भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म हो गई है. एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के बाद महुआ के निष्कासन के लिय सदन में प्रस्ताव भी पेश हुआ. एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन में चर्चा के दौरान बोलने की इजाजत नहीं दी. क्योंकि उन्हें पैनल मीटिंग में बोलने का मौका दिया गया था. 8 दिसंबर को लोकसभा में पेश की गई एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश के साथ क़ानूनी जाँच की मांग की. हालाँकि सदन में एथिक्स कमेटी की सिफ़ारिश पर TMC ने 500 पेज की रिपोर्ट पढ़ने के लिए 48 घंटों की मांग की.
और पढ़ें : 17 साल की मेहनत लाई रंग, रेवंत रेड्डी के राजनीतिक जीवन की पूरी कहानी यहाँ पढ़िए
सदन की कार्यवाही तीन बार रुकी
बता दें सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई, जिसके सिर्फ चार मिनट बाद ही 12 बजे तक स्थगित हो गई. जिसके बाद एथिक्स कमेटी चेयरमैन विजय सोनकर ने रिपोर्ट 12 बजे पेश की. सदन में इस रिपोर्ट पट तीन बार हंगामा हुआ. जिसके बाद दोपहर 2 बजे से आखरी महुआ के निष्कासन पर वोटिंग हुई.
सदन की कार्यवाही में क्या हुआ
- सदन में स्पीकर ओम बिड़ला ने रूल 316 के तहत रिपोर्ट पर चर्चा के लिए आधे घंटे का समय दिया था, जिस पर विपक्ष में के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी इसे पढ़ने 3 दिन का समय मांगा था.
- सदन में TMC सांसदों की अगुआई में विपक्ष ने मोदी सरकार हाय-हाय के नारे लगाए थे. जिसके बाद विपक्ष के नेताओं के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी.
- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि ये रिपोर्ट आधी-अधूरी है. सीधे संसद सदस्य के सस्पेंशन पर पहुंचना वास्तव में अपमानजनक है.
स्पीकर ने संसद और कोर्ट में बताया अंतर
कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी बोले आज सभी पार्टियों ने महुआ के खिलाफ वोटिंग करने के लिए व्हिप जारी किया है. इसलिए मांग करते हैं कि सदन स्थगित करके सभी व्हिप विड्रॉ किए जाएं. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सदन में रिपोर्ट पर दलीलें दी जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ने उनसे पूछा आप संसद में बहस कर रहे हैं या कोर्ट में. ऐसा न करें, क्योंकि न तो ये कोर्ट है और न ही मैं न्यायाधीश हूं.
सदन में रिपोर्ट पर बीजेपी नेताओं ने बोला
बीजेपी सांसद हिना गावित ने कहा महुआ मोइत्रा से एथिक्स पैनल ने हलफनामे के आधार पर सवाल पूछे, व्यक्तिगत सवाल पूछकर कोई चीरहरण नहीं किया गया. इसके साथ ही बीजेपी के प्रहलाद जोशी ने कहा महुआ मोइत्रा को सदन में बोलने की इजाजत न दी जाए.
मामले की हाईलाइट
- 14 अक्टूबर को जय अनंत देहाद्राई ने भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में महुआ के खिलाफ CBI में केस दर्ज कराया था.
- 15 अक्टूबर को BJP सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से महुआ को संसद से सस्पेंड करने की मांग की थी.
- 17 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को शिकायत सौंपी और तभी महुआ ने दिल्ली HC में मानहानि की याचिका दायर करायी थी.
- 19 अक्टूबर को बिजनेसमैन दर्शन हिरानंदानी ने एफिडेविट में कहा कि महुआ ने उन्हें अपना पार्लियामेंट्री लॉगिन ID दिया था.
- 20 अक्टूबर को महुआ का आरोप-दर्शन के सिर पर बंदूक रखकर एफिडेविट साइन करवाए और मानहानि मामले में दिल्ली HC में सुनवाई.
- 21 अक्टूबर को निशिकांत दुबे का दावा- महुआ की संसदीय ID दुबई में खोली गई, जबकि महुआ खुद भारत में थीं.
- 27 अक्टूबर को महुआ ने एक टीवी इंटरव्यू में माना कि उन्होंने दर्शन से गिफ्ट्स लिए और उन्हें संसदीय लॉगिन-पासवर्ड दिए.
- 28 अक्टूबर को कैश फॉर क्वेरी केस में एथिक्स कमेटी ने महुआ को 2 नवंबर को पेश होने का निर्देश दिया था.
- 31 अक्टूबर को महुआ का आरोप- मुझे फोन-ईमेल पर Apple की ओर से अलर्ट आया है. केंद्र सरकार फोन हैकिंग की कोशिश कर रही है.
- 10 नवंबर को एथिक्स कमेटी ने लोकसभा अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट भेजी और कमेटी ने संसद से महुआ के निष्कासन की सिफारिश की है.
- 8 दिसंबर को एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विजय सोनकर ने लोकसभा में महुआ पर रिपोर्ट पेश की है.
और पढ़ें : योगी सरकार ने की बड़ी प्रशासनिक फेरबदल, 6 IAS और 15 IPS अफसरों का किया तबादला, देखें लिस्ट