27 महीने बाद जेल से बाद समाजवादी पार्टी(SP) के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) इन दिनों अपने ही पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर अपने बयानों से ताबड़तोड़ हमला कर रहें है और अखिलेश यादव के प्रति नाराजगी जाहिर करने का एक भी मौका नहीं चूक रहे। समाजवादी पार्टी (SP) के नेता और रामपुर से विधायक Azam Khan के बयानों से साफ पता चलता है कि उनके जेल में 27 महीने की रहने की अवधि के दौरान अखिलेश द्वारा एक बार भी हाल-खबर ना पूछा जाना और जेल जाने से बचाने में अखिलेश का खुल कर उनका समर्थन ना करना आजम खान को अंदर ही अंदर कचोट खाया है। अखिलेश यादव ने आजम खान के जेल से रिहा होने पर एक ट्वीट जरूर किया था , जिसमें उन्होनें लिखा था- ”झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं”।
आपको बता दें, उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी सरकार बनने के बाद 23 मई से पहला विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे एक दिन पहले रविवार को सत्र के दौरान योगी सरकार को घेरने के लिए समाजवादी पार्टी ने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर एक विधानमंडल दल की एक अहम बैठक बुलाई थी, जिसमें सभी सपा विधायकों को शामिल होना था। इस बैठक में सपा विधायक आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम शामिल नहीं हुए, जिससे एक बार फिर से राजनीतिक गलियारों में आजम और अखिलेश के बिगड़ते रिश्तों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि रविवार सुबह तक आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम दोनों ही अपने रामपुर स्थित घर पर थे। इससे स्पष्ट है कि आज़म खान और उनके बेटे सपा विधानमंडल दल की बैठक में शामिल नहीं होना चाहते थे। क्योंकि रामपुर से लखनऊ की सड़क मार्ग से दूरी ही करीब सात-आठ घंटे की है और आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम दोनों ही रविवार सुबह करीब 10 बजे तक रामपुर में ही थे।
शिवपाल यादव भी नहीं पहुंचे बैठक में
सपा विधानमंडल दल की बैठक में सपा के विधायक शिवपाल सिंह यादव भी शामिल नहीं हुए थे, जिसको लेकर भी राजनीति गलियारों तरह-तरह की कवायत लगनी शुरू हो गई है कि कहीं आजम खान और शिवपाल यादव में कोई अलग राजनीति खिचड़ी तो नहीं पक रहीं , जिससे सपा के मुखिया अखिलेश नदारत तो नहीं। शिवपाल सिंह यादव भी मार्च में सपा की बैठक में नहीं गए थे। उन्होंने दावा किया था कि सपा की मीटिंग में सभी विधायकों के बुलाया गया लेकिन उन्हें कोई न्योता नहीं मिला। बाद में सपा ने इस सवाल पर कहा था कि शिवपाल सहयोगी दल के नेता हैं और उनकी बैठक अलग से होगी।
आजम अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहते है
सपा के कद्दावर और बड़े नेता आजम खान अपनी राजनीति से ज्यादा अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्ख़ियों में रहे हैं। फिर चाहे वो बयान अपने राजनीति विरोधी या अपने ही पार्टी के लोग के खिलाफ क्यों ना हो। जेल से निकलते आजम खान ने रामपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सबसे पहले बिना नाम लिए अपने ही पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा -” मुझपर सबसे ज्यादा ज़ुल्म मेरे अपनों ने ही किए हैं, गैरों की क्या बात करूं”।
आजम ने ये भी कहा है कि ”मैं जेल में बंद था तब इस दौरान मैं जिंदगी से कम मौत से ज्यादा करीब था”। अखिलेश यादव के जेल में मिलने आने को लेकर आजम खान ने एक बार फिर अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा- ”मेहमान तो मेहमान होता है”। हालांकि उन्होनें अन्य राजनीति पार्टियां जैसे BJP ,CONGRESS , TMC का उनका साथ देने के लिए शुक्रिया अदा किया है।
आजम के शर्मसार करने वाले बयान
– आजम ने बदायूं में एक सभा को संबोधित करते हुए महिलाओं को लेकर बहुत गंदी बात बोली थी। उन्होंने कहा था कि गरीब घर की महिलाए यार के साथ नहीं जा सकती इसलिए वह बच्चे ज्यादा पैदा करती हैं। उनके इस बयान के बाद उनकी हर तरफ खूब आलोचना हुई थी।
– आजम ने अपने बयानों में भारतीय सेना को भी नहीं बक्शा है। उन्होंने सेना को लेकर भी उल्टा सीधा बोला हैं। उन्होंने 2013 में कारगिल युद्ध को लेकर कहा था कि कारगिल पर देश को फतह मुस्लिम जवानों ने दिलायी थी। उनमें हिंदू शामिल नहीं थे। उनके इस बयान की भी काफी आलोचना हुई थी मगर वह अपनी बात पर ही अड़े रहे।
– आजम खान ने अपनी गंदी जुबान से वेटरन अभिनेत्री जया पर्दा पर भी टिप्पणी की है। उन्होनें 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान रामपुर से टिकट मिलने को लेकर जया पर्दा को नचनिया और घुंघरु वाली तक कह दिया है। इस बयान को लेकर भी आजम खान की बहुत किरकरी हुई थी और वे महिलाओं के निशाने पर आ गए थे।
– आजम खान ने उत्तर प्रदेश के दादरी में 2015 में गोमांस रखने के शक में इकलाख नाम के शख्स की पीट-पीटकर हत्या के मामले में बयान में गौभक्तों को कहा था कि ”हर गोभक्त आज के बाद किसी होटल के मेन्यू में बीफ की कीमत न लिखने दें, अगर ऐसा होता है तो उन सभी फाइव स्टार होटलों की उसी तरह ईंट से ईंट बजा दें, जिस तरह बाबरी मस्जिद की बजाई थी”। इस बयान के कारण वो हिन्दुओं के निशाने पर आ गए थे।
– आजम खान ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथके बारे में विवादित बयान देते हुए कहा था कि वो योगी से प्यार-मोहब्बत से तल्ख रिश्तों को खत्म करेंगे। अगर योगी आदित्यनाथ शादी करें और अपने को मर्द होना साबित करें। आजम की इस बयान की बहुत निंदा की गई थी।
– आजम खान ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी अपनी जबान से जहर उगला है। उन्होनें प्रधानमंत्री मोदी को कुत्ते के बच्चे के बड़े भाई नरेंद्र मोदी ख कर संबोधित किया है। जिसको लेकर आजम खान की चौतरफा आलोचना हुई थी।