दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की गिरफ़्त में हैं। वह 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं। इस बीच एबीपी सी वोटर सर्वे के जरिए ये जानने की कोशिश की गई है कि दिल्ली की जनता केजरीवाल के काम से कितनी संतुष्ट है। इस सर्वे के जरिए दिल्लीवासियों से और भी कई सवाल पूछे गए हैं, जिनके जवाब चौंकाने वाले हैं।
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दिल्ली की जनता राज्य सरकार से कितना खुश?
एबीपी सी वोटर सर्वे ने दिल्लीवासियों से पूछा कि वे दिल्ली प्रशासन से कितने खुश हैं। 36 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्हें सरकार का काम बहुत पसंद आया। वहीं, 31% लोगों का मानना है कि सरकार के काम से कम संतोषजनक है। वहीं, 31% उत्तरदाताओं का कहना है कि वे दिल्ली प्रशासन के काम से पूरी तरह असंतुष्ट हैं। इसके अलावा 2% प्रतिभागियों ने ‘पता नहीं’ कहा।
इस सर्वे में दिल्ली की जनता से एक और सवाल पूछा गया। इस सवाल में लोगों से पूछा गया कि वे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार से कितने संतुष्ट हैं। जवाब में 35 फीसदी लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री का काम उनके लिए काफी संतोषजनक है। वहीं, 32% लोगों ने कहा कि वे ‘कम संतुष्ट’ हैं और लगभग इतने ही लोगों ने संकेत दिया कि वे सीएम के काम से असंतुष्ट हैं। एक फीसदी लोगों ने कोई राय व्यक्त नहीं की।
इस बीच दिल्ली की जनता से केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कामकाज को लेकर भी सवाल पूछे गए। सर्वे में करीब 45 फीसदी लोग एनडीए सरकार से बेहद संतुष्ट नज़र आये।
नरेंद्र मोदी से कितने खुश हैं दिल्लीवासी
सर्वे के तहत दिल्ली की जनता से यह भी पूछा गया कि वे पीएम मोदी के काम से कितने संतुष्ट हैं? 53% लोगों ने कहा कि वे बहुत ज़्यादा संतुष्ट हैं। 24% ने कहा कि वे अपने काम से असंतुष्ट हैं और 23% की राय थी कि वे काम से कम संतुष्ट हैं।
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PM के लिए दिल्लीवालों की पहली पसंद कौन?
इस सर्वे में दिल्ली की जनता से ये भी पूछा गया कि वे प्रधानमंत्री के तौर पर किसे पसंद करते हैं। 69 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी नाम चुना। 24 प्रतिशत लोगों ने संकेत दिया कि केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस विषय में उनकी पहली पसंद हैं। हालांकि, 5% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे नहीं चाहते कि ये दोनों राजनीतिक दिग्गज प्रधानमंत्री बनें, जबकि 2% ने दावा किया कि वे स्थिति से अनजान थे।
एबीपी द्वारा कराए गए इस सर्वे में तीन राज्यों के करीब 4 हजार लोगों से बात की गई। सर्वे 31 मार्च तक किया गया है। सर्वेक्षण में त्रुटि का मार्जिन प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 प्रतिशत है। यह सर्वे एबीपी न्यूज ने 2 अप्रैल को जारी किया था।