उत्तर प्रदेश चुनावों में बीजेपी सत्ता पर बने रहने की चुनौती का सामना कर रही है। इन चुनावों के लिए पार्टी अपनी पूरी ताकत लगाती नजर आ रही है। पार्टी के बड़े नेता चुनाव के इस मैदान में कूद पड़े हैं। रैलियों, कार्यक्रमों के जरिए बीजेपी ने माहौल बनाना शुरू कर दिया है। वहीं इसके बाद पार्टी का अगला फोकस चुनाव घोषणा पत्र पर है, जिसके लिए बीजेपी पूरा जोर लगाने की तैयारी में हैं।
बीजेपी ने यूपी चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र का नाम लोक कल्याण संकल्प पत्र नाम रखा है। इस बार पार्टी की तैयारी जनता के सुझावों पर अपना घोषणापत्र तैयार करने की है। इसके लिए बीते दिनों सीएम योगी ने एक अभियान की शुरुआत भी की, जिसका नाम था ‘यूपी नंबर 1 : सुझाव आपका, संकल्प हमारा’। इस कैंपेन के तहत बीजेपी जनता से घोषणा पत्र के लिए सुझाव लेगी और इसके लिए प्रदेश में 30 हजार जगहों पर आकांक्षा पेटियां लगाई गई हैं। साथ ही ई-मेल के जरिए भी जनता से सुझाव देने को कहा गया है।
घोषणा पत्र तैयार करने के लिए बनी समिति
अब इसके अलावा पार्टी की ये भी तैयारी है कि घोषणा पत्र तैयार करने के लिए प्रदेश स्तर पर बनी घोषणा पत्र समिति के सदस्य अलग-अलग जिलों में जाकर समाज के विभिन्न वर्गों से बातचीत करेंगे और उनके सुझावों को इकट्ठा करेंगे। इसके लिए सभी सदस्यों के प्रवास कार्यक्रम तय कर दिए गए हैं।
बीजेपी प्रदेश मीडिया सह प्रभारी हिमांशु दुबे ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में बनाई गई घोषणा पत्र समिति के सदस्य सोमवार से प्रदेश के अलग अलग जगहों पर जाकर सामाजिक, व्यावसायिक, औद्यौगिक, श्रमिक, साहित्यकार, शिक्षक वर्गों के बीच जाएंगे। पहले दिन सांसद सीमा द्विवेदी प्रयागराज में श्रमिक, शिक्षाविद और अधिवक्ता वर्ग से संवाद करेंगी। राज्य मंत्री अतुल गर्ग आगरा में श्रमिक, पर्यटन, फुटवियर के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों से उनके सुझाव लेंगे।
वहीं मंगलवार को समिति के सदस्य डा. पुष्कर मिश्र गौतमबुद्धनगर में व्यवसायी, फिल्म उद्योग, कारोबारी और प्रोफेशनल लोगों के बीच में जाएंगे। साथ ही सांसद राजेश वर्मा सहारनपुर में काष्ठ कारोबारियों और सांसद विजयपाल तोमर किसानों व पीतल कारोबारियों से बातची करेंगे। बुधवार को सांसद बृजलाल कानपुर में शिक्षक, कपड़ा कारोबारी, फुटवियर उद्यमी और सामाजिक प्रतिष्ठित व्यक्तियों से उनके सुझाव लेंगे। ऐसे ही बीजेपी का ये अभियान चलेगा और विभिन्न वर्गों से सुझाव लेने के बाद पार्टी अपना घोषणापत्र तैयार करेगी।