यूपी में सत्ता हासिल करने की लड़ाई तेज होती चली जा रही हैं। हर पार्टी इस वक्त चुनाव प्रचार में जोरों शोरों से जुटी हैं। नेताओं के दल-बदलने और इस्तीफों का सिलसिला भी लगातार जारी है। इस बीच रामपुर में कांग्रेस को एक और जोरदार झटका लगा। कांग्रेस का एक और प्रत्याशी चुनाव से पहले पार्टी का साथ छोड़ दिया।
स्वार-टांडा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां ने कांग्रेस छोड़ अब अपना दल का दामन थाम लिया है। वो अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल से मुलाकात कर पार्टी में शामिल हो गए। अब वो इसी सीट से अपना दल की टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
हमजा मियां के पिता पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां भी कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। वो रामपुर शहर विधानसभा सीट से सपा सांसद आजम खां के मुकाबले चुनाव लड़ रहे हैं। हमजा मियां का कहना है कि प्रदेश में बीजेपी-अपना दल गठबंधन की सरकार है और आगे भी इसी की सरकार बनने की उम्मीद है। इस सरकार में रहते ही विधानसभा क्षेत्र में विकास कराया जा सकता है। विकास के लिए ही वो अपना दल में शामिल हुए हैं।
गौरतलब है कि रामपुर में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला यूं ही चलता रहता हैं। नवाब काजिम अली खां 2007 में स्वार-टांडा सीट से सपा के टिकट पर विधायक बने थे, लेकिन इसके 11 दिन बाद ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। तब बसपा की सरकार थी। वो इसके बाद सपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गए थे। फिर उपचुनाव हुआ, जिसमें वो जीत गए थे।
चमरौआ विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक युसूफ अली ने भी पार्टी को झटका दिया था। युसूफ अली कांग्रेस छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे, लेकिन युसूफ को सपा से भी टिकट नहीं मिल पाया। पूर्व विधायक यूसुफ अली नेकांग्रेस का टिकट मिलने के अगले दिन ही पार्टी छोड़ दी और सपा में शामिल हो गए, लेकिन उन्हें सपा की तरफ से उन्हें टिकट नहीं मिला।