अगले साल वैसे तो कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चाएं यूपी इलेक्शन को लेकर ही हो रही है। यूपी में सत्ता हासिल करने का संघर्ष छिड़ा हुआ है। सभी पार्टियां राजनीतिक मैदान में आ गई और एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने की कोशिश कर रही है। बीजेपी भी राज्य में सत्ता वापसी के लिए पूरी कोशिशें कर रही है। इस बीच बुधवार को सीएम योगी ने यूपी इलेक्शन को देखते हुए संकल्प अभियान लॉन्च किया। इस दौरान बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणापत्र के लिए जनता से सुझाव मांगें। वैसे तो मुख्यमंत्री ने ट्वीट जनता से उनकी राय मांगी थी, लेकिन इस दौरान कई लोग उन्हें राज्य की जमीनी हकीकत बताते हुए नजर आने लगे।
सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा- ‘प्रिय प्रदेशवासियों, हमें उत्तर प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाना है। इस दृष्टि से आपके सुझाव हमारे संकल्प का आधार बनेंगे। हम आप सभी को आश्वस्त करते हैं कि भाजपा आपको बेहतर सुरक्षा का वातावरण देने के साथ ही प्रदेश को बेहतर विकास की ओर उन्मुख करेगी।’
मुख्यमंत्री के इस ट्वीट पर कई लोग अपनी प्रतिक्रियाएं देते हुए नजर आए। कई लोग सीएम को राज्य की जमीनी हकीकत बताते नजर आए। एक यूजर ने लिखा- ‘डर क्यों रहे हो …डर किस बात का…पिछले 5 साल में कोई अच्छा काम किया हो तो बताओ?’
वहीं एक अन्य यूजर ने कहा- ‘सुझाव पर सुझाव दिये गये, पर कोई सुने तब तो। बलिया में मेडिकल कॉलेज एवं कोई औद्योगिक इकाई क्यों नहीं लगी अभी तक? बलिया-छपरा रोड क्यों जर्जर अवस्था में है? बलिया नगरपालिका व जिला चिकित्सालय कब तक करप्शन का अड्डा बना रहेगा? स्थानीय मुद्दों को कब्र से कब निकाला जाएगा।’
मोहित कुमार नाम के एक यूजर ने रोजगार के मुद्दे पर ट्वीट को लेकर सीएम को घेरा। उन्होंने कहा- ‘रोजी छीन लेना कैसा काम है महाराज? जल निगम 2017 बैच के सभी निर्दोष कर्मचारियों की कोरोना महामारी के भीषण काल में रातो रात सिर्फ राजनैतिक द्वेष के मद में चूर होकर नौकरी छीनने वाला आज पाप-पुण्य पर ज्ञान दे रहा! लानत है।’
वहीं अजीत कुमार यादव ने सीएम के इसी ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा- बाबाजी एक बात बिलकुल समझ से परे है, जब आपने दो महीना पहले से ही उत्तर प्रदेश को नंबर वन प्रदेश बना रखा है। हर जगह प्रचार-प्रसार में यही दिखा रहे हैं तो सुझाव किस बात का चाहिए? प्रदेश में तो रामराज चल रहा है। कुछ तो दिमाग से काम लें। हार का इतना डर।’