कदम नहीं उठा रही’।
प्रो. राजेश शर्मा ने पंजाब में आप के स्वास्थ्य मंत्री की गिरफ्तारी पर कहा कि ‘दिल्ली के सीएम केजरीवाल अपने ही मंत्री को गिरफ्तार कर श्रेय ले रहें है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारे देश में बीजेपी सरकार बड़ी ही मेहनत और ईमानदारी से काम कर रही है। कोरोना काल में भी पीएम मोदी ने हार नहीं मानी और देश की जनता को कोरोना के टीके निशुल्क दिए’। इसके साथ ही उन्होंने आखिर में हर मुद्दें को लेकर देश में आपसी प्रेम से रहने और देश में शांति बनाए रखने की अपील की।
बता दें कि प्रो. राजेश शर्मा को भारत सरकार में जिम्मेदारी दी गई, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्दोग मंत्रालय का सदस्य बनाया गया। प्रो. राजेश शर्मा भारत के युवा मोर्चा का प्रतिनिधित्व दो बार राष्ट्रीय टीम में कर चुके है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी रह चुके है। हालांकि प्रो. राजेश शर्मा ने हर जगह अपने कार्यभार को बखूबी संभाला।