उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी हर वर्ग को साधने की कोशिशों में जुटी हुई है। हाल ही में युवाओं के लिए भी योगी सरकार ने एक लाख छात्र-छात्राओं को टैबलेट-स्मार्टफोन बांटे। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सीएण योगी ने पार्टी ने लोक कल्याण संकल्प पत्र 2017 में किए अपने सबसे बड़े वादों में से एक को पूरा किया। सरकार की तरफ से युवाओं को मुफ्त टैबलेट-स्मार्टफोन देने के पहले चरण में एक लाख छात्र-छात्राएं को 60 हजार स्मार्टफोन और 40 हजार टैबलेट दिए। योजना का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को तकनीकी रूप से ट्रेन करना है।
शनिवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सभी जिलों से युवा आए थे। इस दौरान 1 करोड़ युवाओं को टैबलेट-स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ कुछ युवाओं को टैबलेट-स्मार्टफोन अपने हाथ से देकर सीएम योगी ने किया।
इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि दुनिया में जब भी भारत के युवाओं को अवसर मिला, उन्होंने अपनी प्रतिभा का छाप वैश्विक मंच पर पूरी मजबूती से रखा। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर बिना नाम लिए ही निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 12 बजे सोकर उठने वाले युवा नहीं। प्रदेश की जनता कोरोना महामारी में गुमराह कर वैक्सीन का विरोध करने वाले युवा नहीं। ये सब टायर्ड और रिटायर्ड हैं। इनसे उम्मीद मत करना। इन्होंने प्रदेश की जनता और युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा किया था।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 2017 से पहले हमारा युवा कहीं जाता, तो कुछ जिले ऐसे थे कि उनके नाम पर होटल में कमरे नहीं मिलते और बाकी युवा कहीं जाता था, तो ये माना जाता था कि नकल करके आया होगा या सिफारिशी होगा। इसलिए इनको प्रतियोगी परीक्षाओं से तक बाहर कर दिया जाता था। उन्होंने आगे कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में बेरोजगारी दर 18 फीसदी था, जबकि अब साढ़े 4 फीसदी था। इससे पता चलता है कि हमारी कोशिश सही दिशा में आगे बढ़ रही। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की ओर आगे कैसे बढ़ना है, ये प्रधानमंत्री की ईमानदार सोच को दमदारी के साथ प्रदेश में लागू करने का काम किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगे बोले कि ये सिर्फ स्मार्टफोन और टैबलेट नहीं। आपको इसके साथ मुफ्त में डिजिटल एक्सेस की सुविधा भी मिलेगी। फ्री में कंटेंट उपलब्ध कराएं जाएंगें। नई शिक्षा नीति के साथ जुड़कर हम देश को एक महाशक्ति के रूप में आगे बढ़ाने में कामयाब होंगे। इस तरह के कार्यक्रम अब हर कमिश्नरी में होंगे। डिजिटल क्रांति को गांव तक पहुंचाने, ऑनलाइन एजुकेशन से लेकर ऑनलाइन एक्जामिनेशन और प्रतियोगी परीक्षाओं को भी युवाओं को इसके साथ जोड़ेंगे।