Delhi Exit Poll 2025 Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के बाद आए एग्जिट पोल्स ने राजधानी की सियासत में हलचल मचा दी है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) को इन एग्जिट पोल्स से बड़ा झटका लगा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 26 साल बाद दिल्ली में सत्ता वापसी की उम्मीद दिखाई जा रही है। एग्जिट पोल्स के मुताबिक, अधिकांश सर्वेक्षणों ने भाजपा को बहुमत की ओर बढ़ते हुए दिखाया है, जबकि आम आदमी पार्टी को अपनी सत्ता बनाए रखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
एग्जिट पोल्स की तस्वीर- Delhi Exit Poll 2025 Result
सर्वेक्षणों के मुताबिक, भाजपा को दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 35 से लेकर 60 सीटों तक मिलने की संभावना जताई गई है। कुछ प्रमुख एजेंसियों जैसे ‘मैट्रिक्स’, ‘पी-मार्क’, और ‘पीपुल्स इनसाइट’ ने भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान व्यक्त किया है। उदाहरण के लिए, ‘मैट्रिक्स’ ने भाजपा को 39 से 35 सीटों तक जीतने का अनुमान जताया, वहीं ‘पीपुल्स प्लस’ ने भाजपा को 51 से 60 सीटों तक जीतने की संभावना व्यक्त की है। इन सर्वेक्षणों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी को 10 से लेकर 32 सीटों तक मिलने का अनुमान है, जो पार्टी के लिए चिंता का विषय है।
कांग्रेस की स्थिति इन सर्वेक्षणों में बेहद कमजोर नजर आई है। अधिकांश एग्जिट पोल्स ने कांग्रेस को एक या दो सीटों तक सिमित कर दिया है, जिससे पार्टी की दिल्ली में फिर से वापसी की उम्मीदें और भी फीकी हो गई हैं। ‘पी-मार्क’ और ‘चाणक्य स्ट्रैटेजीज’ के एग्जिट पोल्स ने कांग्रेस को शून्य से दो सीटों तक सिमित किया है, जबकि ‘पीपुल्स इनसाइट’ ने भी कांग्रेस को केवल 0 से 2 सीटें मिलने की संभावना जताई है।
मतदाताओं में बंटवारा
इस बार के चुनाव में दिल्ली के मतदाताओं में एक दिलचस्प बंटवारा देखने को मिला। चुनावी विश्लेषक यशवंत देशमुख ने बताया कि इस बार के चुनाव में पुरुषों ने भाजपा को और महिलाओं ने आम आदमी पार्टी को अधिक समर्थन दिया। इसके बावजूद, ज्यादातर सर्वेक्षणों में भाजपा को सत्ता में वापसी की उम्मीद जताई जा रही है।
आम आदमी पार्टी का बयान
आम आदमी पार्टी ने एग्जिट पोल्स के नतीजों को खारिज करते हुए कहा कि सर्वेक्षणों ने उनके प्रदर्शन को गलत तरीके से आंकलन किया है। पार्टी ने दावा किया है कि पिछली बार भी एग्जिट पोल्स में पार्टी के लिए नकारात्मक अनुमान लगाए गए थे, लेकिन अंततः पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया और सत्ता में आई। AAP नेता सुशील गुप्ता ने कहा कि पार्टी का विश्वास वोट प्रतिशत पर है, जो 2015 के मुकाबले लगभग समान है।
भाजपा का उत्साह
भाजपा के उम्मीदवार और पार्टी के नेता एग्जिट पोल्स में अपनी जीत को लेकर उत्साहित हैं। भाजपा नेता सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली में कमल खिलेगा और पार्टी सरकार बनाएगी। भाजपा के प्रवेश वर्मा ने भी दावा किया कि 8 फरवरी को नतीजे भाजपा के पक्ष में आएंगे और दिल्ली में सुशासन की शुरुआत होगी।
कांग्रेस का निराशाजनक प्रदर्शन
कांग्रेस के लिए यह चुनाव एक और झटका साबित हो सकता है। पिछले दो चुनावों में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था, और इस बार भी पार्टी को एग्जिट पोल्स में शून्य से दो सीटों के बीच सिमित किया गया है। कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक दत्त ने कहा कि वह एग्जिट पोल्स में विश्वास नहीं करते और उनका मानना है कि उनकी टीम ने कड़ी मेहनत की है, जो चुनाव के परिणामों में दिखेगा।
8 फरवरी का इंतजार
सभी एग्जिट पोल्स के परिणामों के बावजूद, असली परिणाम 8 फरवरी को सामने आएंगे, जब मतगणना होगी। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाली वोटों की गिनती और परिणाम से यह तय होगा कि दिल्ली की सत्ता में कौन आएगा।
हालांकि एग्जिट पोल्स ने भाजपा की वापसी की संभावना जताई है, लेकिन दिल्ली की राजनीति में हमेशा उलटफेर होते रहे हैं। आम आदमी पार्टी का विश्वास अपनी कार्यप्रणाली और सरकार के कामकाज में है, जबकि भाजपा इस बार पूरी ताकत से दिल्ली में वापसी के लिए तैयार है। कांग्रेस के लिए यह एक और कठिन परीक्षा हो सकती है। दिल्ली की राजनीति में अब तक के एग्जिट पोल्स के बाद, सभी की निगाहें 8 फरवरी के चुनाव परिणामों पर टिकी हैं।