BJP National President Election Candidate: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस बार दक्षिण भारत के किसी नेता को अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से भाजपा को दक्षिण के राज्यों में बढ़ा समर्थन मिला है, जिसे ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी, बंडी संजय कुमार, शिवराज सिंह चौहान, देवेंद्र फडणवीस और प्रल्हाद जोशी में से किसी एक को यह पद सौंपा जा सकता है।
दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनने की संभावना क्यों? (BJP National President Election Candidate)
बीते 20 वर्षों में भाजपा का नेतृत्व उत्तर भारत के नेताओं ने संभाला है, जबकि 2000 से 2004 तक पार्टी अध्यक्ष के रूप में बंगारू लक्ष्मण (तेलंगाना), जना कृष्णामूर्ति (तमिलनाडु) और वेंकैया नायडू (आंध्र प्रदेश) जैसे दक्षिण भारतीय नेता रहे। इस बार भी भाजपा अपनी बढ़ती पकड़ को देखते हुए दक्षिण के किसी नेता को यह जिम्मेदारी दे सकती है। आइये अब बात करते हैं भाजपा अध्यक्ष पद के संभावित उम्मीदवारों की।
जी. किशन रेड्डी (केंद्रीय कोयला मंत्री)
वर्तमान में तेलंगाना भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। 2002 में भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। तीन बार विधायक और आंध्र प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं।
बंडी संजय कुमार (केंद्रीय गृह राज्य मंत्री)
हिंदुत्व और ओबीसी वर्ग में मजबूत पकड़। तेलंगाना की करीमनगर सीट से लगातार सांसद हैं। राष्ट्रीय महासचिव के रूप में भी कार्यरत। संघ पृष्ठभूमि के बंडी कुमार छात्र राजनीति से उभरकर आए हैं।
प्रल्हाद जोशी (केंद्रीय उपभोक्ता मामलात मंत्री)
संसदीय कार्य मंत्री के रूप में सफल फ्लोर मैनेजर। कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। धारवाड़ लोकसभा सीट से लगातार पांचवीं बार सांसद बने।
शिवराज सिंह चौहान भी दौड़ में शामिल?
पूर्व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो सकते हैं। वे छह बार विधानसभा और लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। ‘लाडली बहना योजना’ जैसी लोकलुभावन नीतियों ने उन्हें एक प्रभावशाली नेता बना दिया है। मध्य प्रदेश के कृषि विकास में उनकी भूमिका को भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
फडणवीस बन सकते हैं नया चेहरा?
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की, जिससे अटकलें तेज हो गई हैं।
होली के बाद मिल सकता है नया अध्यक्ष
भाजपा के संगठन चुनाव प्रक्रिया के तहत राष्ट्रीय परिषद के 50% से अधिक सदस्य चुने जाने के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संभव होता है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में मार्च के पहले सप्ताह तक संगठन चुनाव पूरे हो सकते हैं। अनुमान है कि होली के बाद पार्टी को नया अध्यक्ष मिल सकता है।
दक्षिणी राज्यों में भाजपा का बढ़ता प्रभाव (लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत)
राज्य | 2014 | 2019 | 2024 |
केरल | 10.33% | 12.93% | 16.67% |
आंध्र प्रदेश | 7.18% | 0.98% | 13.07% |
कर्नाटक | 43.37% | 51.38% | 46.05% |
तमिलनाडु | 5.56% | 3.66% | 10.72% |
तेलंगाना | 10.37% | 19.45% | 35.06% |
अब तक भाजपा के 11 राष्ट्रीय अध्यक्ष
- अटल बिहारी वाजपेयी (1980-86)
- लाल कृष्ण आडवाणी (1986-90, 1993-98, 2004-05)
- डॉ. मुरली मनोहर जोशी (1991-93)
- कुशाभाऊ ठाकरे (1998-2000)
- बंगारू लक्ष्मण (2000-01)
- जना कृष्णामूर्ति (2001-02)
- वेंकैया नायडू (2002-04)
- राजनाथ सिंह (2005-09, 2013-14)
- नितिन गडकरी (2010-13)
- अमित शाह (2014-20)
- जेपी नड्डा (2020-2024)
भाजपा के नए अध्यक्ष के रूप में दक्षिण भारत से किसी नेता के चुने जाने की संभावना प्रबल है। पार्टी इस चुनाव के जरिये न केवल अपने संगठन को मजबूत करेगी बल्कि 2029 के आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय संतुलन भी साधेगी।