उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पूर्व विधायक और बाहुबली गुड्डी पंडित समेत 9 उम्मीदवारों के नामांकन जांच के दौरान रद्द कर दिए गए। जिसके बाद गुड्डू पंडित ने एटा सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया पर आरोप लगाए कि उनके कहने पर ही उनका नामांकन निरस्त हुआ है। यही नहीं गुड्ड पंडित ने तो ये तक दावा किया कि राजू भैया उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं।
दरअसल, बुलंदशहर में चुनावों के लिए नामांकन पत्रों की जांच के दौरान बाहुबली गुड्डू पंडित समेत 9 प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त किए गए। इस महीने ही गुड्डू पंडित ने सपा की सदस्यता गहण की थी। लेकिन पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने शिवसेना से नामांकन किया। हालांकि चुनाव लड़ने के लिए उनका नामांकन रद्द किया जा चुका है। इसकी पुष्टि भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी अधिकारिक वेबसाइट के जरिए की।
नामांकन रद्द होने के बाद गुड्डू पंडित ने कल्याण सिंह के बेटे और एटा सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। गुड्डू पंडित ने कहा कि एटा सांसद राजू भैया के कहने पर ही प्रशासन ने उनका नामांकन पत्र निरस्त किया है। वो दो बार के विधायक और एक बार के लोकसभा प्रत्याशी रहे हैं।
बता दें कि पूर्व विधायक भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित डिबाई से चुनावी मैदान में उतरे थे। शिवसेना की टिकट पर वो यहां से चुनाव लड़ने जा रहे थे। 21 जनवरी को ही गुड्डू पंडित ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। जानकारी के मुताबिक उनका फॉर्म-बी संलग्न नहीं दिया जिसके चलते नामांकन रद्द हो गया। साथ ही साथ डिबाई से निर्दलीय उम्मीदवार सतपाल सिंह, मलखान सिंह, कलियान, चरन सिंह, चंद्रभान, नरेश कुमार और शिकारपुर से आइएनसी के लक्ष्मीकांत गिरी, बुलंदशहर से ऑल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट के तारीक खान का भी नामांकन रद्द किया गया है।
बता दें कि डिबाई सीट से गुड्डू पंडित लगातार 10 सालों तक विधायक रह चुके हैं। 2007 में बसपा की टिकट पर चुनाव लड़कर उन्होंने जीत हासिल की। 2012 में वो सपा की टिकट पर चुनाव लड़े और इस बार भी जीते थे।