Balesh Dhankhar arrested: ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के एक प्रमुख नेता बालेश धनखड़ को पाँच कोरियाई महिलाओं के साथ सुनियोजित तरीके से बलात्कार करने के आरोप में 40 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई है। इस सज़ा में 30 साल की गैर-पैरोल अवधि शामिल है, जिसका मतलब है कि उसे 2053 से पहले जेल से रिहा नहीं किया जा सकता। इस मामले को ऑस्ट्रेलिया के सबसे जघन्य यौन अपराधों में से एक माना जाता है।
कैसे दिया जाता था अपराध को अंजाम? (Balesh Dhankhar arrested)
ऑस्ट्रेलियाई न्यूज़ वेबसाइट नाइन न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, 43 वर्षीय बालेश धनखड़ महिलाओं को फंसाने के लिए फ़र्जी नौकरी के विज्ञापन पोस्ट करता था। वह इच्छुक उम्मीदवारों को इंटरव्यू के बहाने सिडनी या उसके आस-पास अपने घर पर बुलाता था। वहाँ वह पीड़ितों को बेहोशी की दवा देता था, जिससे वे बेहोश हो जाती थीं या विरोध करने की स्थिति में नहीं रहती थीं।
ये बालेश धनखड़ है, BJP का वरिष्ठ नेता. इसने 21 से 25 साल की कई लड़कियों का 13 बार रेप किया.
रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लड़कियों का रेप किया, उन्हें इसने नौकरी देने के नाम पर बुलाया.
फिर उन्हें ड्रग्स देकर बेहोश किया और उनके साथ रेप किया. लड़कियों ने बताया कि… pic.twitter.com/HYKgnaoZ9O
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) March 8, 2025
ऑस्ट्रेलियन एसोसिएटेड प्रेस (AAP) की रिपोर्ट के अनुसार, आईटी सेक्टर में काम कर चुके धनखड़ पीड़िताओं को नशे की हालत में अपनी हवस का शिकार बनाता था और इस जघन्य अपराध को कैमरे में रिकॉर्ड भी करता था। अदालत के सामने पेश किए गए साक्ष्यों से पता चला कि उसने इस आपराधिक प्रक्रिया को बेहद योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया।
कोर्ट का फैसला और जज की टिप्पणी
शुक्रवार को डाउनिंग सेंटर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज मिखाइल किंग ने फैसला सुनाते हुए कहा कि धनखड़ का व्यवहार क्रूरता की हदें पार कर चुका था। उन्होंने कहा:
“यह एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया जघन्य अपराध था। उसने महिलाओं की कमज़ोरियों का फायदा उठाया और अपनी यौन इच्छाओं की पूर्ति के लिए उन्हें शिकार बनाया।”
जज ने इस अपराध को “अत्यधिक हिंसक, पूर्व नियोजित और निर्मम” करार दिया और कहा कि यह महिलाओं पर लंबे समय तक चले हमले का हिस्सा था। रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िताओं की उम्र 21 से 27 साल के बीच थी और जब यह अपराध हुआ, वे या तो बेहोश थीं या फिर विरोध करने की स्थिति में नहीं थीं।
महिलाओं का विस्तृत डेटा रखता था अपराधी
मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि धनखड़ ने अपने कंप्यूटर पर एक एक्सेल स्प्रेडशीट बनाई थी जिसमें वह नौकरी के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं को उनकी खूबसूरती और स्मार्टनेस के आधार पर रेटिंग देता था। इसके अलावा वह महिलाओं से अपनी बातचीत का ब्यौरा भी लिखता था और यह दर्ज करता था कि कौन सी महिला उसके अपराध को अंजाम देने के लिए ज़्यादा उपयुक्त होगी।
2018 में हुई थी गिरफ्तारी
धनखड़ को 2018 में सिडनी के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में उसके घर पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। उस समय तक वह एक पांचवीं महिला को अपने जाल में फंसा चुका था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने उसके घर से डेट रेप ड्रग्स और एक खास तरह की घड़ी बरामद की थी, जो वीडियो रिकॉर्डिंग डिवाइस थी।
2023 में, एक ज्यूरी ने उसे 13 यौन अपराधों सहित 39 मामलों में दोषी ठहराया। हालांकि, धनखड़ लगातार इस बात से इनकार करता रहा कि उसने किसी महिला को बिना सहमति के कुछ किया। उसका कहना था कि “मेरी समझ में सहमति और कानून की नजर में सहमति में फर्क हो सकता है।”
बीजेपी कनेक्शन और विवाद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तारी से पहले धनखड़ भारतीय-अमेरिकी समुदाय में एक सम्मानित नेता माना जाता था। वह बीजेपी समर्थित एक संगठन का संस्थापक था और हिंदू काउंसिल ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया का प्रवक्ता भी रह चुका था। इसके अलावा, वो ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको, टोयोटा और सिडनी ड्रेन्स जैसी कंपनियों में भी काम कर चुका था।
इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधा। कांग्रेस ने एक 51-सेकंड का वीडियो जारी कर लिखा:
“महिला दिवस पर साफ संदेश, बीजेपी नेताओं से बेटी बचाओ!”
इसके अलावा, कांग्रेस ने एक और पोस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ धनखड़ की तस्वीरें साझा कीं और लिखा कि यह व्यक्ति बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक था।