Home राजनीति पीएम पद के लिए अपना नाम सुनकर घबराए खड़गे, सोनिया राहुल की ओर किया इशारा

पीएम पद के लिए अपना नाम सुनकर घबराए खड़गे, सोनिया राहुल की ओर किया इशारा

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पीएम पद के लिए अपना नाम सुनकर घबराए खड़गे, सोनिया राहुल की ओर किया इशारा
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बीजेपी की तरफ तय है इस बार भी लोकसभा 2024 चुनाव में पीएम पद का उम्मीदवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं लकिन विपक्ष की तरफ से पीएम कौन बनेगा इस बात का जिक्र कही नहीं है. दरअसल, बीजेपी को हराने के लिए सभी विपक्षी पार्टी गठबंधन कर रही है जिसे INDIA गठबंधन नाम दिया गया है. वहीं इस बीच इस INDIA गठबंधन की एक मीटिंग में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अचानक विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित करके सबको चौंका दिया और ये बात सुनकर असहज हो गए और इस बीच उन्होंने राहुल और सोनिया की तरफ देखते हुए इस बात पर एक बयान दिया.

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ममता और केजरीवाल ने सुझाया खड़गे का नाम 

जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुलाकात हुई थी. खरगे के नाम का प्रस्ताव देते हुए दोनों ही मुख्यमंत्रियों ने दलील दी कि विपक्षी गठबंधन को एक संयोजक की आवश्यक्ता हो सकती है क्योंकि 28 दलों के साथ समन्वय करने की भी जरूरत पड़ेगी.

ममता की दलील का समर्थन करते हुए बैठक में केजरीवाल ने कहा कि खड़गे को संयोजक नियुक्त करने के अलावा गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद के लिए पसंद भी घोषित किया जाना चाहिए. ममता बनर्जी के साथ उन्होंने कहा, “मैंने कुछ शोध किया है और विश्वास के साथ कह सकता हूं कि दलित चेहरे के साथ चुनाव में उतरने से बड़ा फायदा होगा. हमारे पास पीएम के रूप में कोई दलित नहीं है और इससे हमें मदद मिलेगी खासकर कर्नाटक में.”

खड़गे ने कहा पहले जीतना जरुरी 

वहीं खड़गे के पक्ष में प्रस्ताव सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के लिए भी अजीब स्थिति पैदा हो गई. खड़गे ने कहा, “सबसे पहली बात हमें बीजेपी को हराने पर ध्यान केंद्रित करना होगा. पीएम चुनने का मुद्दा चुनाव के बाद तय किया जाना चाहिए.” उन्होंने पार्टी प्रमुखों सोनिया गांधी और राहुल गांधी को देखते हुए यह भी कहा कि उन्होंने कभी भी कोई पद हासिल करने के लिए अपनी जातिगत पृष्ठभूमि का इस्तेमाल नहीं किया है.

इसी के साथ इस बैठक के दौरान कई पार्टियां थीं जिन्होंने कांग्रेस से तीन राज्यों के चुनावों में उसकी हालिया हार के बारे में सवाल किया. स्टालिन ने कहा कि इन तीन राज्यों में मिली हार से कुछ सबक सीखने की जरूरत है. आपको बता दें कि बैठक में फैसला लिया गया कि 10 जनवरी तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया जाएगा.

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