यूपी चुनाव (Uttar Pradesh Election) से पहले मुलायम परिवार (Mulayam Family) को दो बड़े झटके लगे। पहले मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की छोटी बहू अपर्णा यादव बीजेपी (Aparna Yadav joing BJP) में आई। इसके बाद अब अखिलेश के मौसा प्रमोद गुप्ता (Pramod Gupta) भी BJP ज्वॉइन करने की तैयारी में हैं। BJP में जाने से पहले प्रमोद गुप्ता ने सपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अपनी मूल विचारधारा से भटक गई है।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सपा में अब नेता जी (मुलायम सिंह यादव) और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) का कोई सम्मान नहीं बचा। ऐसी स्थिति में वो अब बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। यही नहीं उन्होंने तो ये तक दावा किया कि सपा में मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव को प्रताड़ित किया जा रहा है। मुलायम सिंह यादव को विक्रमादित्य मार्ग वाले आवास पर बंधक बना लिया गया है और उन्हें किसी से मिलने भी नहीं दिया जा रहा। नेता जी के जन्मदिन वाले दिन उन्हें कुछ भी बोलने नहीं दिया गया और माइक छीन लिया गया।
प्रमोद गुप्ता ने आगे ये भी आरोप लगाया कि आज के समय में पार्टी में गैर समाजवादियों को तरजीह मिल रही है और पुराने समाजवादियों की घोर उपेक्षा हो रही है। उन लोगों को पार्टी में शामिल किया जा रहा है, जो अभी तक सपा और नेता जी को गालियां देते आए है।
गौरतलब है कि प्रमोद गुप्ता एक कट्टर सपाई रहे हैं। साथ ही साथ वो मुलायम सिंह के भी काफी करीबी भी थे। हालांकि 2007 मे जब नगर पंचायत बिधूना के चुनाव में उनको टिकट नहीं मिला, तो वो नाराज हो गए थे और उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा। इस दौरान प्रमोद गुप्ता की जीत भी हुई। हालांकि फिर बाद में सपा ने 2012 विधानसभा चुनाव में बिधूना क्षेत्र से उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की।
इसके बाद जब यादव परिवार में उथल पथल मची, तो वो शिवपाल के खेमें में चले गए। 2022 चुनावों में मुलायम के साढ़ू बिधूना से टिकट की मांग कर रहे थे। प्रसपा के गठबंधन के बाद उन्हें उम्मीद थी कि ये सीट शिवपाल के खाते में जाएगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इस सीट से अखिलेश ने पूर्व विधानसभा अध्य्क्ष स्वर्गीय धनीराम वर्मा के पुत्र दिनेश वर्मा गुड्डू को चुनावी मैदान में उतार दिया।