यूपी विधानसभा चुनावों में दोबारा सत्ता हासिल करने के मिशन में जुटे सीएम योगी हाल ही में अमरोहा पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री योगी ने एक ऐसा बयान दिया, जिसके बाद श्रीकृष्ण-जन्मभूमि विवाद पर भी फिर बहस छिड़ सकती है। दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ बन रहा है, तो फिर मथुरा-वृंदावन कैसे छूट जाएगा। वहां भी काम भव्यता के साथ आगे बढ़ चुका है। हमने बृज तीर्थ विकास परिषद गठित करके वहां पर भी विकास कार्यों को एक नई गति देनी प्रारंभ कर दी है।
अपनी इस रैली के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ विपक्षियों पर निशाना साधते हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सबसे अधिक समय तक देश पर शासन किया। इनकी सरकार ने हमेशा बीजेपी और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस किए, जिसका उदाहरण मालेगांव की घटना है। कांग्रेस की ये हरकत देश के प्रति अपराध है, जिसके लिए उन्हें देश की जनता से माफी भी मांगनी चाहिए। दरअसल, इस दौरान सीएम योगी 2008 में मालेगांव में एक ब्लास्ट का जिक्र कर रहे थे, जिसमें एक गवाह ने सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र ATS पर आरोप लगाते हुए कहा कि उस पर सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लेने के लिए दबाव बनाया गया था।
सीएम योगी ने रैली में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि मोदी सरकार ने तो पाकिस्तान को उसके ही घर में घुसकर मारा और कांग्रेस तो इस बात डरती रही कि पाकिस्तान पर हमला करने से कहीं वोट बैंक ना नाराज हो जाएं। कोरोना काल में हम और हमारी पार्टी के लोग आप सभी लोगों के साथ थे और मुफ्त राशन भी बांट रहे थे। उस मुश्किल वक्त में बुआ, बबुआ, भाई और बहन कहां थे? ये बात आप उनसे जरूर पूछें। ये सभी गायब हो गए थे या फिर अपने घरों में क्वारंटाइन हो गए थे।