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3 मिनट की वीडियो कॉल में छीन लीं 3500 कर्मचारियों की नौकरी, उबर के फैसले की हो रही जम...

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का असर दुनियाभर पर पड़ रहा है. ना सिर्फ ये महामारी लोगों की जान ले रही बल्कि इससे अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए कई देशों में लॉकडाउन लागू किया गया. लॉकडाउन की वजह से सभी कामकाज ठप पड़ गया और इस दौरान कई कम्पनियों को बहुत नुकसान हो रहा है. ऐसे में कुछ कम्पनियों ने लोगों की छंटनी करने शुरु कर दी है.

ऑनलाइन कैब सर्विस देने वाली कम्पनी Uber ने भी अपने यहां से बड़ी संख्या में लोगों की छंटनी की है. कम्पनी ने 3500 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. लेकिन जिस तरह उबर ने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है उसकी सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है.

दरअसल, उबर ने सिर्फ तीन मिनट की जूम (Zoom) के जरिए की गई एक वीडियो कॉल पर 3500 कर्मचारियों को निकाल दिया. उबर ने कर्मचारियों को वीडियो कॉल पर कहा कि कोरोना वायरस बहुत बड़ी चुनौती बन गया है. व्यापार में बहुत मंडी है और कम्पनी के पास कई कर्मचारियों के लिए काम नहीं है.

वीडियो कॉल पर उबर ने कर्मचारियों से कहा कि हमने 3500 फ्रंटलाइन कर्मचारियों को निकालने का फैसला लिया है. आपका काम काफी प्रभावित हुआ है और आज आपका उबर के साथ काम करने का आखिरी दिन है. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग उबर के इस कदम की जमकर निंदा कर रहे है. लोगों का कहना है कि कम्पनी को कर्मचारियों को निकालने से पहले एक नोटिस देना चाहिए था. इस तरह अचानक कॉल करके 3500 कर्मचारियों की नौकरी छीनना सही नहीं है.

उबर कस्टमर सर्विस के प्रमुख रॉफिन शेवलॉ ने वीडियो कॉल के जरिए कर्मचारियों को नौकरी से निकाला. हालांकि इस दौरान शेवले ने कर्मचारियों का उबर के साथ जुड़े रहने और योगदान देने के लिए धन्यवाद कहा. उबर ने कहा कि उनकी कैब सर्विस का बिजनेस आधे के करीब हो गया है.

हालांकि अचानक निकाले गए इन कर्मचारियों को कम्पनी ने कुछ पैसे दिए है. जानकारी के मुताबिक उबर को इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2.9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. कम्पनी ने अपनी बाइक और स्कूटर का कारोबार भी बंद कर दिया है.

#VizagGasTragedy: जानिए कितनी खतरनाक है वो गैस, जो LG पॉलिमर उद्योग से हुई लीक?

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कोरोना काल के बीच आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार को एक बहुत बड़ा हादसा हुआ. आरएस वेंकटपुरम के एलजी पॉलिमर उद्योग में एक फॉर्मा कम्पनी में अचानक रासानियक गैस लीक होने लगी. इस भयंकर हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत की खबर है, तो वहीं सैकड़ों की संख्या में लोग इससे प्रभावित हुए है. इसमें बड़ी संख्या में बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल है.

गुरुवार तड़के हुआ हादसा

ये हादसा गुरुवार तड़के 2.30 बजे हुआ. जहरीली गैस लीक होने की वजह से आसपास का तीन किलोमीटर तक का इलाका प्रभावित हुआ है. पांच गांवों को खाली कराया गया है. सैकड़ों लोगों को उल्टी, सिर दर्द, सांस लेने में तकलीफ जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. गैस लीक होने की वजह से कई लोग सड़कों पर ही बेहोश होकर गिर गए थे.

स्टीरीन गैस हुई लीक

प्लांट से जो गैस लीक हुई है, वो स्टीरीन बताई जा रही है. जिसकी वजह से सैकड़ों लोग इससे प्रभावित हुई है. ये गैस इतनी खतरनाक है कि इसकी वजह से लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार भी हो सकते हैं. इतना ही नहीं ये गैस लोगों के देखने और सुनने की क्षमताओं को भी प्रभावित कर सकती है.

कितनी खतरनाक है ये गैस? 

इस जहरीली गैस के संपर्क में अगर कोई व्यक्ति सीधे तौर पर आ जाता है, तो उसको कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. आमतौर पर स्टीरीन गैस का इस्तेमाल प्लास्टिक यानी पॉलिविनाइल क्लोराइड बनाने वाले प्लांट में किया जाता है. लोगों को आंखो में जलन से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ये गैस इथाइल बेंजीन से बनती है.

एक स्टडी में ये बताया गया है कि अगर ये गैस किसी व्यक्ति के सीधा संपर्क में आ जाती हैं, तो कैंसर जैसी बीमारी की वजह भी बन सकती है. हालांकि एक्सपर्ट्स की इसको लेकर अलग-अलग राय है.

इसके अलावा गैस के संपर्क में आने वाले लोगों को स्किन प्रॉब्लम की समस्याएं भी हो सकती है. इसके अलावा उल्टी होना, जी घबराना, खुजली जैसी परेशानियां भी हो सकती है. वहीं ये खतरनाक गैस लोगों के नर्वस सिस्टम पर भी असर डालती है. साथ ही पैंक्रियाटिक कैंसर को भी जन्म दे सकती है.

बचाव के उपाय…

विशाखापट्टम में हुए हादसे को लेकर कुछ हिदायतें जारी की है. इसके मुताबिक लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जा रही है. इसके अलावा लोगों को मास्क पहने या फिर गीले कपड़े को मुंह पर बांधने की भी हिदायतें भी दी जा रही है. साथ ही अगर कोई व्यक्ति ठीक महसूस नहीं कर रहा तो वो एंटी एलर्जिक दवा सिट्राजीन (Citrizen) ले सकता है. वहीं गैस के असर को खत्म करने के लिए दूध, केला और गुड जैसी चीजों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है.

ऋषि कपूर के साथ काम करके इरफान खान का ‘सपना’ हुआ था पूरा, इस फिल्म में दोनों साथ आए थ...

कोरोना काल के बीच ये हफ्ता फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत बुरा साबित हो रहा है. दो दिनों में बॉलीवुड के दो दिग्गज कलाकारों ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. मंगलवार को इरफान खान गंभीर बीमारी से लड़ते-लड़ते हार गए. इरफान के निधन की खबर से अभी पूरा देश सदमे में था. इसी बीच ऋषि कपूर भी दुनिया छोड़कर चले गए. दोनों ही एक्टर लंबे समय से कैंसर से जंग लड़ रहे थे. 2 दिनों में हुई इन दो दिग्गज कलाकारों की कमी हमेशा बॉलीवुड में खलेगी.

ऋषि और इरफान ने साथ में एक फिल्म में काम किया था. दोनों निखिल आडवाणी के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘डी डे’ में एक साथ नजर आए थे. कुछ सालों पहले इरफान खान ने इस फिल्म को लेकर एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होेनें फिल्म में ऋषि के साथ काम करने के अपने अनुभव को शेयर किया है. ये दोनों ही एक्टर अब हमारे बीच नहीं रहे है, तो ऐसे में ऋषि को लेकर इरफान खान की कहीं हुईं ये बातें आपको भी भावुक कर देगी.

‘डी डे’ में दोनों ने साथ किया था काम

दरअसल, इरफान खान ने फिल्म ‘डी डे’ की शूटिंग से जुड़ा एक किस्सा इंटरव्यू में शेयर किया था. उन्होेनें बताया था  जब फिल्म की शूटिंग खत्म होती थीं, तब वो सब ऋषि कपूर के चारों तरफ बैठ जाया करते थे. ऋषि कपूर के पास बहुत कहानियां हुआ करती थी, जिसे वो हमें सुनाते थे और हमारा मनोरंजन करते थे. वो एक असाधारण एक्टर हैं और उनके साथ काम करके मुझे काफी अच्छा लगा.

इंटरव्यू में इरफान खान ने भी कहा था कि ऋषि कपूर के साथ काम करना उनका सपना था. इरफान ने कहा था- ‘ऋषि कपूर के साथ काम करना मेरे सपने के पूरे होने जैसा है. ये एक ऐसा सपना था जिसे मैनें कभी पूरा होने के बारे में सोचा नहीं था.’

फिल्म ‘डी डे’ साल 2013 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में इरफान एक रॉ एजेंट के किरदार में नजर आए थे, तो वहीं ऋषि कपूर ने अंडरवर्ल्ड डॉन का रोल निभाया था.

बता दें कि दो साल पहले ऋषि कपूर को कैंसर से बारे में पता चला था. इसके बाद वो इलाज के लिए अमेरिका चले गए थे. वहां लंबे समय तक उनका इलाज चला था. पिछले साल सितंबर में वो इलाज करवाकर वापस लौटे थे. बीती रात ऋषि को मुंबई के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. भाई रणधीर कपूर ने बताया था कि ऋषि को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, जिसकी वजह से उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.

मरने से पहले ये चाहते थे ऋषि कपूर, इंटरव्यू में बताई थी अपनी आखिरी इच्छा!

कपूर खानदान लंबे समय से बॉलीवुड इंडस्ट्री पर राज करता आ रहा है. इसी कपूर फैमिली का आज सबसे चहेता सदस्य ऋषि कपूर का निधन हो गया है. ऋषि को युवा पीढ़ी भी बहुत पंसद करती थी. वो जिंदादिल इंसान होने के साथ-साथ अपनी बेबाकी के लिए भी काफी जाने जाते थे. ऋषि कपूर के निधन से ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि पूरा देश गम में डूबा हुआ है.

ऋषि पिछले 2 सालों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे. साल 2018 में उन्हें पता चला था कि वो कैंसर से पीड़ित हो गए हैं. इसके बाद वो इलाज के लिए अमेरिका गए थे. वहां उनका इलाज करीब एक साल तक चला था. इलाज के बाद पिछले साल सितंबर के महीने में वो भारत वापस लौटे थे. लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि वो अचानक इस तरह से इस दुनिया को छोड़कर चले जाएंगे.

जब ऋषि कैंसर से जंग लड़ रहे थे, उस समय भी वो ना सिर्फ खुद को पॉजिटिव रखते थे बल्कि डॉक्टरों को भी हंसाते रहते थे. ऋषि कपूर के अलग करियर की बात करें तो वो काफी शानदार रहा. 1973 से लेकर अभी तक उन्होनें बहुत सारी फिल्मों में काम किया और उनकी बहुत सारी फिल्में सुपरहिट भी हुई. लेकिन पर्सनल जिंदगी में ऋषि की एक इच्छा थी, जो पूरी नहीं हो पाई.

दरअसल, ऋषि कपूर अपने बेटे रणबीर कपूर की शादी देखना चाहते हैं. एक इंटरव्यू में ऋषि ने अपनी ये इच्छा जाहिर भी की थी. उन्होनें कहा था कि मैं चाहता हूं कि मेरी मौत से पहले रणबीर शादी कर लें. इस इंटरव्यू में ऋषि ने रणबीर के आलिया संग रिश्ते पर भी बात की थी. उन्होनें कहा था कि दोनों के बीच के रिश्ते के बारे में हर कोई जानता है. इसमें कुछ भी कंफर्म करने वाली बात नहीं है.

ऋषि कपूर ने कहा था कि जब मेरे शादी हुई थी मैं 27 साल का था और अब रणबीर 35 के हो चुके हैं. इस इंटरव्यू में ऋषि ने ये भी कहा कि रणबीर अपनी मर्जी से किसी से भी शादी कर सकते हैं, उन्हें इसमें कोई भी दिक्कत नहीं है. ऋषि ने कहा था कि जब रणबीर शादी के लिए तैयार हो जाएंगे, तो वो बहुत खुश होंगे क्योंकि रणबीर की खुशी में ही उनकी खुशी है.

इतना ही नहीं इस इंटरव्यू में ऋषि ने रणबीर के बच्चों को खिलाने की भी इच्छा जताई थी. उन्होनें कहा था कि वो रणबीर के बच्चों को गोद में खिलाना चाहते हैं.

गौरतलब है कि रणबीर कपूर की शादी की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं. कई बार ऐसी खबरें आईं है कि रणबीर जल्द ही गर्लफ्रेंड आलिया संग शादी के बंधन में बंध सकते हैं. आलिया कई बार कपूर फैमिली से मिलती हुई नजर आईं है. उनको कई बार कपूर फैमिली के साथ पार्टी वगैरह में देखा गया है. लेकिन रणबीर और आलिया ने अभी तक शादी नहीं की और मौत से पहले ऋषि कपूर की ये आखिरी इच्छा अधूरी ही रह गई.

ऋषि कपूर और नीतू सिंह अपनी ही शादी में हो गए थे बेहोश, वजह थी अलग-अलग

ना सिर्फ सिनेमा के लिए बल्कि ये समय पूरे देश के लिए काफी बुरा चल रहा है. इरफान खान के दुनिया को अलविदा कहे हुए 24 घंटे का समय भी नहीं हुआ था, इसी बीच एक और दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर का निधन हो गया. ऋषि कपूर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गए थे. बीती रात ही ये खबर आईं थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

ऋषि कपूर जितने अच्छे एक्टर थे, उससे भी कई ज्यादा अच्छे इंसान थे. नीतू संग ऋषि का रिश्ता बहुत खास था. दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे. जब ऋषि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे, तब नीतू ने उनका बहुत साथ निभाया. एक इंटरव्यू में ऋषि ने नीतू की खूब तारीफ की थी और बताया था कि कैसे मुश्किल की इस घड़ी में वो उनका साथ निभा रही हैं.

शादी के दौरान दोनों हुए थे बेहोश

ऋषि और नीतू 22 जनवरी 1980 को शादी के बंधन में बंधे थे. इनकी शादी में कई मशहूर हस्तियां शामिल हुई थी. शादी के दौरान एक ऐसी घटना घटी थी, जिसने वहां मौजूद हर किसी को परेशान कर दिया था. दरअसल, शादी के दौरान ऋषि और नीतू दोनों बेहोश हो गए थे.

जी हां, इस किस्से के बारे में खुद नीतू ने एक इंटरव्यू में बताया था. नीतू ने बताया था- ‘शादी के दौरान हम दोनों बेहोश हो गए थे. हालांकि हम दोनों के बेहोश होने की वजह अलग-अलग थी. मैं अपने लहंगे को संभालते हुए बेहोश हुई थी, तो वहीं ऋषि अपने आसपास इतनी सारी भीड़भाड़ देखकर परेशान हो गए थे और चक्कर खाकर गिर गए. इसके बाद जब हम दोनों ठीक हुए, तब शादी पूरी हुई.’

इलाज के लिए गए थे अमेरिका

बता दें कि दो साल पहले ऋषि कपूर को कैंसर से बारे में पता चला था. इसके बाद वो इलाज के लिए अमेरिका चले गए थे. वहां लंबे समय तक उनका इलाज चला था. इस गंभीर बीमारी के खिलाफ लड़ाई में नीतू सिंह ने हर पल ऋषि कपूर का साथ निभाया. इस दौरान वो एक दिन भी उनसे दूर नहीं रही. इसके अलावा बेटे रणबीर कपूर ने भी मुश्किल समय में अपने पिता का साथ दिया और साथ ही अपने परिवार को भी संभाला. वैसे तो रणबीर ज्यादातर अपने काम में बिजी रहते थे, लेकिन जब भी उन्हें समय मिलता था वो अपने पापा से मिलने जाया करते थे.

पिछले साल लौटे थे भारत वापस

अमेरिका से 11 महीने और 11 दिनों तक इलाज करवाने के बाद ऋषि पत्नी नीतू सिंह का हाथ थामे देश वापस लौटे थे. उस समय ऋषि के चेहरे पर एक मुस्कान थी, जिसको देखकर उनके फैन्स के दिल को राहत मिली थी. लेकिन किसी को कहां पता था कि ये मुस्कान ज्यादा दिनों तक नहीं रहेगी. ऋषि कपूर के निधन की खबर से पूरा देश गम के माहौल में डूब गया है.

जब ऋषि कपूर बोले ‘मैं नहीं जाऊंगा बिहार’, नीतीश कुमार के इस फैसले से थे नाराज

बुधवार को एक्टर इरफ़ान खान (Irrfan Khan) और आज बॉलीवुड के लेजेंडरी एक्टर ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह कर चल गए. 67 वर्षीय ऋषि कपूर ने गुरूवार को अपनी अंतिम सांस ली. उन्हें हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव देखा जाता था. वे देश के और सामाजिक मुद्दों पर हमेशा अपनी मजबूती से राय रखते थे. इसी कड़ी में बिहार सरकार में शराब बंद होने के फैसले पर भी उन्होंने सवाल दागे थे.

ऋषि कपूर का ये ट्वीट

ऋषि कपूर ने ट्वीट कर कहा था, ‘बिहार (Bihar) सरकार ने शराब की तस्करी और अवैध शराब को बढ़ावा देने वाला कदम उठाया है. दुनियाभर में शराब पर प्रतिबंध असफल रहा है. जाग जाओ.बिहार (Bihar) तुम्हें 3,000 करोड़ रुपये के राजस्व का भी नुकसान होगा.’

ऋषि यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा था, ‘शराब के लिए 10 साल की जेल, अवैध तरीके से हथियार रखने पर पांच साल? वाह CM नीतीश! मैं बिहार (Bihar) नहीं आ रहा! 2016 में आप इतने अदूरदर्शी कैसे हो गए?’

अपनी फिल्म की फोटो की थी शेयर

इस ट्वीट में ऋषि ने 1983 में आई अपनी फिल्म कुली की एक फोटो शेयर की थी. इसमें उन्होंने मजाकिया अंदाज में लिखा था, ‘कुली’ के दिनों से पीने की प्रैक्टिस कर रहा हूं. लेकिन सिगरेट और शराब नुकसानदायक है. कृपया इससे दूर रहें.’

अमिताभ बच्चन ने दी खबर

बता दें कि ऋषि कपूर के निधन की दुःखदायी खबर उनके अजीज मित्र और फेमस एक्टर अमिताभ बच्चन ने दी है. ऋषि 2 साल से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रहे थे. उनके भाई रणधीर कपूर ने बताया था कि उनको सांस लेने में तकलीफ थी, जिसके चलते उनकी फैमिली ने हॉस्पिटल में ऐडमिट करवाया था. उनकी तबियत फरवरी में बिगड़ी थी जिसके बाद उन्हें 2 बार हॉस्पिटल में एडमिट करवाने की नौबत आन पड़ी

अमिताभ के लिए किसी दर्दनाक हादसे से कम नहीं है ऋषि कपूर का यूं दुनिया से रुख्सत हो जा...

बॉलीवुड जगत के लिए अप्रैल महीने के आखिरी दो दिन दुखों का पहाड़ लेकर आए हैं. पहले इरफ़ान खान और अब ऋषि कपूर का इंतकाल देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक शून्य की भावना छोड़ गया है. पिछले दो साल से ऋषि कैंसर के मरीज थे और बीते कुछ दिनों में अचानक उनकी तबियत फिर बिगड़ने लगी थी. ऋषि कपूर की मौत की जानकारी सबसे पहले बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने ट्विटर के जरिये दी. सुबह 9 बजकर 32 मिनट पर उन्होंने लिखा, ‘वह चले गए… ऋषि कपूर… गए… अभी-अभी उनका निधन हुआ. मैं टूट गया हूं.’ ऋषि कपूर के चले जाने का गम अमिताभ को कितना गहरा है इस बात का शायद हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते. दोनों ने कई फिल्मों में एक साथ स्क्रीन शेयर किया है.

अमिताभ की आंधी के बीच जमाए ऋषि कपूर ने पैर

1970 यानि 70-80 दशक में अमिताभ बच्चन का गजब का स्टारडम था. अपनी एंग्री यंग मैन की छवि के साथ अमिताभ लोगों के दिलों में छाए हुए थे. यूं तो उन्होंने अपने पिता राज कपूर की मशहूर फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से 1970 में डेब्यू कर लिया था. लेकिन फिल्म ‘बॉबी’ से उन्हें हीरो के तौर पर पहचान मिली. अमिताभ की आंधी के दौरान किसी भी एक्टर के लिए इंडस्ट्री में पैर ज़माना आसान नहीं था, लेकिन ऋषि कपूर ने अपनी जिंदादिली से ये कर दिखाया.

अमिताभ के साथ कई फिल्मों में किया काम

सबसे पहले ऋषि ने अमिताभ की 1976 में आई सुपरहिट फिल्म ‘कभी-कभी’ में एक छोटा सा किरदार निभाया था. इसके बाद 1977 में मनमोहन देसाई की सुपरहिट फिल्म ‘अमर अकबर एंथोनी’ में इन दोनों दिग्गज कलाकारों ने साथ काम किया था. इसमें ऋषि ने अमिताभ के छोटे भाई अकबर इलाहबादी का किरदार निभाया था. लोगों ने इसे काफी पसंद किया. फिर इसके बाद दोनों की एक से एक फिल्में आई. दोनों ने 1981 में आई फिल्म ‘नसीब’, 1983 में आई फिल्म ‘कुली’ और 1991 में आई फिल्म ‘अजूबा’ में साथ काम किया.

परदे पर दोबारा किया कमबैक

90 के दशक में जब कई यंग कलाकारों ने अपनी लाजवाब एक्टिंग से दर्शकों का मन मोह लिया था. तब भी ऋषि ने अपना चार्म खोने नहीं दिया. 2000 के दशक में उन्होंने ये है जलवा, हम तुम, फना, नमस्ते लंदन, दिल्ली-6, लव आज कल, दो दूनी चार, पटियाला हाउस, अग्निपथ, स्टूडेंट ऑफ द इयर, हाउसफुल 2, जब तक है जान, चश्मे बद्दूर, डी-डे, बेशर्म, शुद्ध देसी रोमांस, कपूर ऐंड संस, पटेल की पंजाबी शादी, मुल्क और राजमा चावल जैसी फिल्में की. हालांकि इन सभी फिल्मों में भले ही वे लीड रोल में न रहे हों, लेकिन उनके अभिनय की जमकर सराहना की गई.

27 साल बाद दोबारा दिखे थे साथ

70-80 के दशक में बॉलीवुड को कई सुपरहिट फिल्में देने के बाद दोनों 27 साल बाद फिर बड़े परदे पर साथ में दिखाई दिए थे. इस फिल्म का नाम था ‘102 नॉट आउट’. इस फिल्म में बिग बी और ऋषि कपूर दोनों ही बूढ़े लोगों के किरदार में थे. इस मूवी में ऋषि ने अमिताभ के बेटे का किरदार निभाया था. हालांकि इस फिल्म को कुछ ज्यादा पसंद नहीं किया गया. लेकिन फिल्म में अमिताभ और ऋषि की जुगलबंदी लोगों को खूब भायी. लेकिन बिग बी को क्या पता था कि ऑनस्क्रीन पिता से पहले उन्हें अपने बेटे को अलविदा कहना होगा. जिस कलाकार के साथ उन्होंने इतनी फिल्में की हो, उनका अचानक यूं दुनिया से रुख्सत हो जाना एक झटके से कम नहीं है. शायद इसलिए ऋषि की मौत पर अमिताभ बोल पाए तो बस इतना, ‘मैं टूट गया हूं’.

इरफ़ान खान के इस व्यक्तित्व ने उन्हें बनाया जेंटलमैन, यारों की यारी निभाने में भी माहि...

एक्टर इरफ़ान खान का निधन सभी के लिए किसी शॉक से कम नहीं था. इस दुखद खबर से पूरे देश में एक शून्य की भावना छा गई. इस बात में कोई दोहराई नहीं कि इरफ़ान सिर्फ एक्टिंग में ही बल्कि अपने व्यवहार और व्यक्तित्व के भी धनी थे. ये ऐसी चीज़ें थीं जो शायद ही एक साथ किसी व्यक्ति में पायीं जाती हों. अपने इन्हीं गुणों के चलते उन्होंने फ़िल्मी जगत में काफी नाम कमाया है. शायद यही वजह है कि उनका यूं पंचतत्व में विलीन हो जाना सभी के लिए दिलों दिमाग को झकझोर देने वाली घटना है.

जमीन से जुड़े थे इंसान

इतने बड़े सितारे होने के बावजूद कभी भी इरफ़ान खान के नखरे नज़र नहीं आये. कभी भी इरफ़ान किसी से बदतमीजी से बात नहीं करते थे. वे हमेशा लोगों से नाप तोलकर और तहजीब से बात किया करते थे. वे जमीन से जुड़े इंसान थे और स्टारडम हासिल करने के बाद भी उन्होंने अपने नेचर में कोई बदलाव नहीं किया. उन्होंने अपनी सफलता का कभी अहंकार नहीं किया.

दोस्ती निभाना भी बखूबी जानते थे

इरफ़ान अपने दोस्तों के साथ यारी निभाना भी खूब जानते थे. अपने दोस्तों के सामने उन्होंने कभी ये जाहिर नहीं होने दिया कि वो एक सफल अभिनेता हैं. जब वो अपने कॉलेज के दोस्तों से मिलते थे तो हमेशा मस्ती मजाक करते थे. उनके कॉलेज फ्रेंड्स यह तक कहते थे कि इरफान बिल्कुल भी नहीं बदले हैं. शायद तभी इरफ़ान के दोस्त उन पर जान छिड़कते थे.

पैशन ने दिलाई सफलता

उन्होंने अपने पैशन का कभी पीछा नहीं छोड़ा. इसके लिए उन्होंने अपना नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में दाखिला किया. मंजिल तक उनको पहुँचने के बीच में कई रोड़े आये लेकिन उनके पैशन के आगे सब फीके पड़ने लगे. ऐक्टर की पत्नी सुतापा सिकदर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इरफान रात के तीन बजे तक स्क्रिप्ट पढ़ते रहते हैं और साथ में नोट्स बनाते हैं कि वह किस चीज को कैसे और बेहतर बना सकते हैं.

कभी नहीं हारी हिम्मत

साल 2018 में इरफान खान को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर बीमारी हुई तो उनकी जिंदगी की गाड़ी मानो पूरी तरह से उलट गई. लगातार इलाज के दौरान कई बार ऐसे पल आए जब हर मरीज की तरह इरफान भी टूटे लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी. यहां तक कि वह तो सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दूसरों को भी हिम्मत देते दिखते थे. भले ही आखिरी में वो जिंदगी की जंग हार गए लेकिन उन्होंने इसका मुकाबला जिंदादिली से किया.

मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे इरफान, अब उनकी आखिरी इच्छा भी नहीं कर प...

बॉलीवुड ने आज एक अपना बेहद अनमोल रतन खो दिया है. मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में दिग्गज एक्टर इमरान खान ने आखिरी सांस ली. उन्हें मंगलवार को ही हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जानकारी के मुताबिक Colon Infection के चलते उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. वो ICU में भर्ती थे. इरफान की मौत की खबर से पूरे देश में दुख का माहौल है.

2018 में बीमारी के बारे में चला था पता

अपनी दमदार एक्टिंग के जरिए इरफान खान कभी ना मिटने वाली छाप छोड़ कर गए हैं. बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक का उनका सफर काफी संघर्षों से भरा रहा. जितनी मेहनत उन्होनें बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में की है, उतनी ही मेहनत इरफान ने अपनी बीमारी को हराने में भी की है. साल 2018 में इरफान को न्यूरो एंडोक्रायन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गए थे. 2 साल तक इरफान ने इस बीमारी के खिलाफ खूब जंग लड़ी और अब वो हारकर दुनिया छोड़ गए.

4 दिन पहले हुआ था मां का निधन

इरफान खान की मौत से चार दिन पहले उनकी मां का भी निधन हुआ था. इरफान की मां साईदा बेगम ने जयपुर में अंतिम सांस ली थी. लॉकडाउन की वजह से वो अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जयपुर नहीं जा पाए थे. इरफान ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मां को अपनी विदाई दी थी. इरफान ना तो अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल हो पाए और ना ही उनकी आखिरी इच्छा पूरी कर पाए.

मां की आखिरी इच्छा भी नहीं हो पाईं पूरी

दरअसल, इरफान खान की मां की आखिरी इच्छा थी कि उनका बेटा मौत से जंग जीतकर घर लौटेंगे और पूरी तरह से ठीक हो जाएं. निधन से पहले इरफान की मां साईदा बेगम ने कहा था कि ‘मेरा बेटा जल्द ही पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगा और मौत से जंग लड़कर वापस लौटेगा.’ लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. मां के निधन के चार दिन बाद ही इरफान ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया और उनकी मां की ये आखिरी इच्चा पूरी नहीं हो पाईं.

इरफान का जन्म 7 जनवरी 1967 को हुआ था. इरफान ने ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड की भी कई फिल्मों में काम किया है. साल 2011 में इरफान को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर का पता चलने के बाद इलाज के लिए इरफान लंदन चले गए थे. लंबे समय तक वहां पर उनका इलाज चला था. पिछले साल सितंबर के महीने में ही वो इलाज करवाकर वापस लौटे थे. वापस आने के बाद इरफान दोबारा से अपने काम में जुट गए थे. उन्होनें ‘अग्रेंजी मीडियम’ फिल्म की शूटिंग की. उनकी ये फिल्म 13 मार्च को ही रिलीज हुई है, जिसमें इरफान की एक्टिंग लोगों को खूब पंसद आई. ‘अग्रेंजी मीडियम’ इरफान खान की आखिरी फिल्म बन गईं.

चोकसी-माल्या समेत 50 विलफुल डिफॉल्टर्स पर मेहरबान हुआ RBI, 68,607 करोड़ रुपये का कर्ज...

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स (जानबूझकर कर्ज ना चुकाने वाले) के 68,607 करोड़ रुपये का कर्ज को माफ करने की बात स्वीकार कर ली है. इन टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स में हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) का नाम भी शामिल है. ये जानकारी एक RTI आवेदन से सामने आई है.

50 विलफुल डिफॉल्टर्स का नाम शामिल

प्रमुख RTI कार्यकर्ता साकेत गोखले ने टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स और 16 फरवरी तक उनके कर्ज की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एक RTI आवेदन दाखिल किया था. साकेत गोखले ने बताया कि उन्होनें RTI दाखिल किया था क्योंकि पिछले बजट सत्र के दौरान संसद में 16 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद RTI के माध्यम से RBI से इसका जवाब मांगा गया.

RBI ने बताया है कि कर्ज की ये राशि 30 सितंबर 2019 के आधार पर है, जिसे माफ किया गया है. हालांकि इस दौरान RBI ने सुप्रीम कोर्ट के 16 दिसंबर 2015 के एक फैसले का हवाला देते हुए विदेशी कर्जदारों के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया है.

लिस्ट में मेहुल चोकसी सबसे ऊपर

इन 50 विलफुल डिफॉल्टर्स में सबसे टॉप पर मेहुल चोकसी की भ्रष्टाचार में फंसी कम्पनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड है और उसकी सहयोगी कम्पनियां गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड्स कम्पनी है, जिन पर 8100 करोड़ रुपये बकाया है. इस समय मेहुल चोकसी एंटीगुआ एंड बारबाडोस आईसलैंड का नागरिक है. वहीं उसका भतीजा और भगोड़ा हीरा व्यापारी नीरव मोदी लंदन में है.

इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर संदीप और संजय झुनझुनवाला की कम्पनी आरईआई एग्रो है, जिसने 4,314 करोड़ रुपये का लोन लिया था. कम्पनी के निदेशक एक साल से ज्यादा समय से ED के जांच के दायरे में है.

ये नाम भी शामिल…

वहीं लिस्ट में अगला नाम भगोड़े हीरा कारोबारी जतिन मेहता की विनसम डायमंड्स एंड ज्वेलरी का है. इस पर 4076 रुपये का बकाया है और केंद्रीय जांच ब्यूरो बैंक धोखाधड़ी के मामले में इसकी जांच कर रही हैं. कानपुर की रोटोमैक ग्लोबेल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी भी इसमें शामिल है, जो मशहूर कोठारी समूह का हिस्सा है. इस पर 2850 करोड़ रुपये बकाया है, ये कम्पनी 2 हजार करोड़ रुपये के लोन वाली श्रेणी में है.

वहीं इसी श्रेणी में अन्य कम्पनियों की बात करें तो इसमें कुडोस कीमी, पंजाब (2326 करोड़ रुपये), बाबा रामदेव और बालकृष्ण की समूह कम्पनी रूचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इंदौर (2,212 करोड़ रुपये), और जूम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, ग्वालियर (2,012 करोड़ रुपये) शामिल हैं.

लिस्ट में 18 कम्पनियां ऐसी हैं जो एक हजार करोड़ रुपये के कर्ज वाली श्रेणी में है. इनमें हरीश आर मेहता की फॉरएवर प्रीसियस ज्वेलरी एंड डायमंड्स प्राइवेड लिमिटेड, अहमदाबाद (1962 करोड़ रुपये) और भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या की बंद हो चुकी कम्पनी किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड (1,943 करोड़ रुपये) शामिल हैं.

वहीं 25 कम्पनियां ऐसी भी हैं, जिनके ऊपर एक हजार करोड़ रुपये से कम का लोन बकाया है, जिसमें 65 करोड़ से 984 करोड़ रुपये का लोन है. ये लोन या तो व्यक्तिगत तौर पर लिया गया है या फिर समूह की कम्पनी के तौर पर.