NCP (अजीत गुट) के नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री बाबा सिद्दीकी (NCP leader Baba Siddiqui) की हत्या कर दी गई। शनिवार रात करीब 9:15 बजे मुंबई में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाबा सिद्दीकी की हत्या (Baba Siddiqui Murder) बात करें तो लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) ने इसकी जिम्मेदारी ली है। मुंबई की राजनीति में अपनी प्रसिद्ध भागीदारी के अलावा सिद्दीकी ने अपने सामाजिक और धर्मार्थ कार्यों के लिए भी लोकप्रियता हासिल की है। लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी के बाद उनकी इफ्तार पार्टी में सलमान खान और शाहरुख खान (Salman Khan and Shahrukh Khan) के फिर से शामिल होने से वे कई मौकों पर लोगों की नजरों में आए और उनके कार्यक्रम की अहमियत बढ़ गई। राजनीति से इतर भी इस क्षेत्र में उनका दबदबा था। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने भी उन्हें धमकियां भेजी थीं। बाबा सिद्दीकी के जन्म से लेकर बिहार में विधायक बनने तक के सफर के बारे में जानें।
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बाबा सिद्दीकी बिहार कनेक्शन – Baba Siddique Connection
बाबा सिद्दीकी का जन्म अब्दुल रहीम और रजिया सिद्दीकी के घर पटना, बिहार में हुआ था। बाबा अपने पिता की घड़ियों की मरम्मत में मदद करते थे। इसके बाद वे मुंबई चले गए। मुंबई के सेंट ऐनी हाई स्कूल में 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एमएमके कॉलेज मुंबई से डिग्री हासिल की। बाबा की पत्नी का नाम शाहजिम सिद्दीकी है। वे दो बच्चों के माता-पिता हैं। जीशान सिद्दीकी कांग्रेस के विधायक (Congress MLA Zeeshan Siddiqui) हैं और बेटी अर्शिया सिद्दीकी डॉक्टर हैं।
स्टूडेंट पॉलिटिक्स से MLA का सफर तय किया
बाबा सिद्दीकी ने अपने करियर की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। वे 1977 से 1980 तक कांग्रेस की छात्र शाखा NSUI से जुड़े रहे। 1982 में वे बांद्रा यूथ कांग्रेस के महासचिव बने। 1988 में वे मुंबई यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए। 1993 में वे BMC पार्षद चुने गए। बाबा पहली बार 1999 में कांग्रेस के टिकट पर बांद्रा पश्चिम सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद वे 2014 तक लगातार तीन बार विधायक रहे। 2004 से 2008 तक बाबा ने राज्य के श्रम और खाद्य मंत्री का पद भी संभाला। फिर भी 2014 में वे निर्वाचित नहीं हुए। उसी साल उन्हें मुंबई क्षेत्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
इसी साल उन्हें मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया और 2019 में उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया। फरवरी 2024 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और अजित पवार की एनसीपी में शामिल हो गए। वे महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुंबई डिवीजन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
दाऊद और बाबा सिद्दीकी के बीच लड़ाई- Fight between Dawood-Baba Siddiqui
बाबा सिद्दीकी को बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच ब्रिज भी कहा जाता रहा है। इसके अलावा, उन पर दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से संबंध रखने का आरोप है। सामना की एक स्टोरी में दावा किया गया है कि बाबा सिद्दीकी और दाऊद के निजी सहयोगी अहमद लंगड़ा मुंबई में एक ज़मीन के टुकड़े को लेकर झगड़ रहे थे। इसके बाद छोटा शकील ने बाबा को इस स्थिति से दूर रहने की धमकी दी।
बाबा ने इस बारे में मुंबई पुलिस को बताया। इसके बाद अहमद को मकोका के तहत हिरासत में ले लिया गया। दाऊद ने कथित तौर पर बाबा को फ़ोन पर धमकाते हुए कहा था- रामगोपाल वर्मा से बोलकर तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, एक था MLA।