महाराष्ट्र में बीजेपी की भले ही सरकार न हो पर उसका दमखम कायम है ये एख बार फिर से साबित हुआ है। राज्य के 32 जिलों में 106 नगर पंचायत चुनाव हुए जिसमें अब तक आए नतीजों के पर गौर करें तो बीजेपी 384 सीटे जीती और पहले रही तो वहीं शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 344 के साथ दूसरे पायदान पर है। वैसे बाद राज्य में शासित महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सबसे ज्यादा सीटें पाने में कामयाब रही। इन चुनावों में शिवसेना की बात की जाए तो वो पिछड़ी दिखी।
महाराष्ट्र में विधानसभा या लोकसभा के बराबर नगर पंचायत भले ही नही है पर दोनो ही जगहों का रास्ता तय करने के लिए इनके नजीते अहम हैं। राज्य के 106 नगर पंचायतो के 1649 सीटो पर चुनाव हुए। इस चुनाव में कांग्रेस 316 सीटो के साथ तीसरे और शिवसेना चौथे पायदान पर 284 सीटो तक सिमट गयी।
बीजेपी ने नंबर वन पर होने पर बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस का कहना था कि महाराष्ट्र में हुए नगर पंचायत के चुनाव के नतीजे बीजेपी के पक्ष में है और बीजेपी को 2017 से ज्यादा सीटें इस बार मिली हैं। वहीं कांग्रेस के कद्दावर नेता अशोक चौहान ने तो नांदेड़ में अधिकतर सीटें बचा ली पर पूरे महाराष्ट्र भर में कांग्रेस का प्रदर्शन कहीं न कहीं अशोक चौहान यहां तक की पूरे कांग्रेस के लिए निराश करने वाला है।
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री है रावसाहेब दानवे जिनको खुदके ही गृह जनपद जालना में ही जोरदार झटका लगा साथ ही बीजेपी के हाथ से ज्यादातर सीटें शिवसेना और एनसीपी के पास चली गयी। तो वहीं बीड़ जिले से बीजेपी के लिए राहत रही जहां महाराष्ट्र सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे टीएनसीपी को जबरदस्त झटका लगा।