पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुए हमले के मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर छापेमारी की। छापेमारी में सीबीआई की टीम ने भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया है। साथ ही संदेशखाली में ईडी अधिकारियों पर हमले के मामले में भी सीबीआई अब तक 7 गिरफ्तारियां कर चुकी है।
हरकत में आयी सीबीआई
दरअसल, 5 जनवरी को राशन घोटाले के आरोप को लेकर ईडी टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी करने पहुंची थी, जहां ईडी की टीम पर हमला हुआ था। जिसके बाद ईडी टीम पर हमला करने में शामिल आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। जानकारी के मुताबिक, सीबीआई की टीम कड़ी सुरक्षा के बीच अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।
आज तक में छपी रिपोर्ट के अनुसार ईडी टीम के खिलाफ हिंसा के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में सीबीआई ने आरसी 2/2024 कॉलम के तहत मामला दर्ज किया था। जिसके चलते इस मामले के आरोपी एसके शाहजहां के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली गई।
हथियार और गोला-बारूद बरामद
वहीं, सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के खिलाफ हिंसा से जुड़े एक मामले में संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने विदेशी पिस्तौल और रिवॉल्वर सहित बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया।
छापेमारी के दौरान मिले हथियारों में 3 विदेशी निर्मित रिवाल्वर,1 भारतीय रिवॉल्वर,1 कोल्ट आधिकारिक पुलिस रिवॉल्वर, 1 विदेश निर्मित पिस्तौल,1 देशी पिस्तौल, 9 मिमी गोलियां – 120, .45 कैलिबर कारतूस – 50, 9 मिमी कैलिबर कारतूस-120, .380 कारतूस -50, .32 कारतूस- 08 शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, ये हथियार संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के करीबी के घर की तलाशी के दौरान मिले।
7 लोग गिरफ्तार
संदेशखाली में ईडी अधिकारियों पर हमले के मामले में सीबीआई अब तक 7 गिरफ्तारियां कर चुकी है। सीबीआई को ईमेल के जरिए 50 से ज्यादा शिकायतें मिली थीं। इनमें से एक पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर छापेमारी भी की। पुलिस ने जिस एफआईआर में शेख शाहजहां को आरोपी बनाया था, उसे सीबीआई ने अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी और शेख शाहजहां को बंगाल पुलिस से हिरासत में ले लिया।
टीएमसी नेता पर क्या आरोप
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ग्रामीण महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं पर उनकी जमीनें हड़पने का आरोप लगाया है, साथ ही कुछ ने टीएमसी नेता पर यौन शोषण का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा शाहजहां शेख पर राशन घोटाले में शामिल होने का आरोप है। हालांकि, पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान सीबीआई ने इस छापेमारी को अंजाम दिया। जिसका असर टीएमसी पर पड़ सकता है।
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