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आईपीएल में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर, यहां देखें ऐतिहासिक पारियों की एक झलक

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Highest Individual Scores in IPL, cricket
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Highest Individual Scores in IPL: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं है, बल्कि यह मनोरंजन, रोमांच और रिकॉर्ड का संगम है, जो हर साल नई कहानियां लिखता है। IPL में कई खिलाड़ियों ने कमाल की पारियां खेली हैं, लेकिन कुछ पारियां ऐसी भी हैं जो इतिहास का हिस्सा बन गईं। इनमें से टॉप 5 खिलाड़ियों के व्यक्तिगत स्कोर न सिर्फ अनोखे हैं, बल्कि भविष्य में इनके टूटने की संभावना भी बेहद कम है।

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 क्रिस गेल – 175 रन (Chris Gayle) Highest Individual Scores in IPL

क्रिस गेल का नाम आईपीएल के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में सबसे ऊपर आता है। वेस्टइंडीज के इस खिलाड़ी ने 2013 में पुणे वॉरियर्स इंडिया के खिलाफ आरसीबी की ओर से खेलते हुए 175 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। यह आईपीएल इतिहास का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। गेल ने इस पारी में 13 चौके और 17 छक्के लगाए और महज 66 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की।

यह पारी न सिर्फ एक रिकॉर्ड है, बल्कि भविष्य में इसे तोड़ना शायद ही संभव हो। क्रिस गेल की यह पारी टी20 क्रिकेट में बल्लेबाजी का मील का पत्थर है।

Chrish Gayles
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ब्रेंडन मैकुलम – 158 रन (Brendon McCullum)

न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैकुलम ने आईपीएल के पहले ही मैच में अपनी छाप छोड़ी। 2008 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की ओर से खेलते हुए उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ 158 रनों की धमाकेदार पारी खेली।

मैकुलम की इस पारी ने आईपीएल की शुरुआत को यादगार बना दिया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और 13 छक्के लगाए। यह पारी आईपीएल इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी के तौर पर दर्ज है और आज भी क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित करती है।

Brendon McCullum
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क्विंटन डी कॉक – 140 रन (Quinton de Kock)

दक्षिण अफ्रीका के क्विंटन डी कॉक ने 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स की ओर से खेलते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ नाबाद 140 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 10 छक्के लगाए।

डी कॉक की यह पारी आईपीएल की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारियों की सूची में तीसरे स्थान पर आती है। उन्होंने अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और दर्शकों को रोमांचक अनुभव दिया।

Quinton de Kock
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एबी डिविलियर्स – 133 रन (AB de Villiers)

“मिस्टर 360” के नाम से मशहूर दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स अपनी हरफनमौला बल्लेबाजी के लिए मशहूर हैं। 2015 में आरसीबी की ओर से खेलते हुए उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 133 रनों की शानदार पारी खेली थी।

इस पारी में उन्होंने 19 चौके और 4 छक्के लगाए थे। एबी डिविलियर्स की यह पारी उनकी प्रतिभा और टी20 क्रिकेट के प्रति उनके दृष्टिकोण का जीता जागता सबूत है।

AB de Villiers
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केएल राहुल – 132 रन (KL Rahul)

इस सूची में शामिल एकमात्र भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल हैं। 2020 में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) की ओर से खेलते हुए उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ नाबाद 132 रन बनाए थे। इस पारी में राहुल ने 14 चौके और 7 छक्के लगाए। उनकी यह पारी उन्हें आईपीएल में सबसे भरोसेमंद और प्रतिभाशाली भारतीय बल्लेबाजों में से एक बनाती है।

KL Rahul
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हुंडई मोटर प्लांट में परीक्षण के दौरान तीन श्रमिकों की मौत: जांच जारी

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Hyundai News: दक्षिण कोरिया (South Korea) के उल्सान शहर में हुंडई मोटर प्लांट में हुए एक दुखद हादसे में तीन शोधकर्ताओं की जान चली गई। यह घटना मंगलवार को हुई, जब कार के प्रदर्शन परीक्षण के दौरान जहरीली गैस के कारण दम घुटने से तीन लोग बेहोश पाए गए और बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

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दुर्घटना का विवरण- Hyundai News

रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना दोपहर करीब 3:00 बजे हुई। परीक्षण प्रक्रिया में शामिल हुंडई के दो शोधकर्ता (Hyundai worker death News) और एक उपठेकेदार बंद परीक्षण कक्ष में बेहोश पाए गए। कंपनी और योनहाप समाचार एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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पुलिस और अधिकारियों द्वारा की गई शुरुआती जांच में पाया गया कि दुर्घटना का कारण कक्ष में जहरीली गैस का रिसाव हो सकता है। मौतों के सही कारणों का पता लगाने के लिए शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

जांच और कानूनी कार्रवाई

घटना के बाद, दक्षिण कोरिया के श्रम मंत्रालय ने निरीक्षकों को घटनास्थल पर भेजा है। उनका उद्देश्य दुर्घटना के कारणों का गहराई से अध्ययन करना और यह जांच करना है कि क्या मामला गंभीर दुर्घटना दंड अधिनियम के अंतर्गत आता है।

यह अधिनियम व्यवसाय मालिकों और जिम्मेदार अधिकारियों के लिए कठोर दंड निर्धारित करता है। मृत्यु या गंभीर चोट के मामलों में इसमें कम से कम एक वर्ष का कारावास या 1 बिलियन वॉन (लगभग $717,360) तक का जुर्माना हो सकता है। श्रम मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

हुंडई मोटर का बयान

हुंडई मोटर इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना (Hyundai News) पर गहरा शोक व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती है। कंपनी ने कहा कि वह मामले की जांच में पूरा सहयोग करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।

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सीईओ मुनोज की नियुक्ति का संदर्भ

घटना से कुछ दिन पहले ही हुंडई मोटर ने अपने वैश्विक मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) जोस मुनोज को कंपनी के नए सीईओ के रूप में पदोन्नत किया। यह नियुक्ति हुंडई मोटर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण बदलाव है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी विदेशी नागरिक को शीर्ष पद दिया गया है।

जोस मुनोज इससे पहले निसान मोटर में मुख्य प्रदर्शन अधिकारी और निसान चीन के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। उनकी नियुक्ति को रणनीतिक नजरिए से देखा जा रहा है, जिससे अमेरिकी बाजार में हुंडई की स्थिति और मजबूत हो सकती है।

हुंडई की जिम्मेदारी

इस दुर्घटना ने हुंडई मोटर के लिए सुरक्षा प्रक्रियाओं पर गहन विचार करने की आवश्यकता को उजागर किया है। कंपनी ने वादा किया है कि वह न केवल अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देगी बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी और प्रक्रियात्मक सुधार भी करेगी।

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‘रासकल्स’: 2011 की बड़े सितारों वाली बड़ी महाबकवास फिल्म, बजट निकालने के बावजूद हुई FLOP

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Rascals Box office collections: साल 2011 में बॉलीवुड में एक ऐसी फिल्म रिलीज हुई थी जो अपनी दमदार स्टार कास्ट और कॉमेडी, ड्रामा और एक्शन के मिश्रण से दर्शकों का दिल जीतने की उम्मीद लेकर आई थी। हम बात कर रहे हैं फिल्म ‘रास्कल्स’ की। इस फिल्म में अजय देवगन (Ajay Devgan) और संजय दत्त (Ajay Devgan) ने मुख्य भूमिका निभाई थी और उनके साथ अर्जुन रामपाल, कंगना रनौत, सतीश कौशिक जैसे बड़े नाम जुड़े थे। इसके बावजूद ‘रास्कल्स’ बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं कर पाई।

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फिल्म की कहानी और स्टार कास्ट- Rascals Box office collections

‘रास्कल्स’ (Rascals movie hit or flop)  की कहानी दो ठगों भगत भोसले (अजय देवगन) और चेतन चौहान (संजय दत्त) के इर्द-गिर्द घूमती है। ये दोनों ठग एक-दूसरे की जिंदगी में रोड़े अटकाने और धोखा देने में लगे रहते हैं। इनके बीच की यही नोकझोंक फिल्म में हास्य पैदा करने का मुख्य जरिया थी।

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फिल्म में अर्जुन रामपाल ने खलनायक एंथनी गोंजाल्विस का किरदार निभाया था, जबकि कंगना रनौत ने ग्लैमर का तड़का लगाया था। सतीश कौशिक और मुख्तार खान जैसे अभिनेताओं ने सहायक भूमिकाओं में कॉमेडी का तड़का लगाया।

डेविड धवन द्वारा निर्देशन

फिल्म का निर्देशन डेविड धवन ने किया, जिन्हें बॉलीवुड में कॉमेडी फिल्मों का मास्टर माना जाता है। उन्होंने गोविंदा के साथ ‘कुली नंबर 1’ और ‘हीरो नंबर 1’ जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। हालांकि, ‘रास्कल्स’ के मामले में उनका जादू नहीं चला।

डेविड धवन ने फिल्म में कॉमेडी और एक्शन का संतुलन बनाने की कोशिश की, लेकिन कमजोर कहानी और ढीली पटकथा ने इसे कमजोर कर दिया। फिल्म का निर्देशन दर्शकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा और यह एक बड़ी निराशा साबित हुई।

फिल्म का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन

‘रास्कल्स’ को बनाने में 46 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे (Rascals movie budget), लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई। फिल्म ने भारत में 33.34 करोड़ रुपये की कमाई की। वहीं, दुनिया भर में फिल्म ने 51.01 करोड़ रुपये की कमाई की (Rascals Box office collections)। इस तरह, फिल्म ने अपनी लागत वसूल कर ली, लेकिन दर्शकों और आलोचकों की नकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण यह असफल रही।

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IMDB रेटिंग: फिल्म मजाक बनकर रह गई

फिल्म की असफलता का अंदाजा इसकी IMDb रेटिंग से लगाया जा सकता है। ‘रास्कल्स’ को IMDb पर सिर्फ 3/10 की रेटिंग मिली। इससे पता चलता है कि फिल्म दर्शकों को पसंद नहीं आई और उन्होंने इसे औसत से नीचे का अनुभव माना।

क्यों फ्लॉप हुई?

फिल्म न चलने के पीछे का एक कारण कमजोर कहानी है।  ‘रास्कल्स’ की कहानी में कुछ नया नहीं था। दो ठगों के बीच संघर्ष पर पहले भी कई फिल्में बन चुकी थीं। वहीं, फिल्म की स्क्रिप्ट में गहराई की कमी थी। मजेदार डायलॉग और सीन दर्शकों को हंसाने में नाकाम रहे। इसके अलावा फिल्म का संगीत भी औसत था। दर्शकों को गाने यादगार नहीं लगे। साथ ही, अजय देवगन और संजय दत्त जैसे बड़े सितारों के नाम की वजह से दर्शकों की उम्मीदें बहुत ज्यादा थीं, जो पूरी नहीं हो सकीं।

इस तरह से ‘रास्कल्स’ की असफलता बॉलीवुड के लिए एक सबक बन गई कि सिर्फ बड़ी स्टार कास्ट और हाइप से फिल्म सफल नहीं हो सकती। दमदार कहानी, कसी हुई पटकथा और दर्शकों से भावनात्मक जुड़ाव जरूरी है।

असफल, लेकिन फिर भी चर्चा में

फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर असफल रही हो, लेकिन चर्चा में जरूर रही। इसकी स्टार कास्ट, डेविड धवन का निर्देशन और बड़ा बजट इसे चर्चा का विषय बना गया।

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भारत में चाँदी की कीमत – Silver Price in India

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Silver Price in India November 24, 2024– चाँदी, सोने की तरह ही एक कीमती धातु है, जो भारत में विभिन्न प्रकारों में उपयोग होती है। यह न केवल आभूषणों के रूप में, बल्कि विभिन्न औद्योगिक और चिकित्सा उद्देश्यों के लिए भी महत्वपूर्ण है। भारत में चाँदी की कीमत, सोने की कीमतों की तरह ही वैश्विक और घरेलू कारकों से प्रभावित होती है, जैसे डॉलर की कीमत, रुपया-डॉलर विनिमय दर, और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियाँ।

अगर आप चांदी के कॉइन, चांदी की बार या चांदी की ज्वैलरी और गहनें खरीदना चाहते हैं, तो आपको चांदी के दाम को जानने और खरीदारी और बिक्री की स्थितियों पर नजर रखने की जरूरत होगी। चांदी (सिल्वर) की प्योरिटी, विक्रेता की प्रामाणिकता और वजन तय करने के मापदंडों को जानना महत्वपूर्ण है। आज भारत में चांदी की दर ₹919 प्रति 10 ग्राम, ₹9,1900 प्रति 100 ग्राम और ₹91,900 प्रति 1 किलोग्राम है।

आज भारत में प्रति ग्राम/किलो चांदी की कीमत

Gram Silver Rate Today Silver Rate Yesterday Change %
1 gram ₹ 91.90 ₹ 92.10 – 0.10
10 gram ₹919 ₹ 920 – 1
100 gram ₹9,190 ₹9200 -10
1 kg ₹91,900 ₹92,000 -100

 

चाँदी के विभिन्न प्रकार

भारत में चाँदी की कई किस्में उपलब्ध हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  1. शुद्ध चाँदी (99.9% चाँदी): यह चाँदी की सबसे शुद्ध किस्म की होती है, जिसमें 99.9% चाँदी और 0.1% अन्य धातुएं होती हैं। इसे ‘1000 फाइन चाँदी’ भी कहा जाता है। यह चाँदी सबसे महंगी होती है और आभूषणों, सिक्कों और अन्य संग्रहणीय यानी संग्रहित की जाने वाली वस्तुओं के लिए उपयुक्त है।
  2. स्टर्लिंग चाँदी (92.5% चाँदी): यह चाँदी की एक आम किस्म है, जिसमें 92.5% चाँदी और बाकी 7.5% मिश्रित धातु, जैसे तांबा, मिलाया जाता है। यह चाँदी आभूषणों और अन्य धातु आधारित वस्तुओं के लिए सबसे अधिक उपयोग होती है, क्योंकि यह मजबूत और टिकाऊ होती है।
  3. चाँदी की धातु मिश्रण (औद्योगिक चाँदी): इस प्रकार की चाँदी में कई मिश्रित धातुएं होती हैं, जैसे तांबा और जिंक, जो इसे औद्योगिक उपयोग के लिए उपयुक्त बनाती हैं। यह चाँदी, आभूषणों से अधिक औद्योगिक उद्देश्यों, जैसे बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, और सौर पैनलों में उपयोग की जाती है।

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच आया नया खतरनाक मोड़, परमाणु युद्ध की आशंका, NATO में घबराहट

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Russia vs Ukraine war updates: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष ने एक नया और खतरनाक मोड़ ले लिया है, जिसने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में यूक्रेन को रूस के भीतर मिसाइल हमले करने की अनुमति दे दी, जिससे युद्ध का दायरा और बढ़ गया। इसके बाद यूक्रेन ने रूस के ब्रायंस्क क्षेत्र में अमेरिका निर्मित 6 ATACMS मिसाइलें दागीं, जिनकी मारक क्षमता 300 किलोमीटर से भी ज्यादा है। इस कदम ने न सिर्फ रूस की चिंताएं बढ़ा दी हैं, बल्कि नाटो देशों में भी चिंता का नया माहौल बना दिया है।

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NATO देशों की तैयारी- Russia vs Ukraine war updates

रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते संघर्ष ने यूरोपीय देशों में परमाणु युद्ध (Nuclear War) की आशंका बढ़ा दी है। ब्रिटेन, स्वीडन, नॉर्वे, डेनमार्क और फिनलैंड जैसे देशों ने अपने नागरिकों को युद्ध के लिए तैयार रहने की सलाह दी है। इन देशों ने पर्चे और सूचना पत्र जारी किए हैं, जिनमें परमाणु हमले से बचने के उपाय बताए गए हैं। स्वीडन ने अपने नागरिकों को बंकरों में छिपने की सलाह दी है, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अपनी तरह की पहली चेतावनी है। नॉर्वे और डेनमार्क ने नागरिकों से राशन, पानी और दवाइयां इकट्ठा करने को कहा है। इन कदमों से साफ है कि यूरोप में परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ गया है और ये देश अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुटे हैं।

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रूस और यूक्रेन के आरोप-प्रत्यारोप

रूस और यूक्रेन (Russia vs Ukraine war updates) दोनों ही युद्ध के इस नए दौर के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। रूस का कहना है कि अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के भीतर अपनी मिसाइलें दागने की अनुमति देकर स्थिति को और जटिल बना दिया है। इसके जवाब में रूस ने अपनी परमाणु नीति में बदलाव किया है और हमले की रेंज को कम कर दिया है, जिससे और भी गंभीर युद्ध छिड़ सकता है। रूस के इस कदम से नाटो देशों में दहशत फैल गई है। वहीं, यूक्रेन का कहना है कि रूस ने पहले उनके शहरों को तबाह किया और अब वे रूसी शहरों को निशाना बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने साफ कहा है कि अगर रूस हमले जारी रखता है तो यूक्रेन को भी अपने हिसाब से जवाब देने का अधिकार है।

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मिसाइलों का खतरनाक खेल

यूक्रेन द्वारा दागी गई ATACMS मिसाइलें अमेरिका में बनी हैं और इनकी रेंज 300 किलोमीटर से भी ज्यादा है। यह मिसाइल सिस्टम सेना के लिए एक अहम हथियार है, जो युद्ध की दिशा को पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखता है। इस हमले के बाद रूसी रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि यूक्रेन ने रूस के ब्रायंस्क क्षेत्र में ये मिसाइलें दागी हैं और इसके बाद रूस ने इसके जवाब में अपनी परमाणु नीति में बदलाव की घोषणा की है। इससे साफ है कि रूस अब संघर्ष को और बढ़ाने के लिए तैयार है और इससे खतरा और गहराता है।

वैश्विक चिंताएँ

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के इस ख़तरनाक मोड़ ने सिर्फ़ यूरोपीय देशों को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। परमाणु युद्ध की आशंका ने वैश्विक सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ा दिया है। नाटो देशों के नागरिकों को सुरक्षा उपायों के लिए तैयार रहने की सलाह दी जा रही है, जो इस बात का संकेत है कि युद्ध के विस्तार से परमाणु हमले की संभावना भी पैदा हो सकती है। ऐसे में दुनिया भर के नेताओं को इस संकट को कम करने के लिए ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है, ताकि किसी भी तरह के विनाशकारी युद्ध से बचा जा सके।

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पाकिस्तान की स्कूली किताबों में हिंदुओं के प्रति पढ़ाई जाती है सिर्फ नफरत, किताबों में लिखी हैं ऐसी बातें जिन्हें पढ़कर आपका सिर घूम जाएगा

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Pakistan School Books on Hindus: भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते कैसे हैं, यह बताने की जरूरत नहीं है। दोनों देशों के बीच दुश्मनी का इतिहास दशकों पुराना है। और हमें स्कूली किताबों में इतिहास के बारे में पढ़ाया जाता है कि पाकिस्तान भारत से कैसे अलग हुआ और क्यों पाकिस्तान भारत को अपना दुश्मन मानता है। हालांकि, भारत के प्रति पाकिस्तान का रवैया हमेशा से ही नफरत से भरा रहा है, यह उनकी स्कूली पाठ्यपुस्तकों में देखने को मिलता है। दरअसल, पाकिस्तान की स्कूली पाठ्यपुस्तकों में हिंदुओं के प्रति नकारात्मक रवैया अपनाया गया है, जो छात्रों में पूर्वाग्रह और नफरत को बढ़ावा देता है। इन किताबों में हिंदुओं को मुसलमानों के दुश्मन के तौर पर पेश किया गया है और उनके बारे में कई गलतफहमियाँ फैलाई गई हैं।

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पाठ्यपुस्तकों में हिंदुओं का चित्रण: Pakistan School Books on Hindus

  • मानवता के दुश्मन: सिंध पाठ्यपुस्तक बोर्ड की कक्षा 11 और 12 की ‘पाकिस्तान अध्ययन’ की पुस्तकों में हिंदुओं और सिखों को मानवता के दुश्मन के रूप में दर्शाया गया है, जिन्होंने लाखों महिलाओं, बच्चों, बूढ़ों और युवाओं की बेरहमी से हत्या की।
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  • काफ़िर की परिभाषा: पुस्तकों में काफ़िर को मूर्तिपूजक के रूप में परिभाषित किया गया है, इस प्रकार हिंदुओं को काफ़िर के रूप में चित्रित किया गया है।
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  • महात्मा गांधी और कांग्रेस का नकारात्मक चित्रण: कक्षा 8 और 9 की इतिहास की पुस्तकों में महात्मा गांधी को केवल हिंदुओं के नेता के रूप में दर्शाया गया है, जिन्होंने मुसलमानों के अधिकारों की अनदेखी की। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भी एक हिंदू पार्टी के रूप में चित्रित किया गया है, जिसने मुसलमानों के हितों के विरुद्ध काम किया।
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हिंदू छात्रों का अनुभव

पाकिस्तान के हिंदू छात्रों के लिए यह शिक्षा प्रणाली मानसिक प्रताड़ना का कारण बनती है। कई हिंदू छात्रों ने बताया है कि पाठ्यपुस्तकों में उनके धर्म के प्रति नकारात्मक सामग्री के कारण उन्हें स्कूलों में भेदभाव और तानों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट मैचों के दौरान, हिंदू छात्रों को अपने सहपाठियों और शिक्षकों से ताने सुनने पड़ते हैं।

एक छात्र ने बताया कि उसने अपनी कक्षा के शिक्षकों को हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ बयान देते हुए सुना। ऐसे माहौल में छात्रों का आत्मविश्वास प्रभावित होता है, और वे अपने धर्म और पहचान को लेकर शर्मिंदगी महसूस करते हैं।

किताबों को किस तरह तैयार किया जाता है?

सिंध पाठ्य पुस्तक बोर्ड सिंध प्रांत में आधिकारिक स्तर पर पाठ्यपुस्तकें तैयार करने के लिए जिम्मेदार है। इस संस्थान के तकनीकी निदेशक यूसुफ अहमद शेख ने बताया कि ‘ब्यूरो ऑफ करिकुलम’ द्वारा पाठ्यक्रम दिया जाता है। इसके मुताबिक ही किताबों को तैयार किया जाता है। पहले लेखकों के एक पूल से किताब को लिखने वाले लेखकों को चुना जाता है, फिर उन्हें इसे लिखने का जिम्मा सौंपा जाता है। पाठ्यक्रम के मुताबिक लेखक किताबों को लिखते हैं।

उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की एक टीम किताब की जांच करती है। किताब पूरी तरह से तैयार होने के बाद पाठ्यक्रम ब्यूरो इसकी जांच करता है। सिंध टेक्स्ट बुक बोर्ड पाठ्यक्रम ब्यूरो द्वारा दिए गए पाठ्यक्रम के अलावा अन्य चीजें शामिल नहीं कर सकता है। पाठ्यक्रम ब्यूरो का आदेश उस पर बाध्यकारी है और वह निर्धारित सीमा से आगे नहीं जा सकता है।

अंतरराष्ट्रीय अध्ययन और रिपोर्ट्स

पाकिस्तान में 3.5 प्रतिशत लोग गैर-मुस्लिम हैं। एक अनुमान के मुताबिक पाकिस्तान की कुल आबादी का 1.5 प्रतिशत हिंदू है। 2011 में अमेरिकी सरकार द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि पाकिस्तान की स्कूली पाठ्यपुस्तकें धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति नफ़रत को बढ़ावा देती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन पुस्तकों में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के योगदान का शायद ही कोई उल्लेख है। इसके बजाय, उन्हें समाज के लिए एक खतरे के रूप में दिखाया गया है। यह अध्ययन वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान की शिक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाता है।

इन किताबों को लेकर युवाओं का क्या कहना है?

साथ ही, इन उपन्यासों को पढ़ने वाले मुस्लिम और हिंदू समुदायों के युवा बताते हैं कि जब उन्होंने अपनी आँखें खोलीं तो उन्हें भाईचारे की भावना महसूस हुई। ईद, होली और दिवाली जैसी छुट्टियों के दौरान उन्हें कोई बदलाव महसूस नहीं हुआ। हालाँकि, अपने परिवारों से दूर होने और स्कूलों और विश्वविद्यालयों में पहुँचने के बाद उन्हें समझ में आया कि कैसे साहित्य का इस्तेमाल नफरत के बीज बोने के लिए किया जा रहा है। इन युवाओं का दावा है कि इन विभाजनकारी प्रकाशनों की वजह से ही दोनों समुदायों के बीच नफरत की रेखा खींची गई थी।

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सऊदी अरब में मौत की सजा का बढ़ता आंकड़ा, 214 लोगों को दी गई फांसी, जानिए क्या था इन लोगों का अपराध

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Saudi Arabia death sentences: इस साल अब तक सऊदी अरब (Saudi Arabia) में 214 लोगों को मौत की सज़ा सुनाई जा चुकी है, जो पिछले सालों के मुक़ाबले चौंकाने वाली वृद्धि है। यह संख्या 2022 और 2023 में दी गई मौत की सज़ा से तीन गुना ज़्यादा है। इन मौत की सज़ा पाने वालों में 101 विदेशी नागरिक शामिल हैं, जिनमें से 21 नागरिक पाकिस्तान के हैं। यह आंकड़ा साफ़ तौर पर दर्शाता है कि सऊदी अरब में मौत की सज़ा (Death penalty in Saudi Arabia) की दर में भारी वृद्धि हुई है, जो वैश्विक मानवाधिकार संगठनों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

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मृत्युदंड के कारण- Saudi Arabia death sentences

इस साल सऊदी अरब ने ज़्यादातर बड़े अपराधों के लिए मौत की सज़ा दी है। इन अपराधों में ड्रग तस्करी, हत्या, बलात्कार, काला जादू, विश्वासघात और दूसरे अपराध शामिल हैं। ड्रग तस्करी के मामले में सबसे ज़्यादा 59 लोगों को फांसी दी गई, जिनमें से 46 विदेशी नागरिक थे।

ह्यूमन राइट्स वॉच और अन्य मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, सऊदी अरब में मौत की सज़ा का इस्तेमाल अक्सर असहमति की आवाज़ों को दबाने के लिए भी किया जाता है। इन संगठनों का कहना है कि देश में फांसी की सज़ाओं की बढ़ती संख्या, ख़ास तौर पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के शासन के दौरान, इस बात का संकेत है कि सरकार आलोचना को दबाने के लिए इस कठोर सज़ा का इस्तेमाल कर रही है।

विदेशी नागरिकों को मिली सजा

इस साल सऊदी अरब में मौत की सज़ा पाने वाले ज़्यादातर लोग विदेशी नागरिक हैं। पाकिस्तान के 21, यमन के 20, सीरिया के 14 और नाइजीरिया के 10 नागरिकों को मौत की सज़ा सुनाई गई है। इसके अलावा मिस्र, जॉर्डन, इथियोपिया, भारत, अफ़गानिस्तान और सूडान जैसे देशों के नागरिकों को भी फांसी दी गई है। ये आंकड़े बताते हैं कि सऊदी अरब की मौत की सज़ा नीति विदेशी नागरिकों को भी प्रभावित करती है और इनमें से ज़्यादातर लोगों को नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे गंभीर अपराधों के लिए सज़ा दी जा रही है।

Saudi Arabia death sentences, Crime in Saudi Arabia
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सऊदी अरब की मृत्युदंड नीति

सऊदी अरब में मृत्युदंड की तीन मुख्य श्रेणियाँ हैं: क़िसास (दंडात्मक), हद (अनिवार्य), और ताज़ीर (विवेकाधीन)। इन श्रेणियों के अंतर्गत, न्यायालयों को यह निर्धारित करने का अधिकार है कि कौन से अपराध मृत्युदंड के योग्य हैं। सऊदी अरब ने 2022 में तीन साल की रोक हटा ली है, जिसके बाद इस साल मृत्युदंड की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, खासकर नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के मामले में।

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2023 में, सऊदी अरब ने तीन दशकों में सबसे अधिक फांसी की सजा दी है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 में 196 और 1995 में 192 लोगों को फांसी दी गई थी। वहीं, 2023 के नवंबर तक यह आंकड़ा बढ़कर 274 तक पहुंच चुका है, जिसमें से 92 लोग नशीली दवाओं से संबंधित मामलों में शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार विदेशी नागरिकों को फांसी देने के मामले में सऊदी अरब तीसरे स्थान पर है (Saudi Arabia death sentences)। 2023 में सऊदी अरब ने चीन और ईरान के बाद सबसे ज़्यादा लोगों को फांसी दी है। फांसी की बढ़ती संख्या की वजह से सऊदी अरब के अंदर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आलोचना हो रही है।

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भारत में गोल्ड प्राइस – Gold Price in India

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Gold Rate, Today Gold Rate
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Gold price in India November 24, 2024: भारत में सोना न केवल एक कीमती धातु है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपराओं का भी अहम हिस्सा है। शादी-ब्याह से लेकर धार्मिक अनुष्ठानों तक, सोने का इस्तेमाल हमेशा से एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव अक्सर आर्थिक, राजनीतिक और वैश्विक घटनाओं से प्रभावित होते हैं। भारत में गोल्ड प्राइस पर ग्लोबल मार्केट में उतारचढ़ाव और अमेरिकी डॉलर में मजबूती का डायरेक्ट असर होता है। वहीं गोल्ड पर लगने वाला शुल्क लोकल मार्केट में सप्लाई और डिमांड के आधार पर तय होती है।

भारत में गोल्ड प्राइस (Gold price in India) को समझने से पहले, 24 कैरट और 22 कैरट सोने के बीच का अंतर जानना महत्वपूर्ण है। 24 कैरट सोना पूरी तरह से शुद्ध होता है, यानी इसमें 100 प्रतिशत सोना होता है और इसमें किसी अन्य धातु की मिलावट नहीं होती। वहीं, 22 कैरट सोने में 91.67 प्रतिशत शुद्ध सोना होता है, जबकि बाकी 8.33 प्रतिशत हिस्से में चांदी, तांबा या अन्य मिश्रित धातुएं मिलाई जाती हैं। इस कारण, 22 कैरट सोना थोड़ी कम शुद्धता का होता है, लेकिन इसे अधिक टिकाऊ और मजबूत माना जाता है, जो गहनों के रूप में उपयोग के लिए उपयुक्त होता है।

भारत में आज 22 कैरेट सोने का भाव

ग्राम बीता कल आज बदलाव
1 ग्राम ₹ 7,225 ₹ 7,226 ₹ 1
10 ग्राम ₹ 72,250 ₹ 71,260 ₹ 10
100 ग्राम ₹ 7,22,500 ₹ 7,22,600 ₹ 100

भारत में आज 24 कैरेट सोने का भाव

ग्राम बीता कल आज बदलाव
1 ग्राम ₹ 7,882 ₹ 7,883 ₹ 1
10 ग्राम ₹ 78,820 ₹ 78,830 ₹ 10
100 ग्राम ₹ 7,88,300 ₹ 7,88,200 ₹ 100

भारतीय शहरों में सोने की कीमत

As on November 24, 2024
City Name Standard Gold Rate (22 K)

Change from the previous day
Pure Gold Rate (24 K)

Change from the previous day
1 Gram 8 Grams 1 Gram 8 Grams
Agra ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Ahmedabad ₹ 7121.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Bangalore ₹ 7116.0 ₹ 57,440 ₹ 7778.0 ₹ 60,312
Bhilai ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Bhopal ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Bhubaneswar ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Chandigarh ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Chennai ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Coimbatore ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Dehradun ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Faridabad ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Ghaziabad ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Guntur ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Gurgaon ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Guwahati ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Hyderabad ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Indore ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Jabalpur ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Jaipur ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Jodhpur ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Kanpur ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Kolkata ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Kota ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Kozhikode ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Lucknow ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Ludhiana ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Madurai ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Mumbai ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Mysore ₹ 7180.0 ₹ 57,440 ₹ 7539.0 ₹ 60,312
Nagpur ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Noida ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Panaji ₹ 7180.0 ₹ 57,440 ₹ 7539.0 ₹ 60,312
Patna ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Pune ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Raipur ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Ranchi ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Shimla ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Surat ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Thrissur ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Udaipur ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Vadodara ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Vijayawada ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Visakhapatnam ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Warangal ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Andhra pradesh ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Assam ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Bihar ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Chhattisgarh ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Goa ₹ 7180.0 ₹ 57,440 ₹ 7539.0 ₹ 60,312
Gujarat ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Haryana ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Himachal pradesh ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Jammu and kashmir ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Jharkhand ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Karnataka ₹ 7180.0 ₹ 57,440 ₹ 7539.0 ₹ 60,312
Kerala ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Madhya pradesh ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Maharashtra ₹ 7145.0 ₹ 57,160 ₹ 7502.0 ₹ 60,016
Odisha ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Punjab ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Rajasthan ₹ 7169.0 ₹ 57,352 ₹ 7527.0 ₹ 60,216
Tamil nadu ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Telangana ₹ 7065.0 ₹ 56,520 ₹ 7418.0 ₹ 59,344
Uttar pradesh ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
Uttarakhand ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184
West bengal ₹ 7245.0 ₹ 57,960 ₹ 7607.0 ₹ 60,856
Delhi ₹ 7165.0 ₹ 57,320 ₹ 7523.0 ₹ 60,184

Aries daily Horoscope: मेष राशि के जातकों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन?

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Aries daily Horoscope November 24, 2024: आज का दिन आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आ सकता है। आपके आत्मविश्वास और ऊर्जा का स्तर ऊंचा रहेगा, जिससे आप अपने कार्यों में सफलता हासिल करने के लिए प्रेरित होंगे। हालांकि, आपको अपने गुस्से और आवेग पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि छोटी सी बात पर गुस्सा आ सकता है, जो आपके रिश्तों को प्रभावित कर सकता है.

मेष राशि के लिए कैसा रहेगा आज का दिन 

कार्यक्षेत्र में सफलता: आज आपको कार्यस्थल पर कुछ नए अवसर मिल सकते हैं। यदि आप कोई नया प्रोजेक्ट शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह समय उपयुक्त है।

रिश्तों में सामंजस्य: रिश्तों के मामले में यह दिन थोड़ा संवेदनशील हो सकता है। परिवार के साथ समय बिताना आपके लिए आरामदायक और सुखद रहेगा। ध्यान रखें कि जल्दबाजी में निर्णय न लें। आज आपको अपनी भावनाओं पर काबू रखना होगा। जल्दी-जल्दी फैसले लेने से बचें, विशेषकर वित्तीय मामलों में।

स्वास्थ्य: शारीरिक रूप से आप अच्छा महसूस करेंगे, लेकिन मानसिक शांति बनाए रखने के लिए थोड़ी सी ध्यान और विश्राम की आवश्यकता हो सकती है।

उपाय: आज के दिन श्री गणेशजी का ध्यान करें और उनकी पूजा से दिन की शुरुआत करें। इसके साथ ही पानी का सही उपयोग करने से आपकी ऊर्जा का प्रवाह सकारात्मक रहेगा।

कुल मिलाकर, आज का दिन मेहनत और धैर्य का है। छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर आप सफलता की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

‘मुसलमानों से भंडारे में खाना बनवाता है, मारो….’, भाजपा नेता समेत 40 लोगों पर मामला दर्ज, धार्मिक विवाद और मारपीट का आरोप

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Kanpur News, bjp leader Prabodh Mishra
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Kanpur News: कानपुर में धार्मिक आयोजन के दौरान भड़की हिंसा ने तूल पकड़ लिया है। कानपुर में भाजपा दक्षिण जिला के महासचिव प्रबोध मिश्रा (BJP South District General Secretary Prabodh Mishra) समेत 40 लोगों पर मारपीट और धमकी देने का आरोप है। यह मामला शहर के बर्रा इलाके में एक धार्मिक आयोजन के दौरान भड़की हिंसा से जुड़ा है। भाजपा नेता और उनके 40 साथियों पर भंडारे के दौरान एक युवक के घर को घेरने का आरोप है। उन्होंने भोज तैयार कर रहे कारीगरों को दूसरे धर्म का बताकर अपने साथियों से उनको पीटने के लिए उकसाया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है, जबकि भाजपा नेताओं ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए अपना विरोध दर्ज कराया है।

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भंडारे के दौरान विवाद- Kanpur News

घटना 17 नवंबर की शाम की है, जब बर्रा निवासी आशीष अविनाश के घर के पास दावत का आयोजन किया गया था। आरोप है कि प्रबोध मिश्रा 40 लोगों के साथ वहां पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। उनका आरोप है कि दावत का खाना मुसलमानों ने बनाया था और उसमें गोमांस परोसा गया था।

धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का विवाद

भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने आयोजकों पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया। आशीष ने कहा कि उन्होंने बार-बार स्पष्ट किया कि वह ब्राह्मण हैं और उनके आरोप निराधार हैं। इसके बावजूद भीड़ ने उन्हें और उनके परिवार को घेर लिया। इस दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया और भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी।

महिला पर हमला और अभद्रता

अशेष की पत्नी रानी ने मारपीट रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रबोध मिश्रा ने कथित तौर पर उसका हाथ पकड़ लिया, उसे नीचे खींच लिया और थप्पड़ मारे। भीड़ ने उसके साथ भी बदसलूकी की। पत्नी ने किसी तरह अपनी जान बचाई और घर के अंदर भाग गई। अशेष का आरोप है कि जब उसने विरोध किया तो भीड़ ने उसे और उसके परिवार को पीटा और घर पर पथराव किया। भीड़ का नेतृत्व कर रहे प्रबोध मिश्रा ने कहा- इनके घर में आग लगा दो। सबको जान से मार दो।

पुलिस को धमकी और जांच

पीड़ित परिवार ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन भीड़ शांत नहीं हुई। आरोप है कि भीड़ ने पुलिस को वर्दी उतरवाने की धमकी दी। जांच के दौरान पुलिस को पीड़ित के घर से कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली।

भाजपा नेता का पक्ष

प्रबोध मिश्रा ने इन आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि आषेश भंडारे की आड़ में टेंट के पीछे की जमीन कब्जाने का प्रयास कर रहे थे। मिश्रा ने आरोप लगाया कि पीड़ित के कर्मचारियों के पास अवैध हथियार थे और उनकी गाड़ी में फर्जी वीआईपी पास और हूटर भी लगे थे। उन्होंने इस मामले को साजिश करार दिया है।

पुलिस की कार्रवाई

दक्षिण डीसीपी अंकिता शर्मा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर प्रबोध मिश्रा और 40 अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इनमें बलवा, चोट पहुंचाना, धमकी देना, महिला पर हमला करना, और समाज में विभाजन फैलाने जैसे आरोप शामिल हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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