देश में जल्द ही लोकसभा चुनाव होने वाले हैं जो तय करेगे केंद्र में किसी सरकार बनेगी जहाँ इन चुनाव में मोदी सरकार को हराने को सभी विपक्षी पार्टी एक हो रही है तो वहीं बीजेपी का साथ छोड़ कर कई लोग राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (RAJPA) में शामिल हुए हैं.
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RAJPA मे शामिल हुए ये पदाधिकारी
दरअसल, 2 अक्टूबर 2023 को राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (RAJPA) के संस्थापक शेर सिंह राणा ने एक कार्यक्रम में शिरकत की और इस कार्यक्रम का उद्देश्य पटौदी विधानसभा और गुरुग्राम जिला के लिए नए पदाधिकारी के चयन करना था. इस सम्मेलन में जहाँ दुष्यंत सिंह राष्ट्रीय संगठन मंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता पवन सोम, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुभाष परमार, प्रवीण चौहान और गुलबीर सुर्पंच अलियर बास अतिथि के रूप में शामिल हुए. वहीं इस सम्मेलन में नए पदाधिकारी का चयन हुआ
इस सम्मेलन में जिला गुरुग्राम के लिए जिला अध्यक्ष के रूप में भोड़ाकला के रमेश राजपूत और जिला प्रभारी मीडिया के रूप में मानेसर से संदीप चौधरी को चुना गया है. पटौदी विधानसभा युवा मोर्चा के लिए अध्यक्ष के रूप में जाटौली विधानसभा मंदी के रहने वाकले ओमबीर चौहन को अध्यक्ष चुना गया.
वहीं पटौदी विधानसभा यावा मोर्चा के लिए अन्य पदाधिकारी में पटौदी से पुष्पेंदर राठौर, जाटौली से विजय सिसोदिया, महचाना से प्रदीप चौहान, रामपुर से नेत्र पाल और नानूकलां से संदीप चौहान को उपाध्यक्ष पटौदी मंदी से नितिन शर्मा, जाटौली से विकास दीप को महसचिव टोडापुर से सने चौधरी नर्हेदा से वीर सिंह चौहान, पटौदी मंडी से विकी कुमार पटौदी मंदी से विक्रांत शर्मा और करोला की ढाणी से योगेस्ग को सचिव रामपुर से कुलजीत को कोष अध्यक्ष करोला से पंकज शर्मा को मीडिया प्रभारी, जाटौली से बृज मोहन शर्मा को कार्यालय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी.
इसी के साथ पटौदी विधानसभा जनरल बॉडी में महाचाना से इंदरजीत चौहान को अध्यक्ष के रूप में चुना गया. वहीं अन्य पदाधिकारियों में करोला से सतेंदर चौहान, मंदपुरा से योगेश शर्मा, भोंडाकला से गजेंदर सिंह, भोंडाकला से विजय चौहान को उपाध्यक्ष, कासन से विक्रम सिंह चौहान को मडिया प्रभारी की जिम्मेदारी दी गयी.
बीजेपी से थे परेशान
इन सभी पदअधिकारीयों में से कुछ पदअधिकारी ऐसे हैं जो बीजेपीम में उच्च पद पर काम करते थे लेकिन अब ये सबह राजपा पार्टी में शामिल हो गये. ये सभी बीजेपी की खराब नीतियों से परेशान थे. वहीं नहों ये भी कहा कि बीजेपी समाज को एकजुट करने में सक्षम नहीं है और इस वजह से ये लोग राजपा में शामिल हो गये.