दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में 2 घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया। अब कई वरिष्ठ वकील सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ अदालत में वकालत कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं अभिषेक मनु सिंघवी। जो राहुल गांधी से लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम जैसे बड़े नेताओं के वकील रहे चुके हैं। वह भारत के टॉप वकीलों में से एक हैं, जिसके कारण उन्हें हायर कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं है। उनकी फीस कई बॉलीवुड अभिनेताओं से भी ज्यादा है। तो चलिये जानते हैं दिग्गज कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी की फीस और नेटवर्थ के बारे में:
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अभिषेक मनु सिंघवी करियर
अभिषेक मनु सिंघवी ने देश के सबसे कम उम्र के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बनकर एक रिकॉर्ड अपने नाम किया है। सिंघवी 34 साल की उम्र में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बने। सिंघवी का जन्म 24 फरवरी 1959 को राजस्थान के जोधपुर में हुआ था। उन्होंने बीए (ऑनर्स), एमए और जुडिशल साइंस में पीएचडी पूरी की है। सिंघवी ने ब्रिटेन में ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और अमेरिका में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाई की है। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की। यहां उन्होंने एलएलबी की डिग्री हासिल की।
वह वर्ष 1997-98 में भारत के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल भी रहे। दिलचस्प बात यह है कि वह पहले वकील हैं जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ वकील का दर्जा दिया था। सिंघवी सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
अभिषेक मनु सिंघवी लगभग चालीस वर्षों से वकालत कर रहे हैं। उन्होंने अदालत में पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी सहित कई प्रमुख हस्तियों के लिए वकालत की है। साथ ही, वह एक लेखक भी हैं। उन्होंने राजनीतिक और आपराधिक मुद्दों पर कई किताबें लिखी हैं।
अभिषेक मनु सिंघवी की फीस?
65 साल के अभिषेक मनु सिंघवी देश के उन दिग्गज महंगे वकीलों में शुमार हैं जो कोर्ट में एक सुनवाई में चंद मिनट खड़े होकर बहस के लाखों रुपये चार्च करते हैं। खबरों के मुताबिक, अभिषेक मनु सिंघवी कुल 650 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। कांग्रेस पार्टी के जाने-माने नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी हर सुनवाई के लिए 6 से 11 लाख रुपये लेते हैं। सिंघवी को देश के सबसे अमीर वकीलों में से एक माना जाता है। इसके अलावा उनके पास देश विदेश में करोड़ों रुपये की कई संपत्ति हैं।
आपको बता दें कि देश के जाने-माने कॉरपोरेट वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी के दो साल के कार्यकाल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। उन्होंने वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम का भी प्रतिनिधित्व किया है। सिंघवी को चिदंबरम की सुनवाई के लिए 6-7 लाख रुपये मिले थे।
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