पश्चिम बंगाल के जेल मंत्री अखिल गिरी एक बार फिर विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। इन दिनों उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह अतिक्रमण हटाने पहुंची एक महिला अधिकारी को खुलेआम हड़काते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, अब बीजेपी ने मंत्री अखिल गिरी की निंदा करते हुए इस घटना से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है। साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तीखे सवाल भी पूछे हैं।वहीं इस पूरे मामले को लेकर टीएमसी अपना पल्ला झाड़ती नज़र आयी।
बीजेपी ने शेयर किया वीडियो
बीजेपी की पश्चिम बंगाल यूनिट की ओर से सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें गिरि एक महिला वन अधिकारी पर चिल्लाते नजर आ रहे हैं। बंगाल के मंत्री ने महिला अधिकारी से कहा, ‘तुम सरकारी कर्मचारी हो। मेरे सामने बोलते समय अपना सिर झुका लो। देखो, हफ्ते भरे के भीतर तुम्हारे साथ क्या होता है। मैं तुम्हें डंडे से मारूंगा।’
West Bengal Minister Akhil Giri threatens a lady Forest Officer because she was performing her duty to remove illegal encroachment in forest areas.
What did he say –
1. “সরকারি কর্মচারী, মাথা নিচু করে কথা বলবেন।” – You are a government employee, bow down your head (infront of… pic.twitter.com/CDrULP9Mli
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) August 3, 2024
बीजेपी ने लिया ममता बनर्जी को आड़े हाथ
बीजेपी ने एक्स पर पोस्ट करके कहा, ‘क्या ममता बनर्जी इस मंत्री को बाहर निकालेंगी। क्या वह इसे सलाखों के पीछे डालने की हिम्मत करेंगी? क्या उनके खिलाफ सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने और महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगेगा? देखते हैं कि क्या इस गुंडे को महिला की अप्रत्यक्ष रूप से हत्या करने और उसके अपमान की धमकी देने के लिए जेल में डाला जाता है।’
बीजेपी के अलावा सीपीआई (एम) नेता शतरूप घोष ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘टीएमसी के आधे से ज्यादा मंत्री माफिया और गुंडे हैं। हम उनसे कैसे अच्छे व्यवहार की उम्मीद करते हैं।’
पार्टी ने झाड़ा पल्ला
अब इस पूरे मामले को लेकर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गिरि के व्यवहार की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसी भाषा मंजूर नहीं है। हम इसकी आलोचना करते हैं।’
साथ ही उन्होंने कहा कि ‘सीपीएम-बीजेपी को इस बारे में बोलने का अधिकार नहीं है ‘कुणाल घोष ने कहा कि मंत्री अखिल गिरि के शब्दों और व्यवहार का विरोध करते हैं। यह अवांछनीय है। अगर उन्हें वन विभाग से संबंधित कोई शिकायत थी तो वे मंत्री बीरबाहा हांसदा से कह सकते थे। बल्कि महिला अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार किया। लेकिन, सीपीएम और बीजेपी को इस बारे में कुछ भी कहने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उन्होंने कई बार बेहद घटिया हरकतें की हैं।’
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