Delhi Assembly Election 2025 Schedule: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनाव आयोग ने मंगलवार (7 जनवरी) को इस बात की जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है, लिहाजा उससे पहले नई सरकार का गठन हो जाना चाहिए।
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दिल्ली चुनाव का शेड्यूल- Delhi Assembly Election 2025 Schedule
चुनाव आयोग ने दिल्ली चुनाव के लिए पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है।
- चुनाव की घोषणा: 7 जनवरी
- नोटिफिकेशन जारी: 10 जनवरी
- नामांकन की अंतिम तिथि: 17 जनवरी
- नामांकन पत्रों की जांच: 18 जनवरी
- नामांकन वापसी की आखिरी तारीख: 20 जनवरी
- मतदान: 5 फरवरी
- मतगणना: 8 फरवरी
- सरकार गठन की आखिरी तारीख: 23 फरवरी
2020 के विधानसभा चुनाव का नतीजा
2020 के चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) ने जबरदस्त जीत हासिल करते हुए 70 में से 62 सीटों पर कब्जा जमाया था। बीजेपी ने 8 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में एक भी सीट नहीं आई थी। इससे पहले 2015 में भी आप ने 67 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल किया था। बीजेपी को तब केवल 3 सीटें मिली थीं और कांग्रेस का खाता नहीं खुला था।
CEC Rajiv Kumar along with ECs Gyanesh Kumar & Dr. Sukhbir Sandhu to address a #PressConference at Vigyan Bhawan,New Delhi to announce the schedule of #DelhiLegislativeAssemblyElections2025
🗓️ Today, 2 PM onwards
Watch Live on : https://t.co/P1yG6oEmS5#DelhiElections2025 #ECI
— Election Commission of India (@ECISVEEP) January 7, 2025
दिल्ली की राजनीतिक स्थिति
दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी पिछले दो विधानसभा चुनावों से दबदबा बनाए हुए है। 2013 में AAP ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी, लेकिन यह सरकार ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई। उससे पहले 15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर कांग्रेस का कब्जा था। बीजेपी 25 साल से अधिक समय से दिल्ली की सत्ता से दूर है।
राजनीतिक दलों की तैयारी
चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही आम आदमी पार्टी ने अपने सभी 70 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने अब तक 29 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है, जबकि कांग्रेस ने 47 नामों की घोषणा की है। एनसीपी ने भी 11 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।
CEC का बयान: पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर जोर
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ने प्रेस वार्ता के दौरान चुनावों में पारदर्शिता और ईवीएम पर लगने वाले आरोपों पर बात की। उन्होंने बताया:
- ईवीएम प्रक्रिया: ईवीएम की बैटरी को सभी के सामने सील किया जाता है। चुनाव से 7-8 दिन पहले इन्हें कमिशन किया जाता है। इसके बावजूद, चुनाव आते ही आरोप लगने लगते हैं।
- भारतीय मतदाता की जागरूकता: भारतीय मतदाता बेहद जागरूक हैं। यही कारण है कि 15 राज्यों में अलग-अलग राजनीतिक दल सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरी हैं।
- मतदाता संख्या: भारत जल्द ही 1 अरब मतदाताओं वाला देश बनने जा रहा है। वर्तमान में यह संख्या 99 करोड़ तक पहुंच चुकी है।
चुनाव आयोग की पारदर्शिता
CEC ने कहा कि मतदाता सूची को लेकर उठाए जा रहे सभी सवालों के जवाब देना आयोग की प्राथमिकता है। उन्होंने अपनी आखिरी प्रेस वार्ता में भरोसा जताया कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी होंगे।
दिल्ली में बढ़ी चुनावी सरगर्मियां
चुनाव आयोग की घोषणा के बाद दिल्ली में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सभी दल मतदाताओं को लुभाने के लिए रणनीति बनाने में जुट गए हैं। आम आदमी पार्टी अपनी विकास योजनाओं पर भरोसा कर रही है, जबकि बीजेपी और कांग्रेस चुनावी गणित साधने की कोशिश कर रही हैं।
आने वाले हफ्तों में दिल्ली की सड़कों पर चुनावी जंग और गर्म होने की उम्मीद है। मतदाताओं की नजर इस बात पर होगी कि कौन सी पार्टी उनकी उम्मीदों पर खरी उतरती है।