पंजाब विधानसभा चुनावों में इस बार झाड़ू का जादू चला। पंजाब में आम आदमी पार्टी एकतरफा जीत हासिल कर बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही हैं। पार्टी ने राज्य में बड़ी जीत दर्ज की। 117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में AAP अकेले 92 सीटों पकर जीत दर्ज कर चुकी है। वहीं सत्ता में रहने वाली कांग्रेस केवल 18 सीटों पर ही सिमटकर रह गई।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की आंधी कुछ ऐसी आई कि इसमें चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह से लेकर अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल जैसे दिग्गज नेता तक उड़ गए। इनमें से कोई भी अपनी सीट तक बचाने में कामयाब नहीं हुआ। पंजाब की जनता ने इस बार कांग्रेस को सत्ता से हटाकर आम आदमी पार्टी पर भरोसा जताया और भगवंत मान को अपना मुख्यमंत्री चुना। भगवंत मान जल्द ही पंजाब के मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे।
भगवंत मान एक स्टैंडअप कॉमेडियन रहे हैं। जिन सिद्धू को वो इन चुनावों में टक्कर दे रहे थे, वो कभी उनके जज हुआ करते थे। राजनीति के चलते भगवंत मान अपने परिवार तक से दूर हो गए थे। अब वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। एक कॉमेडियन से लेकर सीएम बनने तक कैसा रहा भगवंत मान का सफर, आइए डालते हैं इस पर एक नजर…
कॉमेडियन बनने का किया फैसला
भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर के सतोज गांव में हुआ। भगवंत मान ने बीकॉम में ग्रेजुएशन करने का फैसला लिया था, लेकिन उन्होंने फर्स्ट ईयर में ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने कॉमेडी की दुनिया में हाथ अजमाने की कोशिश की। इसमें भगवंत मान काफी हद तक सफल रहे। कॉमेडी में धीरे धीरे मान की किस्मत चमकी। उन्होंने मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के साथ काम किया। वो ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ पॉपुलर टीवी कॉमेडी शो का हिस्सा रहे हैं।
ऐसा ली पॉलिटिक्स में एंट्री
भगवंत मान का निकनेम जुगनू है। उन्हें उनकी परिवार के लोग इस नाम से बुलाते हैं। मान ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत साल पंजाब पीपुल्स पार्टी से की थी। उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। हालांकि इसमें भगवंत मान को करारी शिकस्त मिली।
फिर 2014 में मान आम आदमी पार्टी में आ गए। 2014 में ही उन्होंने AAP की तरफ से लोकसभा चुनाव भी लड़ा, जिसमें उन्होंने शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 2019 लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत का परचम लहराया। 2022 पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को ही अपना सीएम चेहरा घोषित किया था। उनके फेस पर चुनाव लड़ा गया और पार्टी ने यहां बड़ी जीत दर्ज की। जिसके बाद अब भगवंत मान जल्द ही पंजाब के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
जब मान पर लगे थे शराब पीकर संसद आने के आरोप
भगवंत मान विवादों का भी हिस्सा रह चुके हैं। एक बार उन पर शराब पीकर संसद पहुंचने के आरोप लगाए गए थे। विवाद के चलते 2019 में भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी की जनसभा में शपथ ली थी कि वो फिर कभी शराब नहीं पीएंगे। इस दौरान भगवंत मान अपनी मां के साथ मंच पर आए और उनके आगे ही शपथ ली थी कि उन्होंने शराब पूरी तरह से छोड़ दी और इसे फिर कभी नहीं छूड़ेंगे।
पत्नी से हो गया था तलाक
भगवंत मान का साल 2015 में पत्नी के साथ तलाक हो गया था। उनके दो बच्चे भी हैं। भगवंत मान ने पत्नी इंदरजीत कौर को छोड़ने की वजह पॉलिटिक्स को ही बताया। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि राजनीति में आने से उन्हें बहुत कुछ खोना पड़ा।
भगवंत मान ने खुलासा करते हुए कहा था कि अब मैं अपने बच्चों के साथ फोन पर बात नहीं करता। भगवंत ने कहा था कि परिवार को समय नहीं देने के चलते उनकी पत्नी ने उनसे दूरी बना ली। फिर आपसी सहमति से तलाक हुआ। शादी टूटने के बाद भगवंत मान पंजाब को ही अपना परिवार बताते हैं।