महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम और देवेंद्र फडणवीस के सीएम बनने की अटकलों के बीच 30 जून को एकानाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
सीएम पद की शपथ से कुछ समय पहले तक ये कयास लगाए जा रहे थे कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनेंगे और एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम की कमान दी जाएगी। लेकिन इन्हीं सब कवायदों के बीच देवेंद्र फडणनवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेस में एकनाथ शिंदे के सीएम बनने का ऐलान कर सभी को भौचक्का कर दिया।
देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि एकनाथ शिंदे सीएम बनेंगे जिन्हे बीजेपी का समर्थन मिलेगा। लेकिन शाम होने के बाद जानकारी मिली की देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम का पद संभालेंगे।
हालांकि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान देवेंद्र फडणवीस के नाराज होने की खबरें आती रहीं। लेकिन इस बीच बीजेपी के दिग्गज नेताओं समेत अमित शाह और जेपी नड्डा ने फडणवीस का इसे त्याग और समर्पण बताया।
सामने आई जानकारी के मुताबिक, 2 दिन पहले ही शिंदे के सीएम बनाने का फैसला लिया जा चुका था। ये फैसला तब लिया गया जब फडणवीस कुछ समय पहले दिल्ली पहुंचे थे। उसी समय शपथ ग्रहण का कार्यक्रम प्लान कर लिया गया था।
बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने पहले शिंदे सरकार में शामिल होने से इंकार कर दिया था। लेकिन जेपी नड्डा चाहते थे कि फडणवीस सरकार में शामिल हो और डिप्टी सीएम पद की कमान संभाले। ऐसे में देवेंद्र फडणवीस के सरकार में शामिल होनें की जानकारी जेपी नड्डा ने ही ट्वीट कर दी थी।