Ajit Pawar Adani vivad: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) से पहले एनसीपी प्रमुख अजित पवार (NCP chief Ajit Pawar) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बीच हुई एक अहम बैठक में उद्योगपति गौतम अडानी (Indian Billionaire Businessman Gautam Adani) मौजूद थे। यह बैठक 2019 में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और खुद अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाकर अल्पकालिक सरकार बनाने से ठीक पहले हुई थी। अजित पवार के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह उस समय के राजनीतिक घटनाक्रम पर नई रोशनी डालता है।
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अजित पवार का सनसनी खुलासा (Ajit Pawar Adani vivad)
द न्यूज मिनट के साथ एक साक्षात्कार में, अजित पवार ने इस जानकारी का खुलासा किया। वह उस घटना की ओर इशारा कर रहे थे, जिसमें अजित पवार, जो उस समय अविभाजित NCP के सदस्य थे, ने उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इंडियन एक्सप्रेस की कहानी का दावा है कि साक्षात्कार के दौरान, अजित पवार ने कहा,“क्या आपको नहीं पता? ये पांच साल पहले हुआ था। सबको पता है कि बैठक कहां हुई थी, हर कोई वहां था। मैं आपको फिर से बताता हूं। अमित शाह वहां थे, गौतम अडानी वहां थे, प्रफुल्ल पटेल वहां थे, देवेंद्र फडणवीस वहां थे, अजित पवार वहां थे, पवार साहब भी वहां मौजूद थे।”
लो, अब ये भी सुन लीजिए! २०१९ में भाजपा की सरकार स्थापित करने के लिए जो मीटिंग हुई थी, उसमें गौतम अदानी भी मौजूद थे!
किस हैसियत से गौतम अदानी राजनैतिक चर्चाओं का हिस्सा बने? क्या पद है उनका भाजपा में?
हम पहले से कहते आ रहे हैं कि धारावी पुनर्वसन प्रकल्प अदानी को मिले इसी वजह… pic.twitter.com/XAee5NtyCm
— Dr. Jyoti Eknath Gaikwad (@DrJyotiEGaikwad) November 12, 2024
शरद पवार के कहने पर चले अजित पवार
अजित पवार ने आगे कहा कि एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर उन्होंने वही किया जो शरद पवार (Sharad Pawar) ने उन्हें करने को कहा। उनकी बगावत सिर्फ़ 80 घंटे तक चली, क्योंकि शरद पवार ने उनका साथ न देने का फ़ैसला किया। जिसके बाद अजित पवार के साथ गए ज़्यादातर विधायक मूल पार्टी में वापस लौट आए। कुछ दिनों बाद अविभाजित एनसीपी और शिवसेना ने कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार बनाई।
गौतम अडानी के खुलासे पर भड़की शिवसेना प्रवक्ता
गौतम अडानी (Ajit Pawar Adani Dispute) को लेकर किए गए खुलासे पर राज्यसभा सांसद और शिवसेना (UBT) प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री द्वारा डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को दिए गए साक्षात्कार के अनुसार, गौतम अडानी ने महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए बैठकों में भाग लिया। उन्होंने असंभव गठबंधनों को ठीक करने की कोशिश की। इससे कुछ गंभीर सवाल उठते हैं – क्या वह भाजपा के अधिकृत वार्ताकार हैं? क्या उन्हें गठबंधन तय करने की ज़िम्मेदारी दी गई है? एक व्यवसायी किसी भी कीमत पर महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए इतनी उत्सुकता और निकटता से काम क्यों कर रहा है?”
भड़कीं वर्षा गायकवाड़, उठाए सवाल
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा, “गौतम अडानी के पास क्या अधिकार था, वह सरकार गठन को लेकर बैठकों में क्यों बैठे थे? मैं फिर से दोहराती हूं, एमवीए सरकार को केवल अडानी के लिए अस्थिर किया गया था, ताकि वह धारावी और कोई भी अन्य परियोजना प्राप्त कर सके जो वह चाहता है। इसलिए हम कहते हैं, यह महाराष्ट्र सरकार नहीं है, बल्कि अडानी सरकार है। अब सच्चाई सबके सामने है।”