ऑपरेशन शीशमहल पर चूं तक नहीं करने वाले केजरीवाल, 2000 के नोट पर एक्शन होते ही बिलबिला क्यों गए?

Kejriwal reaction 2000 Notes
SOURCE-NEDRICK NEWS

Kejriwal reaction 2000 Notes – ‘अगर मैं भ्रष्टाचारी हूं तो समझ लो की देश में कोई भी ईमानदार नहीं है’ भई ये मेरे बोल नहीं है हमारे दिल्ली जैसे सुन्दर और सुहाने राज्य का कचरा कर देने वाले आम आदमी पार्टी (AAP)के नेता और मुख्यमंत्री माननीय श्री अरविन्द केजरीवाल जी के हैं! वही आदमी जो इस बात का दावा करता है कि मुझसे ज्यादा साधारण तो कोई हो ही नहीं सकता. जो सत्ता में आने से पहले एक आम आदमी की छवि और सत्ता में आने के बाद भी एक आम आदमी की छवि लेकर चलने वाले नेता कहलाते थे.

सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा है कि बीते शुक्रवार से पहले उनके मुंह में दही जमा हुआ था, मुंह से आवाज नहीं निकल रही थी. जब एक मीडिया चैनल ने इनके शीशमहल का स्टिंग ऑपरेशन करके इनकी पोलपट्टी खोल कर रख दी थी. जिसके बाद से जनता और सारा मीडिया चैनल सारे नेता इनसे जवाब मांग रहे है लेकिन कोई जवाब नहीं दिया और अब जब कल मोदी सरकार ने 2000 के नोटों पर बंदी लगा दी तो फिर से अपने कड़वे बोल शुरू कर दिए. प्रधानमंत्री को अनपढ़ बोलना. ऐसा लग रहा था जैसे Kejriwal शीशमहल के बाद से मिर्च मसाला ढूंढ रहे थे लेकिन मिल नहीं पा रहा था और अचानक से इनको अपने मुद्दे से भटकाने का नया रास्ता मिल गया है.

Operation SheeshMahal पर सधी है चुप्पी

दरअसल, बीते महीने एक जाने मीडिया चैनल ने इनके घर के रेनोवेशन का स्टिंग ऑपरेशन किया था. जिसमे केजरीवाल की उस हकीकत को दिखाया था जो वो पार्टी बनाने से लेकर सत्ता में आने तक छुपाकर चल रहे थे. अब ये जरूर पूछना कि ऐसा क्या छुपा रहे थे. आप थोडा फ्लैशबैक में चलेंगे तो आपको याद आएगा कि ये वही आम आदमी केजरीवाल है जिसके मुह पर जनता ने चप्पल और अंडे मारे थे. ये वही अरविन्द Kejriwal है जिसने मुख्यमंत्री (Kejriwal reaction 2000 Notes) बनने के बाकायदा एफिडेबिट बनवाया था कि मैं आम आदमी की ही तरह रहूँगा न महंगा बंगला लूँगा और न ही महंगी गाड़ी.

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मेरा काम सिर्फ जनता की सेवा है. इन सब फेंकू बातों से परे आज की हालत देखिये कि इस झूठे आम आदमी के बंगले का RENVOATION चार्ज 45 करोड़ से रुपये का है और ये मैं नहीं कह रहा ये उस स्टिंग ऑपरेशन की हकीकत है. इस झूठे आदमी के घर में 8 करोड़ के तो परदे लगे हुए हैं आटोमेटिक डोर लगे हैं मलेशिया की टाइल्स लगी हुई है और ये सब हुआ भी तब जब देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा था.

और तो और इससे बड़ा झूठ तो ये है कि जो आदमी एक वक़्त में खुद को खालिस्तानी समर्थकों से खतरा बताते हुए सिक्योरिटी की मांग कर रहा था वही जब गुजरात चुनाव में अपनी नौटंकी पेश करने पहुंचा तो ये कह रहा था कि मोदी जी आपकी पुलिस मझे परेशान कर रही है मझे अकेला नहीं छोड़ रही. तब बोल रहे थे कि बोला कि मैं आम आदमी हूं मैं जनता के बीच रहना चाहता हूं मझे किसी के सिक्योरिटी की जरूरत नहीं है और बीते कुछ दिनों पहले इन महोदय ने नरेन्द्र मोदी(Narednra Modi) के सिक्योरिटी मांगी थी अपने घर के बाहर लगाने के लिए.

Kejriwal reaction 2000 Notes – ये वही Kejriwal हैं जो पार्टी के किसी भी सदस्य पर आरोप लगता है कुछ भी होता है तो अगले कुछ घंटो में अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए प्रेस कांफ्रेंस के लिए बैठ जाते थे ये समझो कि कपडे पे जो दाग लगा है उसे धुलने जा रहे. लेकिन महोदय ये भूल जाते है कि ये दाग पुराने हैं और कपडे वाले नहीं. हां तो मुद्दे पर आते हैं बात-बात पर प्रेस कांफ्रेंस करने वाले केजरीवाल जब से ऑपरेशन शीशमहल (Operation Sheeshmahal)हुआ है तब से मुह में फेविकोल दाल कर बैठे हैं इनके मुह से आवाज़ नहीं निकल रही थी कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं की. और जब बीते दिन मोदी सरकार ने नोटबंदी का एलान कर दिया तो इनके तेवर ही बदल गए उलूल जुलूँ बाते करने लगे. आपको फिर से बता दूं ये वही आम आदमी है जो जनता को फ्री की रेवड़ी का झांसा देकर दिल्ली का बेड़ा गर्क कर रहा है.

नोटबंदी पर बनाया मोदी को ‘अनपढ़’

कल जब से आरबीआई ने गाइडलाइन जारी करते हुए 2000 की नोट बंदी का एलान किया उसके बाद से विपक्ष तो हावी हुआ ही ये महोदय भी काफी परेशां दिखे और ऐसी परेशानी में अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए ट्वीट करते हैं कि, “पहले बोले 2000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा. अब बोल रहे हैं 2000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार ख़त्म होगा इसीलिए हम कहते हैं, PM पढ़ा लिखा होना चाहिए. एक अनपढ़ पीएम को कोई कुछ भी बोल जाता है. उसे समझ आता नहीं है. भुगतना जनता को पड़ता है”

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इस ट्वीट में केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पद पर बैठे नरेन्द्र मोदी को अनपढ़ कह रहे हैं. अब केजरीवाल जी जरा ये बताइए कि आईआईटी तो आपने भी की है लेकिन फ्री की रेवड़ी का कांसेप्ट कहाँ से ले आए? वो तो छोड़िये ये बताइए आपने अपने शीशमहल के बारे में जनता को जवाब क्यों नहीं दिया जनता सवाल पूँछ रही कि हमारे टैक्स वाले पैसे कहाँ है?

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