हरियाणा चुनाव (Haryana election) के नतीजे आ गए हैं और एक बार फिर बीजेपी (BJP) राज्य में अपनी सरकार बनाने में सफल रही है। बीजेपी 48 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। वहीं, हरियाणा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी (congress candidate) मामन खान (Maman Khan) को सबसे बड़ी जीत मिली है। फिरोजपुर झिरका सीट से मम्मन खान को 130497 वोट मिले हैं। नूंह दंगों (Nuh riots) में गिरफ्तार हुए मामन खान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 98441 वोटों से हराया। उनके मुकाबले बीजेपी के नसीम अहमद को सिर्फ 32056 वोट मिले। वहीं अगर सबसे कम अंतर वाली जीत की बात करें तो उचाना कलां में बीजेपी कैंडिडेट (BJP Candidate) देवेंद्र अत्री (Devendra Atri) सबसे कम वोटों से जीते हैं।
फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को नूंह में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इन आरोपों के बावजूद मामन खान सबसे ज़्यादा अंतर से जीत कर विजेता बने। हालांकि, उनकी पार्टी हरियाणा में सरकार नहीं बना सकी।
मामन खान रिकॉर्ड तोड़ विक्ट्री- Maman Khan Record Breaking Victory
मामन खान को 1,30,497 वोट मिले, जबकि नसीम अहमद को सिर्फ 32 हजार 56 वोट मिले। इसके अलावा इनेलो उम्मीदवार मोहम्मद हबीब को सिर्फ 15,638 वोट मिले। इस सीट पर जेजेपी उम्मीदवार जान मोहम्मद को सिर्फ 720 वोट मिले और वह 5वें नंबर पर रहे। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार वसीम जफर को नोटा से भी कम वोट मिले। जहां नोटा को 439 वोट मिले, वहीं आप उम्मीदवार को सिर्फ 234 वोट मिले।
BJP के देवेंद्र अत्री की जीत
इसके अलावा उचाना कलां से भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र अत्री सबसे कम अंतर से जीते। देवेंद्र अत्री ने इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह को 32 वोटों से हराया। बृजेंद्र सिंह को 48,936 वोट मिले, जबकि देवेंद्र अत्री को 48,968 वोट मिले। इसके अलावा इस सीट पर सबसे चर्चित नाम पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का रहा, जो इस बार पांचवें नंबर पर रहे। दुष्यंत को महज 7,950 वोट मिले। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पवन फौजी आठवें नंबर पर रहे।
हरियाणा में चुनाव परिणाम क्या रहे?
हरियाणा में इस बार भाजपा ने लगातार तीन चुनाव जीते हैं, क्योंकि उसका प्रदर्शन शानदार रहा है। इस बार भाजपा ने 48 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस सिर्फ़ 37 सीटें ही जीत पाई। इस चुनाव में जनता ने दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी को पूरी तरह से नकार दिया। जेजेपी और चंद्रशेखर की पार्टी एएसपी ने गठबंधन किया था। इसके बाद भी दोनों में से किसी ने खाता नहीं खोला।
इसके अलावा इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने इस बार अच्छा प्रदर्शन किया। पार्टी दो सीटें जीतने में कामयाब रही। हालांकि, अभय चौटाला ऐलनाबाद सीट से हार गए। INLD और BSP ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इसके बाद भी बसपा अपना खाता नहीं खोल पाई। राज्य में तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। इनमें हिसार से सावित्री जिंदल, गन्नौर से देवेंद्र कादयान और बहादुरगढ़ से राजेश जून ने जीत दर्ज की है।
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