उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से लोकसभा चुनाव 2024 जीतने वाले आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने सांसद बनते ही सरकार के सामने ऐसी मांग रख दी कि पुलिसवाले उन्हें सलाम ठोकने लगे। दरअसल, आजाद ने ऐसा मुद्दा उठाया है जिस पर आज से पहले किसी ने ध्यान नहीं दिया। दरअसल, उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस की ड्यूटी को लेकर बेहद खास मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस को यह भी भरोसा दिलाया कि 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में वह इस मांग को संसद में पुरजोर तरीके से उठाएंगे। सांसद चुने जाने के बाद पहले से कहीं ज्यादा समर्थकों से घिरे चंद्रशेखर अब इस मुद्दे को ‘नई धार’ देने जा रहे हैं। आइए आपको बताते हैं चंद्रशेखर द्वारा की गई इस मांग के बारे में।
और पढ़ें: सरबजीत सिंह ने जीती लोकसभा चुनाव में फरीदकोट सीट, इंदिरा गांधी के हत्यारे से है खास कनेक्शन
अयोध्या में दिया बयान
नवनिर्वाचित सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने गुरुवार को अयोध्या का दौरा किया और पत्रकारों से कई तरह की समस्याओं पर खुलकर बात की। अयोध्या में भाजपा की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि अयोध्या के लोगों ने बेहतरीन काम किया है। धर्म और राजनीति को अलग रखना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में चुनाव के नतीजों का सम्मान किया जाना चाहिए। अयोध्या के लोगों को दिल्ली की चिंता है, यही लोकतंत्र है। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मी को लेकर एक ख़ास अनुरोध भी किया। दरअसल, आजाद ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों की स्थिति पर भी चिंता जताई और कहा कि मैंने अपनी रैलियों में देखा है कि कैसे वे गर्मी में खड़े रहते हैं। उन्हें छुट्टियों के लिए भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस में सिविल और आर्म्ड पुलिस विंग दोनों मिलाकर 3 लाख से ज़्यादा जवान हैं। इन जवानों को हफ़्ते के सातों दिन ड्यूटी करनी पड़ती है। उन्हें छुट्टी भी नहीं दी जाती। इस बात को सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि यूपी पुलिस की ड्यूटी आठ घंटे की जाए। उन्हें इससे ज़्यादा काम करने के लिए मजबूर न किया जाए क्योंकि उन पर पहले से ही काम का बहुत ज़्यादा दबाव है। साथ ही उन्हें सप्ताह में एक अवकाश दिया जाए, ताकि वे अपने परिवार से मिल सकें।
संसद में सबसे पहले उठाएंगे ये मुद्दा
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैं संसद में यह मुद्दा उठाऊंगा कि पुलिस कर्मियों से 8 घंटे की ड्यूटी कराई जाए और उन्हें सप्ताह में एक दिन की छुट्टी मिले और उनके वेतन में जो विसंगतियां हैं, उन्हें भी दूर किया जाए। इतना ही नहीं बॉर्डर स्कीम खत्म करने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को भी अपने परिवार के बीच रहने का मौका मिलना चाहिए। सीएम योगी में यह करने की ताकत है। उन्हें इस ओर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए चंद्रशेखर आजाद ने जौनपुर में आयोजित बहुजन समाज भाईचारा बनाओ महासम्मेलन में भी ऐसा ही ऐलान किया था।
अब जाहिर सी बात है कि पुलिसवालों के लिए इससे पहले कोई भी नेता या सरकार ऐसी मांग लेकर नहीं आई है। ऐसे में आजाद का ऐसी मांग उठाना उन्हें लोगों के और करीब ला रहा है। इतना ही नहीं, चंद्रशेखर से लोग इतने प्रभावित हैं कि अब उन्हें यूपी के अगले सीएम के तौर पर देखने की इच्छा जता रहे हैं। और शायद चंद्रशेखर भी अपने मन में इसी सपने को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
और पढ़ें: कौन हैं रवींद्र वायकर जिनकी जीत पर राहुल गांधी ने पूछे सवाल, जानें क्या है पूरा मामला?