
बिहार में महागठबंधन की सरकार को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है। लेकिन इससे पहले ही सीबीआई ने आरजेडी के नेताओं पर शिकंजा कसा है। सीबीआई ने चार बड़े नेताओं के यहां रेड मारी है। नौकरी घोटाले में कथित लैंड स्कैम को लेकर छापेमारी की गई है।
दरअसल, बिहार में महागठबंधन वाली सरकार बन चुकी है। ऐसे में आज यानि बुधवार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है। हालांकि इससे पहले ही सीबीआई ने आरजेडी के चार बड़े नेताओं के घर रेड मारी है। मिली जानकारी के मुताबिक, आरजेडी सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद के अलावा MLC सुनील सिंह और सुबोध राय के ठिकानों पर भी सीबीआई की टीमें पहुंची हैं। रिपोर्ट्स का कहना है कि सीबीआई ने नौकरी घोटाले में कथित जमीन को लेकर छापेमारी की है।
गौरतलब है कि इस मामले में सीबीआई ने बिहार में तीसरी बार रेड मारी है। जबकि इससे पहले भी सीबीआई ने आरजेडी के पूर्व विधायक और लालू यादव के ओएसडी भोला यादव को गिरफ्तार किया था। साथ ही उनके ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी।
वहीं सीबीआई के छापे पर MLC सुनील सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए रेड को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि ये जानबूझकर किया जा रहा है जिसका कोई मतलब नहीं है। वे छापेमारी इसलिए करवा रहे है कि डर के मारे विधायक उनके पक्ष में खड़े हो जाएंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक, ये कथित मामला साल 2004-2009 के रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा है। सीबीआई रेड इसलिए हो रही है क्योंकि आरोप है कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे, उस वक्त नौकरी के बदले जमीन देने के लिए कहा जाता था। कहा जा रहा है कि नौकरी के बदले में जमीन इसलिए ली जाती थी क्योकि पैसे लेने में रिस्क था। कहा ये भी जा रहा है कि ऐसे गैर कानूनी काम को अंजाम देने के लिए लालू के समय में रहे OSD भोला यादव को ही जिम्मेदारी दी गई थी।
वहीं जानकाारी मिली है कि सीबीआई ने आरजेडी सांसद अशफाक करीम के घर पर भी दबिश दी है। सीबीआई ये छापेमारी भी जमीन घोटाले के संबंध में बताई जा रही है।
सीबीआई की रेड पर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा ये ईडी, आईटी या सीबीआई की छापेमारी नहीं, बल्कि ये बीजेपी की छापेमारी है। क्योंकि ये एजेंसियां अब बीजेपी के अधीन काम करती हैं।
बता दें कि सीबीआई की इस रेड के बाद राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। ऐसे में कई समर्थक निर्दलीय एमएलसी समेत कई नेता सुनील सिंह के आवास पर पहुंच गए। अब सीबीआई की दबिश के बाद आरजेडी नेताओं का आरोप है कि उन्हें पहले ही शक था कि सीबीआई और ईडी ऐसा कर सकती है, क्योंकि आज ही महागठबंधन वाली नीतीश-तेजस्वी सरकार का फ्लोर टेस्ट भी है। ऐसे में RJD का ये भी आरोप है कि सदन में नेताओं को पहुंचने से रोकने के लिए ये छापेमारी हो रही है।
No comments found. Be a first comment here!