अगले साल उतर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसकी तैयारियां जोरों-शोरों पर चल रही है। ऐसा कहा जा रहा हैं कि 5 जनवरी क बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी किया जा सकता है। यूपी चुनाव को लेकर सभी पार्टियां एक्टिव मोड़ में आ चुकी है और राज्य की सत्ता हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंकती हुई नजर आ रही है। इस बीच यूपी चुनाव से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है।
दरअसल, इन चुनावों में जो दो सबसे बड़ी पार्टियां जिनके बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है वो बीजेपी और समाजवादी पार्टी ही मानी जा रही है। सपा का मकसद बीजेपी को सत्ता से हटाने का है। वहीं इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव यूपी चुनाव को देखते हुए अपने चाचा यानी शिवपाल यादव के साथ आ गए हैं।
दरअसल, बीते दिन 16 दिसंबर को अखिलेश अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव के घर पहुंचे थे। काफी लंबे समय के बाद अखिलेश अपने चाचा से मिलने पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। इनकी मुलाकात से पहले ही संभावनाएं जताई जा रही थीं कि अखिलेश, शिवपाल यादव की पार्टी के साथ गठबंधन कर लेंगे और हुआ भी कुछ ऐसा ही। बातचीत के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रसपा के साथ गठबंधन पर अपनी मुहर लगा दी। हालांकि दोनों नेताओं के बीच कितनी सीटो को लेकर बातचीत हुई इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिली।
गौरतलब है कि शिवपाल यादव मुलायम सिंह के छोटे भाई हैं। समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं में उनकी गिनती हुआ करती थी, लेकिन फिर आया साल 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान अखिलेश के साथ खटास बढ़ने लगी और शिवपाल यादव पार्टी से अलग हो गए। फिर शिवपाल यादव ने नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली। 2019 लोकसभा चुनाव में शिवपाल यादव ने यूपी में अपनी पार्टी से कई प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, जिसकी वजह से सपा को कई सीटों पर नुकसान भी हुआ था। अब एक बार फिर अखिलेश और शिवपाल साथ आ गए हैं। देखना दिलचस्प होगा कि इस गठबंधन का चुनाव पर क्या असर पड़ता है?