यूपी विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election) में जहां एक तरफ हर एक पार्टी इस वक्त पूरी तरह से चुनावी माहौल में है। तो वहीं एक पार्टी, जो कभी यूपी की सत्ता पर काबिज रही, वो बिल्कुल शांत बैठी है। जी हां, हम बात मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP Mayawati) की ही कर रहे है। ना तो मायावती और ना ही बसपा का कोई बड़ा नेता इस वक्त चुनाव में दूसरी पार्टियों की तरह उतना एक्टिव दिख रहा है, जिसकी वजह से कई तरह की चर्चाएं भी हो रही है।
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने भी बसपा की इस शांति को लेकर सवाल उठाए हैं। प्रियंका ने इस पर हैरानी जताते हुए ये भी कहा कि मायावती बीजेपी के दबाव में हो सकती हैं।
दरअशल, बसपा प्रमुख मायावती इस बार चुनावों में अपने अंदाज में प्रचार नहीं कर रही बल्कि वो चुप हैं। इस पर प्रियंका गांधी ने कहा कि मायावती का ये अंदाज देखकर वो काफी हैरान हैं। इसी के साथ प्रियंका आगे ये भी बोलीं कि 6-7 महीने पहले हम ये सोचते थे कि उनकी पार्टी सक्रिय है और शायद वो चुनाव के करीब आते ही प्रचार करना शुरू कर देगी, लेकिन चुनाव शुरू हो गए और अभी तक वो चुप है। हम चुनाव के बीच में है, बावजूद इसके वो एक्टिव नहीं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि मैं समझ नहीं पा रही हूं कि वो काफी शांत क्यों है। जरूर बीजेपी सरकार उन पर दबाव बना रही होगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश चुनावों के मतदान में अब कम ही वक्त रह गया। पहले चरण के लिए वोटिंग 10 फरवरी को होगी। ऐसे में सभी पार्टियां इस वक्त जोर-शोर से चुनावी प्रचार के अभियान में जुटी हैं। डोर-टू-डोर कैंपेन, डिजिटल प्रचार के लिए जरिए पार्टियां अभी जनता तक पहुंचने की कोशिश में हैं, क्योंकि चुनाव आयोग ने किसी भी तरह की फिजिकल-रैली और रोड शो पर कोरोना के चलते रोक लगाई हुई है।