Delhi CM Candidates: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, और 27 साल बाद सत्ता में वापसी की। अब जब बीजेपी ने दिल्ली का किला फतह कर लिया है, तो सबसे बड़ा सवाल यही है कि राजधानी का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर लगातार मंथन हो रहा है और कई दावेदारों के नाम चर्चा में हैं। बीजेपी का पुराना ट्रेंड देखें तो अन्य राज्यों की तरह दिल्ली में भी कोई चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है।
सीएम पद की रेस में सबसे आगे प्रवेश वर्मा- Delhi CM Candidates
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे नाम परवेश वर्मा (Parvesh Verma) का बताया जा रहा है। वह नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं और उन्होंने इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराकर बड़ा उलटफेर किया है। यह वही सीट है, जहां से 2013 में केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराया था और सीएम बने थे।
परवेश वर्मा का राजनीतिक कद इसलिए भी मजबूत है क्योंकि वह दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। वह पश्चिमी दिल्ली से दो बार सांसद भी रह चुके हैं और ओबीसी समुदाय (कुर्मी बिरादरी) से आते हैं। अगर बीजेपी दिल्ली में ओबीसी चेहरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, तो परवेश वर्मा इस पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार हो सकते हैं।
अन्य प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं
- सतीश उपाध्याय (Satish Upadhyay) – दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष
- विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta) – दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक
- आशीष सूद (Ashish Sood) – जनकपुरी से विधायक
- पवन शर्मा (Pawan Sharma) – उत्तम नगर से विधायक
क्या दिल्ली को पहली बार मिलेगी महिला मुख्यमंत्री?
बीजेपी ने पहले भी दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री का कार्ड खेला है। 1998 में पार्टी ने सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाया था। इस बार भी पार्टी महिला नेतृत्व को आगे ला सकती है। चुनाव में बीजेपी के 48 विधायकों में 4 महिलाएं जीती हैं, और इनमें से कुछ नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हो सकते हैं।
महिला उम्मीदवारों के संभावित नाम
- नीलम पहलवान (Neelam Pahalwan) – नजफगढ़ से पहली महिला विधायक
- रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) – दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) की पूर्व अध्यक्ष
- पूनम शर्मा (Poonam Sharma) – वज़ीरपुर से जीत दर्ज की
- शिखा रॉय (Shikha Roy) – आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज को हराया
अगर बीजेपी महिला नेतृत्व पर दांव लगाती है, तो इनमें से कोई भी चेहरा दिल्ली की कमान संभाल सकता है।
क्या बीजेपी दलित कार्ड खेलेगी?
बीजेपी जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए अनुसूचित जाति (SC) समुदाय के विधायक को भी मुख्यमंत्री बना सकती है। दिल्ली में पार्टी के चार दलित विधायक हैं, जो इस रेस में शामिल हो सकते हैं।
दलित चेहरे के संभावित नाम:
- राज कुमार चौहान (Raj Kumar Chauhan) – मंगोलपुरी विधायक
- रविकांत उज्जैन (Ravikant Ujjain) – त्रिलोकपुरी विधायक
- रविंद्र इंद्राज सिंह (Ravindra Indraj Singh) – बवाना विधायक
- कैलाश गंगवाल (Kailash Gangwal) – मादीपुर विधायक
अगर बीजेपी अनुसूचित जाति के किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाती है, तो यह दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव होगा।
क्या बीजेपी फिर से चौंकाएगी?
बीजेपी का इतिहास रहा है कि वह मुख्यमंत्री पद के लिए किसी लो-प्रोफाइल या अनजान चेहरे को आगे लाने में माहिर है। कई राज्यों में ऐसा देखा गया है, जब चर्चित नामों को दरकिनार कर किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री बना दिया गया। गुजरात में भूपेंद्र पटेल, उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी और यूपी में योगी आदित्यनाथ को चुने जाने का उदाहरण सामने है। ऐसे में दिल्ली में भी पार्टी कोई चौंकाने वाला फैसला ले सकती है।
अगले मुख्यमंत्री का नाम कब तय होगा?
बीजेपी इस फैसले को जल्दबाजी में नहीं लेना चाहती। पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय नेतृत्व इस पर गहन विचार-विमर्श कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री का नाम तय करने में अभी कम से कम एक सप्ताह का समय लग सकता है। दिल्ली में मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण समारोह की संभावित तारीख मार्च के पहले सप्ताह में हो सकती है।