Anant Singh Attack: बिहार के चर्चित बाहुबली नेता और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह बुधवार को मोकामा के पंचमहला थाना क्षेत्र स्थित नौरंगा-जलालपुर गांव में हुई भारी गोलीबारी में बाल-बाल बच गए। यह घटना तब हुई जब अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ गांव पहुंचे थे। गोलीबारी में अनंत सिंह के एक समर्थक उदय यादव को गोली लगी, जिसे गले में चोट आई है। उदय यादव का इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
क्या हुआ घटनास्थल पर? (Anant Singh Attack)
सूत्रों के मुताबिक, गांव में सोनू-मोनू गिरोह ने एक परिवार के साथ मारपीट की और उनके घर पर ताला लगा दिया। घटना की सूचना मिलने पर अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ उस घर पहुंचे। अनंत सिंह को देखते ही सोनू और मोनू ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में अनंत सिंह के समर्थकों ने भी गोलियां चलाईं।
- फायरिंग का दायरा:
डीएसपी राकेश कुमार के अनुसार, दोनों तरफ से लगभग 20 राउंड गोलियां चलीं। हालांकि, कुछ सूत्रों का दावा है कि गोलीबारी में 70 राउंड से अधिक फायरिंग हुई। - पुलिस का बयान:
बाढ़ डीएसपी ने स्वीकार किया कि सोनू-मोनू गिरोह ने ही घर पर फायरिंग शुरू की। घटनास्थल से पुलिस ने तीन खोखे बरामद किए हैं।
गांव में तनाव और पुलिस की तैनाती
गोलीबारी की खबर मिलते ही नौरंगा-जलालपुर गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। बाढ़ डीएसपी राकेश कुमार के साथ कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर तैनात है। पुलिस ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है और जिस घर पर गोलीबारी हुई, उसके मालिक की शिकायत का इंतजार कर रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अनंत सिंह की दबंग छवि
अनंत सिंह मोकामा क्षेत्र के जाने-माने बाहुबली नेता हैं और उनकी छवि एक दबंग नेता की रही है। उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। साल 2022 में अनंत सिंह को एके-47 रखने के मामले में 10 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद उन्हें पटना के बेऊर जेल भेजा गया। हालांकि, बाद में पटना हाई कोर्ट ने उन्हें इस मामले में बरी कर दिया।
इसके अलावा, उनकी विधायकी जुलाई 2022 में रद्द कर दी गई थी, लेकिन मोकामा के उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी ने जीत हासिल की।
चुनाव से पहले बढ़ता तनाव
बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में मोकामा क्षेत्र में अनंत सिंह अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने में जुटे हुए हैं।
फिलहाल उनकी नजदीकियां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से हैं। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि अनंत सिंह खुद चुनाव लड़ेंगे, अपनी पत्नी को मैदान में उतारेंगे, या किसी अन्य को प्रत्याशी बनाएंगे।
ग्रामीणों के बीच डर का माहौल
गोलीबारी के दौरान गांव के लोग अपने घरों में छिप गए थे। फायरिंग खत्म होने के बाद ग्रामीण सड़क पर उतर आए और पूरे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया।
अनंत सिंह के समर्थकों का बयान
अनंत सिंह के समर्थकों का कहना है कि सोनू-मोनू गिरोह ने जानबूझकर यह हमला किया। घटना के दौरान अनंत सिंह और उनके समर्थक बड़ी मुश्किल से बच पाए।
आने वाले दिनों में क्या होगा?
इस घटना ने न केवल मोकामा क्षेत्र में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है, बल्कि चुनाव से पहले बाहुबली राजनीति के बदलते समीकरणों को भी उजागर किया है। पुलिस और प्रशासन की जांच जारी है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटना का आगामी चुनावों पर क्या प्रभाव पड़ता है।