बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) इस वक्त यूपी चुनाव (BJP Uttar Pradesh Election) के मिशन में जुटे हुए हैं। यूपी में बीजेपी की सत्ता कायम रखने के लिए अमित शाह रणनीति बनाने में जुटे हैं। इसी सिलसिले में बीते दिन शाह ने बुधवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 200 से ज्यादा प्रमुख जाट नेताओं (Amit Shah Meets Jat Leaders) से मुलाकात की।
जाट नेताओं से उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने की अपील की। साथ ही ये भी कहा कि दोनों मिलकर एक दुश्मन से लड़े थे। शाह ने इस दौरान जाट समुदाय के साथ 650 साल पुराना रिश्ता भी बताया। उन्होंने कहा कि आपने मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, हम भी लड़ रहे हैं। शाह ने इस मुलाकात के दौरान कहा कि जाट भी किसानों के लिए सोचते हैं और बीजेपी भी। जाट और बीजेपी दोनों ही देश की सुरक्षा के लिए सोचते हैं।
साथ ही इस दौरान अमित शाह ने कहा कि अगर कोई शिकायत है तो उनसे झगड़ा कर सकते हैं, लेकिन पार्टी से कोई नाराजगी ना रखी जाए। इस बातचीत के दौरान उन्होंने जाट नेताओं से भावुक अपील भी की। शाह ने कहा कि आपने 2014 में हमारी सरकार बनाई। 2017 में बहुत डराया, धमकाया और हड़काया। मेरी जगह और कोई होता तो वो रोत देता। लेकिन आपने कहा कि हम आपको वोट देंगे और फिर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई। 2019 में भी ऐसा ही किया। शाह ने अनुसार 2017 के चुनाव के दौरान उन्हें जाट नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने डांटा था।
अमित शाह ने RLD नेता जयंत चौधरी को लेकर एक बड़ा बयान देते हुए ये भी कहा कि हम भी उन्हें चाहते थे, लेकिन उन्होंने गलत घर चुन लिया। अगली बार उनसे बात कर लेना। बता दें कि यूपी चुनाव के लिए जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी के साथ हाथ मिला लिया है।
गौरतलब है कि यूपी में 10 फरवरी को पहले चरण के लिए वोटिंग होनी है। यूपी चुनाव का पहला चरण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है। जहां के समीकरण में जाट समुदाय काफी अहमियत रखता है। इसी को ध्यान में रखते हुए अमित शाह ने समुदाय को साधने के लिए दिल्ली में जाट नेताओं के साथ मुलाकात की। उनकी ये बैठक करीब दो घंटे चली