यूपी के कानपुर में हुई हिंसा के 4 दिन बीत चुके है। जिसके बाद पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी देने वाले बीजेपी नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, बीजेपी नेता हर्षित श्रीवास्तव ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर ट्विटर पर विवादित पोस्ट किया था। लेकिन इस पोस्ट को उन्होंने डिलीट भी कर दिया था। हालांकि माहौल ना बिगड़े इसके चलते पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा पुलिस ने कहा कि वे किसी को भी नहीं छोड़ेगे और कार्रवाई करेंगे।
पैगंबर पर विवादित पोस्ट करने पर बीजेपी नेता गिरफ्तार
वहीं पुलिस कमिश्नर विजय मीणा ने बीजेपी नेता की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि हम किसी भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले को नहीं बख्शेंगे। ऐसे हर व्यक्ति के खिलाफ एक्शन लेंगे। बता दें कि बीजेपी नेता हर्षित श्रीवास्तव को सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने को लेकर गिरफ्तार कियात गया है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153A, 295A और 507 के अलावा आईटी अधिनियम की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
कानपुर हिंसा भड़काने में PFI की साजिश
कानपुर हिंसा के भड़कने को लेकर इसमें पीएफआई का हाथ बताया जा रहा है। पीएफआई से जुड़े पांच लोगों की पहचान की गई है। वहीं उनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है बाकी 2 को की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक, माना जा रहा है कि पीएफआई ने वहां के स्थानीय लोगों के साथ मिलकर हिंसा की साजिश रची और उसे अंजाम देने में कामयाब रही। इससे जुडे कुछ और संदिग्धों से पुलिस पूछताछ कर सबूत जुटा रही है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि कानपुर हिंसा उसी दौरान हुई जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का दौरा था। उस दिन यानि 3 जून को दोपहर 2 बजे के करीब शहर के यतीमखाना के पास की मस्जिद में जुमे की नमाज अदा की गई। जिसके बाद तकरीबन दोपहर 2.30 बजे लोग बाहर निकले और बाजार में खुली हुई दुकानों को बंद कराने लगे। वहीं भीड़ की ओर से नई सड़क हाता को निशाना बनाया जाने लगा। इस दौरान तोड़फोड़ भी की गई। हिंसा को रोकने मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला और उसी से जांच जुटाने के बाद आगे की कार्रवाई जारी है। हालांकि इस मामले में अब तक लगभग 18 से ज्यादा लोगों को जेल भेजा जा चुका है।