दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। जहां एक ओर आम आदमी पार्टी इसे राजनीतिक द्वेष वाली कार्रवाई बता रही है तो वही दूसरी ओर बीजेपी आप की ईमानदार वाली इमेज पर सवाल खड़े कर रही है।
दरअसल, सत्येंद्र जैन को सोमवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की। एजेंसी ने पिछले महीने कहा था कि जैन के परिवार और जैन से जुड़ी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के तहत अस्थायी रूप से ये कदम उठाया था।
क्या कर सकती है, जैन की Legal टीम
वहीं सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने को लेकर कानून के मुताबिक 24 घंटे के अंदर उन्हें स्पेशल अदालत में पेश करना होगा। पेशी को दौरान ईडी को कारण बताना होगा कि किस आधार पर जैन को गिरफ्तार किया गया है। ईडी की इस प्रक्रिया के पूरी होने तक, जैन की लीगल टीम उनकी बेल की याचिका अदालत में दायर कर सकती है। इसके अलावा तमाम कोशिश की जाएगी कि सत्येंद्र जैन को हिरासत में न लिया जाएं। हालांकि वरिष्ठ वकीलों के मुताबिक, ईडी की सबसे बड़ी चुनौती कोर्ट में गिरफ्तारी की वजह बताना हो सकती है।
आप नेता ने उठाए सवाल
सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि जैन को आठ साल पुराने “फर्जी” मामले में गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के प्रभारी हैं और भाजपा को चुनावों में हार का डर है।
हिमाचल में भाजपा बुरी तरह से हार रही है। इसीलिए सत्येंद्र जैन को आज गिरफ़्तार किया गया है ताकि वो हिमाचल न जा सकें.
वे कुछ दिनों में छूट जाएँगे क्योंकि केस बिलकुल फ़र्ज़ी है. 2/2— Manish Sisodia (@msisodia) May 30, 2022
सिसोदिया ने ट्वीट में कहा, “सत्येंद्र जैन के खिलाफ आठ साल से एक फर्जी मामला चलाया जा रहा है। अभी तक कई बार ईडी उन्हें तलब कर चुकी है। बीच में कई साल ईडी ने उन्हें बुलाना भी बंद कर दिया था, क्योंकि उसे कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के चुनाव प्रभारी हैं।”
CM केजरीवाल की भविष्यवाणी हुई सच!
बहरहाल, इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी को लेकर भविष्यवाणी भी की थी। सीएम केजरीवाल ने जनवरी में कहा था, ‘हमारे सूत्रों से हमें पता चला है कि आने वाले कुछ दिनों में पंजाब चुनाव से कुछ समय पहले ही ईडी सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने जा रही है। उनका बहुत स्वागत है। इससे पहले भी केंद्र ने सत्येंद्र जैन के यहां छापेमारी कराई थी, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।’
क्या है पूरा मामला
बता दें कि सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी जिस मामले में हुई है, वो मामला 2017 से चल रहा है। ईडी ने कोलकाता की एक कंपनी से संबंधित लेन-देन के मामले में ये कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक, फर्जी कंपनियों के जरिये आए पैसों का इस्तेमाल जमीन की सीधी खरीद के लिए या फिर दिल्ली और उसके आसपास खेती की जमीन को खरीदने के लिए जो उधार लिए थे, उसका निपटारा करने के लिए किया गया था।