चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनावों की घोषणा कर दी गई है। चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा। मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। इसी तरह हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 1 अक्टूबर को होगा और मतों की गिनती 4 अक्टूबर को की जाएगी। लेकिन महाराष्ट्र और झारखंड के लिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं की गई है। इस संबंध में ईसीआई प्रमुख राजीव कुमार ने स्पष्टीकरण भी दिया।
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महाराष्ट्र और झारखंड में डेट की घोषणा क्यों नहीं की गई?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग के प्रमुख राजीव कुमार से हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव न होने के बारे में सवाल पूछा गया। जवाब में उन्होंने कहा, “चूंकि जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घोषणा हो चुकी है, इसलिए महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कराने का फैसला अभी नहीं हुआ है।” उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले कई बातों का ध्यान रखा जाता है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। इस पूरे सीजन में कई त्योहार भी पड़ेंगे। पितृ पक्ष, नवरात्रि और दशहरा-दिवाली एक ही महीने में पड़ने के कारण अभी तक इनकी घोषणा नहीं की गई है।
#WATCH | On being asked about Assembly Elections in Maharashtra, Chief Election Commissioner Rajiv Kumar says, “Last time, Maharashtra and Haryana Assembly elections were held together. At that time, J&K was not a factor but this time there are 4 elections this year and 5th… pic.twitter.com/PsrV0724BR
— ANI (@ANI) August 16, 2024
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव न होने का मुख्य कारण बारिश और छुट्टियां हैं। साल के इस समय में बहुत बारिश होती है। आयोग नहीं चाहता कि बारिश का मतदान प्रक्रिया पर कोई असर पड़े। इसके अलावा, बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के लिए अभी भी कुछ काम बाकी है। हमें सभी काम निपटाने हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने तीसरा कारण बल की उपलब्धता बताया। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए बल एक बड़ा कारक होगा। सुरक्षा बलों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए हमने केवल दो राज्यों में एक साथ विधानसभा चुनाव कराने का फैसला किया है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बल की अधिक आवश्यकता हो सकती है। क्योंकि हाल के दिनों में वहां आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार चुनाव
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं। हाल ही में आयोग की टीम ने घाटी का दौरा भी किया था। आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को, महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को और झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है।
हरियाणा में अभी किसके पास कितनी सीटें?
हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं। इस समय भाजपा के पास 40, कांग्रेस के पास 31, जेजेपी के पास 10, इनेलो के पास 1, हरियाणा लोकहित पार्टी के पास 1 और निर्दलीय के पास 7 सीटें हैं।
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