2024 के चुनावों में अगर देखा जाए तो नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिए अब मैदान में और भी पार्टी में उतर गई है। सबसे पहले तो जिनका नाम सामने आता है वह है अरविंद केजरीवाल(आप) अगर देखा जाए तो वह है ममता बनर्जी (टीएमसी)। पीने दो पार्टी हैं जो नरेंद्र मोदी को अगले चुनावों में टक्कर दे पाएंगी। सबसे पहले अगर इन दोनों पार्टियों में से देखा जाए तो ज्यादा केजरीवाल के आसार हैं कि आने वाले समय में वह पीएम की कुर्सी हासिल कर पाए, लेकिन साथ में जेबी कहा नहीं जा सकता कि सिर्फ केजरीवाल की पार्टी ही नरेंद्र मोदी को टक्कर दे। ममता बनर्जी भी पूरे जोर से नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिए तैयार हैं। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल में एक बड़ा झटका लगा है। नंदीग्राम को पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुवंद अधिकारी का गढ़ माना जाता है, लेकिन को-आपरेटिव चुनाव में भाजपा एक ही सीट पर वहां जीत दर्ज पाई कर पाई है। चुनाव के नतीजों ने हर किसी को चौंका दिया है। वहां 52 में से 51 पर टीएमसी जीती और भाजपा सिरप एक ही सीट हासिल कर पाई है। इसलिए इसको देख कर यह भी कहा जा सकता है कि ममता बनर्जी भी नरेंद्र मोदी के लिए एक जोरदार टक्कर साबित हो सकती है।
नरेंद्र मोदी बनाम अरविंद केजरीवाल
–:: अरविंद केजरीवाल नरेंद्र मोदी को पकड़ने का काम कर रहे हैं। इसकी सबसे पहले शुरुआत उन्होंने पंजाब से की। पंजाब में जीत हासिल कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह नरेंद्र मोदी को एक जोरदार टक्कर दे सकते हैं और अब वह 2 दिन के लिए गुजरात में अपना कैंपेन करने के लिए गए हैं ताकि गुजरात में भी वह अपनी सरकार बना सके। लेकिन बीजेपी उनके इस जज्बे को तोड़ने के लिए भी लगी हुई है इसका पता जहां से लगता है कि उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर की आई डी की रेड डाली जिसमें उन्होंने आबकारी नीति के घोटाले का वर्णन किया है और उनके खिलाफ एक नोटिस भी निकाला है कि वह भारत छोड़कर कहीं भी बाहर नहीं जा सकते हैं। कुछ ही समय पहले मनीष सिसोदिया ने बताया की बीजेपी ने उनके पास एक मैसेज किया है जिसमें उन्होंने लिखा की ‘तुम अगर ‘आप’ आपको छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाओ तो तुम्हारे खिलाफ जो भी केस हैं वह सारे बंद कर दिए जाएंगे’ और उसके बाद मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बीजेपी को जवाब दिया कि मैं महाराणा सिंह राजपूत का वंश राजपूत हूं मैं सिर कटा लूंगा, लेकिन भ्रष्टाचारियों, पडयंत्रियों के सामने नहीं जो झुकुंगा।
इस बात से हम अंदाजा लगा सकते हैं की बीजेपी को भी कहीं ना कहीं यह डर है कि केजरीवाल देश की कमान अपने हाथ में ना ले ले, इसलिए उनकी पार्टी को ही तोड़ा जाए। क्योंकि केजरीवाल बहुत सारे ऐसे काम कर रहे हैं जिसे आम नागरिकों को फायदा हो हो रहा है जैसे कि किसानों का कर्ज माफ, मुफ्त बिजली आदि जिसके कारण जनता उनको जीत आ रही है। लेकिन बीजेपी को यह चीज मुफ्तखोरी लग रही है जिस से संबंधित उन्होंने मुफ्तखोरी का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में भी उठाया है और अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं आया है उनका कहना है कि केजरीवाल मुफ्त खोरी का सहारा लेकर जीत रहे हैं जिसके कारण हमारा देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है।
नरेंद्र मोदी को पीएम की कुर्सी का खतरा
–:: देखा जाए तो इस बार नरेंद्र मोदी को पीएम की कुर्सी खाली करनी पड़ सकता है क्योंकि बहुत सारे ऐसी राज्य हैं जहां बीजेपी की सरकार आना मुश्किल है जैसे कि पंजाब, बिहार, वेस्ट बंगाल, दिल्ली और हो सकता है इसके साथ ही और ऐसे राज्य जुड़ जाएं जहां बीजेपी जीत हासिल ना कर पाए। हाल ही में बिहार में जदयू ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ के आरजेडी और कांग्रेस के साथ महागठबंधन कर लिया है। और उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया है कि भाजपा अंदरूनी तौर से हमारी पार्टी को तोड़ रही थी जिसका आभास हमें हो गया था इसलिए हमने उनके साथ गठबंधन तोड़ना ही सही समझा।
क्योंकि भाजपा हमेशा से ही पार्टी को तोड़कर उनके नेताओं को अपनी पार्टी में जोड़ती आई है इसलिए नीतीश कुमार नहीं चाहते थे कि वह हमारी पार्टी में ऐसा कुछ करें इसलिए उन्होंने समय रहते उनके साथ गठबंधन तोड़ दिया। जहां हम ऐसा कह सकते हैं कि धीरे-धीरे देश की हर पार्टी भाजपा के खिलाफ हो जाए, जिससे की भाजपा कमजोर हो सकती है।