पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने एक बार फिर ऐसा बयान दे दिया है, जिसको लेकर देश की राजनीति में बवाल मच गया। गणतंत्र दिवस के मौके पर अंसारी ने अपने एक बयान में ऐसा कुछ कहा जिसको लेकर उन पर देश को बदनाम करने के आरोप लग रहे हैं। पूर्व उपराष्ट्रपति ने अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में असहिष्णुता बड़ी है। इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि भारत अपने संवैधनिक मूल्यों से दूर जा रहा है। उनके इस बयान को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी प्रतिक्रिया देती नजर आ रही हैं।
बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने अंसारी के बयान को लेकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भारत में असुरक्षित हैं तो शांति देश पाकिस्तान चले जाएं।
इससे पहले बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन कहा कि देश हामिद अंसारी के बयान को पूरी तरह नकारता है। मुसलमानों के लिए हिंदुस्तान से अच्छा देश, हिंदू से अच्छा दोस्त और नरेंद्र मोदी से जैसा पीएम नहीं मिल सकता।
दरअसल, हामिद अंसारी ने कार्यक्रम में कहा था कि भारत में बीते सालों में ऐसे ट्रेंड्स सामने आए, जोकि स्थापित नागरिक राष्ट्रवाद के खिलाफ हैं। अंसारी ने आगे सरकार का नाम लिए बिना ही निशाना साधते हुए कहा कि ये चुनाव में मिले बहुत को धार्मिक बहुमत के रूप में पेश करते हैं, जोकि सीधा-सीधा हिंदू बाहुल्य आबादी की ओर इशारा था। उन्होंने कहा कि भारत में धर्म के आधार पर असहिष्णुता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
ऐसा पहली नहीं जब अंसारी अपने इस तरह के बयान को लेकर सुर्खियों में आए हो। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पूर्व उपराष्ट्रपति लगातार विवादित बयान देते आ रहे हैं। बतौर उपराष्ट्रपति अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में उन्होंने एक विवादित बयान दिया था, जो काफी समय तक सुर्खियों में रहा। उन्होंने कहा कि देश के मुस्लिमों में बेचैनी का अहसास और असुरक्षा की भावना है।