चिराग पासवान और तेजस्वी यादव के बीच कैसे हैं रिश्ते, केंद्रीय मंत्री ने बताई पूरी सच्चाई

know relation between Chirag Paswan and Tejashwi Yadav
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बिहार की राजनीति में दो ऐसे नेता हैं जिन्हें राज्य के मुख्यमंत्री पद का उत्तराधिकारी माना जाता है। दोनों ही नेता अपने राजनीतिक करियर में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन दोनों नेता अलग-अलग पार्टियां चलाते हैं। दरअसल हम बात कर रहे हैं लालू यादव के राजनीतिक उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव और दिवंगत रामविलास पासवान की विरासत के चिराग पासवान की। दोनों नेताओं में होड़ लगी हुई है कि बिहार का भावी मुख्यमंत्री कौन होगा। लेकिन ये तो बाद की बात है, अगर आज की बात करें तो ये समझना बेहद जरूरी है कि दोनों नेताओं के बीच किस तरह के रिश्ते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से।

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गाली वाले वीडियो से आया रिश्तों में खटास

लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में तेजस्वी से अपने रिश्तों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, ‘पहले सब ठीक था लेकिन जब रैली में उनके (तेजस्वी यादव) सामने मेरी मां और बहन को गाली दी जा रही थी, तब वह चुप थे। अगर कोई आपकी बहन या मां को गाली देता है, तो खून खौल उठता है।मेरे लिए राबड़ी देवी सिर्फ मां जैसी नहीं बल्कि मेरी मां हैं, अगर कोई मेरे सामने ऐसा करता है, तो मैं उसे चुप करा दूंगा, लेकिन तेजस्वी तब चुप रहे। जब उन्होंने बयान दिए, तो उस पर पर्दा डालते नजर आए। 2024 के लोकसभा चुनाव में जमुई की एक चुनावी रैली का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें गाली दी जा रही थी।’

 Chirag Paswan and Tejashwi Yadav
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‘मां-बहन को गाली दी गई तब आपका खून खौलता है’

चिराग पासवान ने आगे कहा कि उनका और तेजस्वी यादव का एक साथ पुराना इतिहास रहा है और वे दोस्त रहे हैं। उन्होने कहा कि अतीत में, हमारे पिता राजनीतिक परियोजनाओं पर सहयोग करते थे। वह बंधन हमेशा से रहा है, और मैंने हमेशा लोगों के साथ सम्मान से पेश आया हूँ। भले ही हम अब अलग हो सकते हैं, लेकिन अगर हम कभी एक-दूसरे से मिलते हैं तो हमें एक-दूसरे पर शर्म आनी चाहिए। यह कुछ ऐसा है जो मेरे पिता रामविलास ने भी मुझे सिखाया है। मैं नीति का सबसे मुखर विरोधी रहूंगा और ऐसा करने के लिए विनम्र भाषा का उपयोग करूंगा। लेकिन इस तरह से गाली देना जरूरी नहीं है। यहीं से 2024 का चुनाव खत्म हो गया। जब उनकी (तेजस्वी) सभा में मेरी मां और मेरी बहन को गाली दी गई, तोखून खौल गया। कोई भी इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता। मेरे और तेजस्वी के बीच रिश्ते तब खराब हो गए, जब उन्होंने कहा कि मैंने नहीं सुना, मैं दूर खड़ा था।

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