मिशन यूपी 2022 को लेकर कांग्रेस भी एक्टिव हो गई है। यूपी में अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे चुनावों को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी। खबर है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए 150 नाम तय कर लिए हैं। इसको लेकर सोमवार को एक स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग भी हुई, जिसमें करीब 70 नामों पर सहमति बनी। वहीं इससे पहले पार्टी करीब 50 प्रत्याशियों के नाम तय कर चुकी हैं। बैठक का हिस्सा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी रहीं।
इसके अलावा बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेन्द्र भंवर सिंह, सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा और वर्षा गायकवाड भी मौजूद रहीं। खबरों की मानें तो चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने में कोई जल्दबाजी नहीं करती दिखाई देगी। प्रत्याशियों को व्यक्तिगत रूप से पर चुनाव लड़ने को लेकर सूचित किया जाएगा। इससे पहले कांग्रेस ने अपनी मजबूती वाली 50 सीटों पर उम्मीदवारों को तैयारी करने के लिए निर्देश दिए है। इनमें से ज्यादा उम्मीदवार वो शामिल रहेंगे, जो पूर्व सांसद, विधायक है या फिर जिन्होंने पिछले चुनावों में कड़ी टक्कर दी थीं।
सोमवार को हुई मीटिंग में भी लगभग छह दर्जन उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि इस बार चुनाव में अपना प्रत्याशी चुनने के लिए कांग्रेस पार्टी एक तय प्रक्रिया को फॉलो कर रही है, जिसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष और सदस्य जोनवार बैठकें कर रहे हैं। वो इस दौरान हरेक प्रत्याशी से मिलकर उनका पक्ष जा रहे हैं। इस दौरान उनके साथ जोन प्रभारी/राष्ट्रीय सचिव भी मौजूद रहे। साथ ही दावेदारों से सवाल जवाब भी किए जा रहे हैं। उनसे पूछा जा रहा है कि उनके चुनाव लड़ने का मकसद क्या है? चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने अब तक क्या तैयारी की है? साथ ही पूछा ये भी जा रहा है कि आखिर उन्हें ही क्यों चुनाव लड़ने का टिकट दिया जाए?
वहीं इसके अलावा कांग्रेस ने यूपी चुनाव को देखते हुए सोमवार को सभी विधानसभा क्षेत्रों में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ पदयात्रा का भी आयोजन किया। इस दौरान कांग्रेस का ‘शक्ति विधान महिला घोषणा पत्र’ सभी विधानसभा क्षेत्र के बूथों तक पहुंचाया गया। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पाण्डेय ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संसद और देश की विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 15 प्रतिशत से भी कम है। मौजूदा वक्त में लोकसभा में 14 फीसदी और राज्यसभा में 11.6 प्रतिशत सांसद महिलाएं हैं। वहीं इस बार कांग्रेस ने 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने का फैसला किया है। अगर सरकार राज्य में बन जाती है, तो छात्राओं को र्स्माटफोन और स्कूटी भी दी जाएगी। पाण्डेय ने कहा कि लेबर फोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।