EVM News latest in Hindi- देशभर में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। 19 अप्रैल को वोटिंग शुरू होगी और 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे। इस बार भी चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के जरिये होने वाले हैं, जिसे लेकर विपक्ष ने फिर से मुद्दा बना लिया है। विपक्ष का कहना है कि EVM की जगह बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए। इस बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और दिग्विजय सिंह ने बताया है कि कैसे बैलेट पेपर से चुनाव कराया जा सकता है।
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EVM पर बोले दिग्विजय – EVM News latest
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मालवा में अपनी हालिया सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए लोगों से पूछा, “क्या आप सभी लोकसभा चुनाव बैलेट पेपर से कराना चाहते हैं या मशीन से? जो लोग मशीन के पक्ष में हैं उन्हें हाथ उठाना चाहिए।” जिसके बाद भीड़ की तरफ से जवाब आता है ‘हमें मशीनें पसंद नहीं हैं।’
लोगों का जवाब सुनकर पूर्व सीएम ने कहा कि चुनाव कराने का एक ही तरीका है बैलेट पेपर का इस्तेमाल। यदि 400 उम्मीदवार चुनाव में भाग लेते हैं, तो मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के बजाय बैलेट पेपर पर होगा। उन्होंने दावा किया कि वह 400 लोगों के नामांकन दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को 25,000 रुपये की सुरक्षा राशि जमा करनी होगी, जबकि आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 12,500 रुपये जमा करने होंगे। राजगढ़ लोकसभा सीट पर EVM के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने का यही एकमात्र साधन है।
भूपेश बघेल ने भी बताया अपना तरीका
दिग्विजय सिंह से पहले, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने EVM के बारे में चिंताओं को उजागर किया था। इस बार राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस ने भूपेश बघेल को अपना उम्मीदवार चुना है। दुर्ग में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव में एक सीट के लिए 384 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में उतरेंगे तो चुनाव आयोग बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए मजबूर हो जाएगा।
क्या कांग्रेस नेताओं का ये तरीका संभव है?
प्रत्येक ईवीएम एक निर्वाचन क्षेत्र में 384 उम्मीदवारों को मतदान करने की अनुमति देती है। नोटा भी यहां सूचीबद्ध है। एक बैलेट यूनिट नोटा सहित 16 उम्मीदवारों के नाम प्रदर्शित करती है। इस पद्धति में 24 ईवीएम को एक नियंत्रण इकाई से जोड़ा जा सकता है। ऐसे में केवल 384 उम्मीदवारों को ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से वोट दिया जा सकेगा।
हालांकि, दुर्ग जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि उम्मीदवारों की संख्या 375 से अधिक होने पर भी बैलेट पेपर से चुनाव कराने का कोई प्रावधान नहीं है।