JPC report on Waqf Bill: लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर भारी हंगामा हुआ और विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की रिपोर्ट पेश की, जिसके बाद पूरे देश की राजनीति गर्मा गई। विपक्षी दलों और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इस बिल पर कड़ा ऐतराज जताया है।
विपक्ष का कहना है कि विधेयक में उनकी आपत्तियों और सुझावों को नजरअंदाज किया गया है, जबकि सरकार का दावा है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के हक की रक्षा के लिए लाया गया है।
विधेयक पर हंगामा, विपक्ष ने किया विरोध और वॉकआउट- JPC report on Waqf Bill
वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान विपक्षी दलों ने लोकसभा में भारी विरोध किया। सपा सांसद डिंपल यादव ने आरोप लगाया कि सरकार मनमाने तरीके से यह विधेयक ला रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के असहमति नोट को विधेयक में शामिल नहीं किया गया, जिससे यह साबित होता है कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि यह बिल मुस्लिमों से वक्फ की संपत्ति छीनने के लिए लाया गया है। सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने भी इस विधेयक पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बिल के माध्यम से किसानों और रोजगार के मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है।
मुस्लिम धर्मगुरुओं का विरोध, कोर्ट जाने की चेतावनी
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने इस बिल का विरोध करते हुए कहा कि वक्फ कानून में कोई भी संशोधन मंजूर नहीं किया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के सांसदों द्वारा उठाए गए मुद्दों को JPC की रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया।
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले को लेकर हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
बीजेपी का बचाव: ‘अब वक्फ के नाम पर गुंडई नहीं होगी’
इस मुद्दे पर बीजेपी सांसदों ने विधेयक का बचाव किया और कहा कि इससे मुस्लिम समुदाय को ही फायदा होगा।
– गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन ने कहा कि विपक्ष इसे सिर्फ राजनीतिक मुद्दा बना रहा है।
– उन्होंने कहा कि अब वक्फ संपत्ति पर होने वाली जबरदस्ती और गुंडई बंद हो जाएगी।
– उनका दावा है कि यह बिल मुस्लिम समाज को मजबूत करेगा और उनकी संपत्ति को सुरक्षित बनाएगा।
सरकार का पक्ष: विधेयक में विपक्ष की चिंता शामिल
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर गठित JPC कमेटी के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि:
– विपक्ष की चिंताओं को रिपोर्ट में खंड दर खंड शामिल किया गया है।
– गृह मंत्री ने खुद सदन में कहा कि हमें कोई आपत्ति नहीं है और विपक्ष की बातों को रिपोर्ट में जोड़ा जाएगा।
– विपक्ष का विरोध लोकतंत्र के खिलाफ है।
क्या है वक्फ संशोधन विधेयक?
वक्फ अधिनियम पहले से ही मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सामाजिक संपत्तियों की सुरक्षा के लिए मौजूद है।
नए संशोधन में कुछ नए नियम जोड़े गए हैं, जिससे वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग और विवादों को रोका जा सके।
सरकार का कहना है कि इससे मुस्लिम समुदाय को ही फायदा होगा।
वहीं, विपक्ष और मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि यह बिल वक्फ संपत्तियों पर सरकारी नियंत्रण बढ़ाने की साजिश है।
क्या आगे बढ़ेगा विवाद?
वक्फ संशोधन विधेयक पर मचा बवाल अब सड़क से लेकर कोर्ट तक जा सकता है। विपक्ष इसे ध्यान भटकाने की राजनीति बता रहा है। वहीं, मुस्लिम धर्मगुरु इसे मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला बता रहे हैं। सरकार इसे सुधारात्मक कदम बता रही है।